भारतीय मूल के अरविंद महनकाली ने स्पेलिंग बी प्रतियोगिता जीता. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 31 मई 2013

भारतीय मूल के अरविंद महनकाली ने स्पेलिंग बी प्रतियोगिता जीता.

 
न्यूयॉर्क में रहने वाले भारतीय मूल के अमेरिकी अरविंद महनकाली ने वर्ष 2013 के लिए स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी प्रतियोगिता जीत कर इतिहास रच दिया है, क्योंकि वह इस स्पर्धा में जीत दर्ज करने वाले छठवें भारतीय अमेरिकी बन गए हैं।
    
लगातार छठवीं बार यह उपलब्धि भारतीय अमेरिकियों के खाते में गई है। इस राष्ट्रीय स्पर्धा में जीत दर्ज करने के बाद अरविंद ने कहा शब्द निश्चित रूप से कठिन थे। अमेरिका में संपन्न इस स्पर्धा को लाखों लोगों ने देखा।
    
आठवीं कक्षा में पढ़ने 13 वर्षीय अरविंद के पसंदीदा विषय गणित और विज्ञान हैं। लेकिन वह भौतिकी में करिअर बनाना चाहते हैं। तेलुगु और स्पेनिश भाषी अरविंद को टेनिस, बास्केटबाल, रंगमंच पसंद है। अरविंद ने लगातार चौथी बार इस साल स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी प्रतिस्पर्धा में भाग लिया। वर्ष 2010 में वह नौवें स्थान पर तथा 2011 एवं 2012 में तीसरे स्थान पर रहे थे।
    
प्रतियोगिता के अंतिम तीन प्रतिभागी भारतीय अमेरिकी क्रमश: इलिनोय के प्रणव शिवकुमार, न्यूयॉर्क के श्रीराम हठवार और न्यूयॉर्क के ही अरविंद महनकाली थे।

कोई टिप्पणी नहीं: