डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में बुधवार को और अधिक गिरावट दर्ज की गई और यह रिकॉर्ड 60 से भी निचले स्तर पर पहुंच गया। डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट की वजह आयातकों के बीच अमेरिकी मुद्रा की मांग में वृद्धि तथा मुद्रा के अनवरत प्रवाह को माना जा रहा है। मुम्बई के अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार दोपहर बाद आंशिक रूप से परिवर्तनीय रुपये की कीमत एक डॉलर के मुकाबले 60.63 दर्ज की गई, जो इससे पहले ही 20 जून को डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर 59.58 पर दर्ज किया गया था। रुपये की कीमत मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 59.67 दर्ज की गई थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में और अधिक गिरावट आएगी और यह जल्द ही 61 के निचले स्तर तक पहुंच सकता है। इंडिया फॉरेक्स एडवाइजर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक गोयनका ने कहा, "यदि बाजार बंद होने तक यह 60 के ऊपरी स्तर पर बना रहता है तो यह आगे 61 के स्तर तक पहुंच सकता है।" गोयनका ने कहा, "इस माह ऋण बाजार में व्यापक प्रवाह हुआ है, जो रुपये पर अधिक दबाव बना रहा है। व्यापक प्रवाह का मुख्य कारण विदेशी निवेशकों में विदेशी मुद्रा के क्रय-बिक्रय को लेकर बढ़ती रुचि है।"

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें