छत्तीसगढ़ में शनिवार को कांग्रेस नेताओं पर माओवादियों के घातक हमले के बाद गृह मंत्रालय ने आज नक्सल हिंसा प्रभावित सभी राज्यों से कहा कि वे राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सुरक्षा चुस्त दुरुस्त करें और सुनिश्चित करें कि राजनीतिक गतिविधियां हिंसा से प्रभावित नहीं होने पायें।
नक्सल हिंसा प्रभावित राज्यों को भेजी एडवाइजरी (परामर्श) में गृह मंत्रालय ने कहा कि नेताओं की सुरक्षा, चाहे वो राष्ट्रीय पार्टियों के हों या क्षेत्रीय पार्टियों के, की भलीभांति समीक्षा होनी चाहिए और आवश्यकता हो तो उनकी सुरक्षा बढानी चाहिए।
केन्द्र ने कहा कि नेताओं की सुरक्षा में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। वे जब भी किसी कार्यक्रम में शामिल होने जाएं, उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करायी जानी चाहिए।
गृह मंत्रालय ने राज्यों से सुनिश्चित करने को कहा है कि राजनीतिक पार्टियों की गतिविधियां माओवादियों की हिंसा या धमकी से प्रभावित नहीं होनी चाहिए। शनिवार को भारी हथियारों से लैस माओवादियों ने कांग्रेस नेताओं के वाहनों के काफिले पर बस्तर जिले में घात लगाकर हमला बोला। हमले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश, कांग्रेस नेता महेन्द्र कर्मा और पूर्व विधायक उदय मुदलियार सहित 27 लोग मारे गये जबकि पूर्व केन्द्रीय मंत्री वी सी शुक्ल सहित 32 अन्य घायल हो गये।
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