पेट्रोल और डीजल की मूल्यवृद्धि को लेकर कांग्रेस-नीत केंद्र सरकार पर हमला करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसे जनविरोधी बताया और तत्काल मूल्यवृद्धि वापस लेने की मांग की। सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि यह जनविरोधी निर्णय है। समाजवादी पार्टी इसका खुला विरोध करती है। आम जनता की पहले से ही महंगाई ने कमर तोड़ रखी है। चौधरी ने कहा कि पार्टी की मांग है कि केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल की मूल्यवृद्धि के इस जनविरोधी फैसले को तत्काल वापस कराए।
वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज मिश्र ने कहा कि प्रदेश का आम आदमी पहले से ही परेशान है, उस पर पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों में वृद्धि उसकी सहन शक्ति से बाहर है। इस वृद्धि के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। आगे चलकर चुनाव में कांग्रेस को सत्ता से बाहर होकर कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की मांग है कि आम आदमी की जीना दूभर करने पर तुली केंद्र सरकार इस मूल्यवृद्धि को तत्काल वापस करवाए।
गौरतलब है कि पेट्रोल अब 2़35 रुपये और डीजल 50 पैसे प्रति लीटर महंगा हो जाएगा। इसमें राज्य के कर शामिल नहीं है। ये दरें शनिवार मध्यरात्रि से लागू हो जाएंगी। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी भारतीय तेल निगम (आईओसी) ने शनिवार को यह घोषणा की है। तेल निगम ने कहा कि रुपये के अवमूल्यन और सीरिया में जारी अस्थिरता की वजह से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में वृद्धि हुई है, जिस वजह से यह वृद्धि जरूरी हो गई है।
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