बिहार के 38 जिलों में से 20 जिलों में बाढ़ से हालात और बिगड़ गए हैं। गंगा, पुनपुन, बूढ़ी गंडक और बागमती कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इधर, अपादा प्रबंधन विभाग का दावा है कि राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं। राज्य में बाढ़ से 59 लाख की आबादी प्रभावित है जबकि इसमें मरने वालों की संख्या 176 पर पहुंच गई है। वर्तमान समय में पटना, सारण, बक्सर, बेगूसराय, समस्तीपुर, भोजपुर, खगड़िया सहित राज्य के 20 जिलों में बाढ़ कहर बरपा रही है। पटना बाढ़ नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता एस. क़े शुक्ला ने गुरुवार को बताया कि गंगा का जलस्तर अधिकांश स्थानों पर स्थिर है जबकि कई स्थानों पर उसके जलस्तर में गिरावट भी आई है।
उन्होंने बताया कि गंगा बक्सर, दीघा, गांधीघाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर, कहलगांव में अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जबकि पुनपुन श्रीपालपुर में और बूढ़ी गंडक खगड़िया में खतरे के निशान को पार कर गई है। बागमती भी ढ़ेंग और डूब्बाधार में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। नियंत्रण कक्ष के अनुसार कोसी नदी के जलस्तर में भी वृद्धि देखी गई है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार राज्य में बाढ़ से 20 जिलों के 91 प्रखंडों के 59 लाख लोग प्रभावित हैं। इस वर्ष बाढ़ से 176 लोगों की मौत हुई है। इसमें सबसे अधिक 30 मौतें पूर्णिया जिले में हुई हैं। अनुमान के मुताबिक अब तक बाढ़ से 143 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। प्रभावित जिलों में बाढ़ पीड़ितों के लिए 357 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जबकि 306 मेडिकल टीमों को लगाया गया है।
इधर, जल संसाधन विभाग ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अभियंताओं की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि अभियंताओं को नदी का जलस्तर बढ़ने वाले क्षेत्रों में विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। अभियंताओं को जिला प्रशासन से समन्वय बनाकर रखने का भी निर्देश दिया गया है।
इस बीच, आपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री रेणु कुशवाहा ने विभाग के सचिव व्यासजी के साथ बुधवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। कुशवाहा का कहना है कि दियारा में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है परंतु लोग अपने घरों को छोड़ने को तैयार नहीं हैं। भागलपुर में बाढ़ से काफी तबाही हुई है।
भागलपुर से मुंगेर के बीच कई स्थानों पर बाढ़ का पानी सड़कों पर बह रहा है, जिस कारण लोगों को सड़क मार्ग से पटना पहुंचने में दिक्कत हो रही है। आरा में 73 पंचायतों के 293 गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं।

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