सरकार ने इन खबरों को एकदम गलत बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष श्याम सरन की रिपोर्ट में चीन के भारत के किसी हिस्से पर कब्जा करने या भारत के घुसने पर रोक लगाने की बात कही गई है। मीडिया में आई इस तरह की खबरों में शुक्रवार को संसद में जमकर बवाल हुआ, जिसके बाद रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी को लोक सभा में सरकार की तरफ से सफाई देनी पड़ी।
रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने सरन की रिपोर्ट के बारे में चल रही अटकलों के बीच लोकसभा में दिए बयान में कहा, 'मैं सदन को यकीन दिलाता हूं कि भारत का अपने इलाके के किसी भी हिस्से को चीन को दे देने का कोई सवाल ही नहीं है।' उन्होंने सदन को भरोसा दिलाया कि सरकार राष्ट्रीय हित की सुरक्षा के लिए सीमावर्ती इलाकों में देश की क्षमताओं को मजबूत करना जारी रखेगी।
रक्षा मंत्री ने कहा, 'मैं स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि श्याम सरन ने इस रिपोर्ट में यह नहीं कहा है कि चीन ने भारत के किसी हिस्से पर कब्जा किया है अथवा भारत के घुसने पर रोक लगाई है।' उन्होंने कहा कि सरकार भारत की सुरक्षा को प्रभावित करने वाले सभी घटनाक्रमों पर निरंतर नजर रखती है और इसकी सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करती है। एंटनी ने बताया कि श्याम सरन ने 2 से 9 अगस्त 2013 को लद्दाख का दौरा किया था और वहां के आधारभूत ढांचे पर एक रिपोर्ट पेश की है, जिसकी कॉपी प्रधानमंत्री कार्यालय और रक्षा मंत्रालय को भेजी गई है।
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