उत्तर कोरिया की सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया (डब्ल्यूपीके) के एक आधिकारिक समाचार पत्र 'रोदोंग सिनमुन' ने सियोल के साथ कोरियाई युद्ध विराम समझौते के स्थान पर एक औरपचारिक शांति समझौता करने का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार, यह अखबार ज्यादातर सत्ताधारी पार्टी और उसके नेतृत्व के विचारों को ही जाहिर करता है। इस अखबार ने कहा है कि युद्ध विराम समझौते के स्थान पर एक स्थायी शांति समझौते की अत्यंत आवश्यकता है।
दक्षिण कोरियाई समाचार एजेंसी योनहप की रपट के अनुसार, अखबार की रपट में कहा गया है कि 1950-1953 के कोरियाई युद्ध के अंत में हुए युद्धविराम संधि से केवल अमेरिका को लाभ हुआ, और इस समझौते को बनाए रखने को लेकर वाशिंगटन का कदम उसकी इस इच्छा को जाहिर करता है कि वह सेना के बलपर डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) को दबाना चाहता है।
रपट में कहा गया है, "यदि अतीत में शांति समझौता हो गया होता तो कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु विहीन करने को लेकर मौजूदा गतिरोध सम्भवत: नहीं पैदा हुआ होता।" यह रपट ऐसे समय में सामने आई है, जब एक दिन पहले उत्तर कोरिया ने घोषणा की थी कि वह अमेरिकी चेतावनियों के बावजूद अपनी परमाणु प्रतिरोधक क्षमता को नहीं छोड़ेगा।
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