बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर ( 29 जून) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 29 जून 2013

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर ( 29 जून)

6 जुलाई  को परसवाड़ा में अजजा  हितग्राहियों को डीजल पंप  वितरण के लिए मेले का आयोजन

एकीकृत आदिवासी  विकास परियोजना बैहर द्वारा परसवाड़ा विकासखंड के अनुसूचित जनजाति वर्ग के 222 बी.पी.एल. हितग्राहियों को डीजल पंप प्रदाय करने की मंजूरी दी गई है। इसी परिप्रेक्ष्य में जनपद पंचायत परसवाड़ा के प्रांगण में 6 जुलाई को हितग्राहियों की सुविधा के लिए मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में हितग्राही अपनी पंसद के अनुसार डीजल पंप क्रय कर सकेगें। डीजल पंप के जिन अधिकृत विक्रेताओं को इस मेले में दुकान लगाना है वे 6 जुलाई को प्रात: 11 बजे जनपद पंचायत परसवाड़ा के प्रांगण में अपनी दुकान लगा सकते है।

जुलाई माह में 115 नसबंदी शिविरों का आयोजन

राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम  के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा जुलाई माह में 115 नसबंदी शिविरों का आयोजन किया जायेगा। इनमें से 82 शिविर महिलाओं के नसबंदी आपरेशन के लिए तथा 32 शिविर पुरूषों के नसबंदी आपरेशन के लिए लगाये जायेंगें। इन शिविरों में विशेषज्ञ सर्जन द्वारा नसबंदी आपरेशन किये जायेंगें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी  डॉ. के.के. खोसला ने बताया  कि महिलाओं के नसबंदी आपरेशन के लिए आगामी 3 जुलाई को किरनापुर, लांजी व कटंगी, 4 जुलाई को लालबर्रा, खैरलांजी व वारासिवनी, 6 जुलाई को परसवाड़ा, लामता, डोंगरमाली, 8 जुलाई को बिरसा, बैहर, तिरोड़ी, 10 जुलाई को वारासिवनी, लांजी, हट्टा, 11 जुलाई को लालबर्रा, कटंगी, बैहर, मोहगांव, 12 जुलाई को परसवाड़ा, खैरलांजी, किरनापुर, भानेगांव, 13 जुलाई को रामपायली, मिरगपुर, भंडेरी, बिरसा, 14 जुलाई को लामता, वारासिवनी तथा 15 जुलाई को लालबर्रा, कटंगी, लांजी व गढ़ी में शिविर लगाया जायेगा। इसी प्रकार 16 जुलाई को डोंगरमाली, किरनापुर, 17 जुलाई को उकवा, बैहर, तिरोड़ी, खैरलांजी, 18 जुलाई को चांगोटोला, परसवाड़ा, वारासिवनी, 19 जुलाई को लालबर्रा ,कटंगी, लांजी,  20 जुलाई को मोहगांव, गढ़ी, किरनापुर तथा 21 जुलाई को खैरलांजी व रामपायली में महिलाओं के नसबंदी आपरेशन के लिए शिविर लगाया जायेगा। 22 जुलाई को  लामता, परसवाड़ा, मिरगपुर,  तिरोड़ी, 23 जुलाई को बिरसा,  वारासिवनी, 24 जुलाई को लालबर्रा, डोंगरमाली, उकवा, बैहर, 25 जुलाई  को कटंगी, लांजी, 26 जुलाई  को किरनापुर, हट्टा, दमोह, 26 जुलाई को परसवाड़ा, खैरलांजी, 28 जुलाई को बिरसा, भंडेरी, 29 जुलाई को वारासिवनी, लालबर्रा, मोहगांव, 30 जुलाई को उकवा, कटंगी, 31 जुलाई को लांजी, किरनापुर, चांगोटोला व परसवाड़ा में महिलाओं के नसबंदी आपरेशन के लिए शिविर लगाया जायेगा। इसके अलावा जिला चिकित्सालय बालाघाट में 6, 13, 20 एवं 27 जुलाई को महिलाओं के नसबंदी आपरेशन किये जायेंगें।

