बिहार सरकार ने पटना के एक रेलवे स्टेशन पर एक आठ वर्षीय बच्ची के हाथ काटने के मामले की जांच अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) को सौंप दी है। पीड़िता की मां नसरीन खातून ने सोमवार को जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यकम में जाकर न्याय की गुहार लगाई है। राज्य के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने बताया कि दरभंगा जिले के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के रहने वाले एनुल अंसारी की पुत्री उजमा आरा के हाथ कटने के मामले की जांच सीआईडी द्वारा की जाएगी।
जनता दरबार में शामिल राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) ए़ क़े उपाध्याय ने बताया कि विभाग इस मामले में दो कोणों पर जांच करेगी। उन्होंने बताया कि उजमा के पिता का आरोप है कि शुक्रवार को पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल के समीप जब वह ट्रेन से उतरकर बेटी के साथ आ रहा था तब अपराधियों ने उसकी बेटी उजमा के दाएं हाथ को धारदार हथियार से काट दिया। इधर, पुलिस इसे दुर्घटना में ट्रेन से हाथ कटने की बात कह रही है। वे कहते हैं कि इन दोनों बिंदुओं पर जांच की जाएगी।
पुलिस के अनुसार, घायल अवस्था में उजमा का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। ऐनुल का आरोप है कि उसके चार वर्षीय पुत्र का अपहरण दरभंगा के ही बॉबी खान और उसके गुर्गे ने एक महीने पूर्व कर ली है। इस मामले को लेकर उसने लहेरियासराय थाना में मामला भी दर्ज करवाया है, परंतु पुलिस द्वारा कोई कारगर पहल नहीं हुई। उसने बताया कि उजमा अपने भाई के अगवा होने के मामले में चश्मदीद गवाह भी है।

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