पुरूषों के नसबंदी आपरेशन के लिए 3 जुलाई  को लांजी,  4 को वारासिवनी, 8 को बिरसा व बैहर, 10 को वारासिवनी  व लांजी, 11 को लालबर्रा व  बैहर, 13 को बिरसा, 14 को वारासिवनी, 15 को लालबर्रा व लांजी, 17 को बैहर, 18 को वारासिवनी, 19 को लालबर्रा, लांजी, 22 को लामता व परसवाड़ा, 23 को बिरसा व वारासिवनी, 24 को बैहर, 25 को लांजी, 27 को लामता, 28 को बिरसा, 29 को वारासिवनी व लालबर्रा तथा 31 जुलाई को लांजी में शिविर लगाया जायेगा। इसके अलावा जिला चिकित्सालय बालाघाट में 6, 13, 20 एवं 27 जुलाई को बिना चीरा एवं टांका वाली पध्दति से पुरूषों के नसबंदी आपरेशन किये जायेंगें। जिले के विवाहित  दम्पत्तियों से अपील की गई है कि वे अपना परिवार दो बच्चों तक ही सीमित रखें और परिवार नियोजन के स्थाई साधन के रूप  में नसबंदी आपरेशन को अपनाकर जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम में सहभागी बनें। नसबंदी आपरेशन कराने वाली महिला को 600 रु. तथा पुरूष को 1100 रु. की राशि प्रदान की जायेगी। महिला को नसबंदी आपरेशन के लिए प्रेरित करने वाले को 150 रु. तथा पुरूष को आपरेशन के लिए प्रेरित करने वाले को 200 रु. की प्रोत्साहन राशि आपरेशन के तत्काल बाद प्रदान की जायेगी।

संक्रामक  रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य  विभाग ने दी नागरिकों को सलाह

स्वास्थ्य विभाग ने जिले के नागरिकों को वर्षाकाल के दौरान होने वाली संक्रामक बीमारियों और मलेरिया, डेंगू, चिकिनगुनिया एवं फाइलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के उपाय बताये हैं तथा सावधानियां बरतने की सलाह दी है । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. खोसला ने नागरिकों को सलाह दी है कि उल्टी दस्त, आंव, टाईफाइड, पीलिया, कृमिरोग, खुजली, नारूरोग, मस्तिष्क ज्वर, आंख आना, खसरा जैसी वर्षाकालीन बीमारियों से बचाव के लिए पीने एवं नहाने में शुध्द साफ पानी का उपयोग करें तथा ज्यादा से ज्यादा तरल पेय पदार्थों मसलन मट्ठा, शरबत आदि का उपयोग करना चाहिए ।श्नागरिकों से कहा गया है कि पानी को छानकर उबालकर अथवा उसमें क्लोरीन की गोली डालकर पीने में प्रयुक्त करें । श्साथ ही भोजन करने, भोजन बनाने और भोजन परोसने के पहले हाथ को अच्छी तरह से साबुन से धो लें । स्वास्थ्य विभाग ने वर्षाकाल के दौरान फलों को धोकर खाने, हल्का एवं ताजा भोजन लेने तथा भोजन एवं पानी को ढंककर रखने की सलाह भी नागरिकों को दी है । श्नागरिकों से कहा गया है कि बाजार से खुली खाद्य सामग्री न खरीदें, सब्जियों को पकाने के पहले उन्हें अच्छी तरह से धोयें तथा घरों एवं हैण्डपंपों के आसपास साफ-सफाई रखें, यहां पानी जमा न होने दें ।

मलेरिया के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया है कि सर्दी और कंपन के साथ बुखार, तेज बुखार, उल्टियां और सिरदर्द होना तथा पसीना आकर बुखार उतरना एवं बुखार उतरने के बाद थकावट व कमजोरी आना मलेरिया के लक्षण हैं । नागरिकों से कहा गया है कि बुखार आने पर तुरंत रक्त की जांच करायें और मलेरिया की पुष्टि होने पर तुरंत उपचार लें । स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक डेंगू व मलेरिया के मच्छर छत पर रखी पानी की खुली टंकियां, टूटे बर्तन, मटके, कुल्हड़, कूलर, गमलों और बेकार फेकें हुए टायरों में एकत्र जल में पनपते हैं । नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए घर के आसपास के गङ्ढों को मिट्टी से भर दें, पानी से भरे स्थानों पर मिट्टी का तेल या जला हुआ इंजन आयल डालें, घर के आसपास अनुपयोगी सामग्री में पानी जमा न होने दें तथा सप्ताह में एक बार टिन, डिब्बा, बाल्टी, कूलर के पानी को खाली करें और सुखाकर ही उनका उपयोग करें । श्स्वास्थ्य विभाग ने सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह भी नागरिकों दी है । स्वास्थ्य विभाग के अनुसार डेंगू एडीज नामक मच्छर के काटने से फैलता है । श्यह मच्छर दिन के समय काटता है । श्तेज बुखार, सिरदर्द जोड़ों एवं मांशपेशियों में दर्द, जी मचलाना तथा थकावट डेंगू के लक्षण हो सकते हैं । मसूढ़ों से खून आना, त्वचा पर चकत्ते डेंगू बीमारी की गंभीर अवस्था के लक्षण होते हैं ।

जुलाई माह में 13 नेत्र शिविरों का आयोजन

राष्ट्रीय दृष्टिहीनता कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा माह जुलाई 2013 में जिले के विभिन्न स्थानों पर 13 नेत्र शिविरों का आयोजन किया जायेगा। इन शिविरों में नेत्र रोगियों की जांच कर मोतियाबिंद के मरीजों का पता लगाया जायेगा और उनकी आंखों में लेंस प्रत्यारोपण किया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. खोसला ने इस संबंध में बताया कि मोतियाबिंद के आपरेशन के लिए जुलाई माह में प्रत्येक शुक्रवार को सिविल अस्पताल वारासिवनी में नेत्र रोगियों की जांच की जायेगी और प्रत्येक शनिवार को मोतियाबिंद के आपेरशन किये जायेंगें। इसी प्रकार जिला चिकित्सालय में प्रत्येक मंगलवार को मोतियाबिंद के मरीजों की आंखों का आपरेशन किया जायेगा। जुलाई माह के पहले एवं दूसरे बुधवार को लांजी में नेत्र रोगियों की जांच कर मोतियाबिंद के आपरेशन किये जायेंगें। किरनापुर में जुलाई माह के पहले एवं दूसरे गुरूवार को नेत्र रोगियों की जांच कर मोतियाबिंद के आपरेशन किये जायेंगें।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परसवाड़ा  में जुलाई माह के प्रत्येक सोमवार को,  बैहर में पहले एवं दूसरे शनिवार को, बिरसा  में तीसरे एवं चौथे शनिवार, लालबर्रा में माह के चौथे गुरूवार, खैरलांजी में माह के तीसरे गुरूवार तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कटंगी में जुलाई माह के तीसरे एवं चौथे बुधवार को नेत्र रोगियों की जांच कर मोतियाबिंद के मरीजों की आंखों का आपरेशन किया जायेगा और लेंस प्रत्यारोपण किया जायेगा। स्वास्थ्य विभाग के सुपरवाईजर, ए.एन.एम. एम.पी.डब्ल्यू. आशा कार्र्यकत्ता एवं आंगनवाड़ी कार्र्यकत्ता से कहा गया है कि वे मोतियाबिंद के संभावित मरीजों को नेत्र शिविरों में अवश्य लेकर आयें। मोतियाबिंद का एक मात्र ईलाज आपरेशन ही है। आपरेशन के द्वारा मोतियाबिंद के मरीज की आंख के लेंस का जाला साफ कर दिया जाता है और आंखों में लेंस प्रत्यारोपण कर दिया जाता है। यह आपरेशन पूरी तरह से नि:शुल्क किया जाता है। जिले की जनता से भी अपील की गई है कि वह अपने निकटवर्ती स्थानों पर लगने वाले नेत्र शिविरों का लाभ उठाये।

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