टोक्यो में होने वाले 2020 ओलंपिक में भी कुश्ती बनी रहेगी. अर्जेंटीना के ब्यूनसआयर्स में आईओसी के 125वें सत्र की महत्वपूर्ण बैठक में ये फैसला लिया गया.
बेसबाल,सॉफ्टबाल, कुश्ती और स्क्वॉश में से किसी एक खेल का चयन किया जाना था. फैसला वोटिंग से किया गया जिसमें कुश्ती को कुल 95 वोटों में से 49 वोट मिले. बेसबॉल और सॉफ्टबाल की सामूहिक दावेदारी ने 24 मत के साथ दूसरा स्थान हासिल किया जबकि स्क्वाश को 22 मत मिले. इस नतीजे के बाद कुश्ती का 2020 टोक्यो ओलंपिक और 2024 ओलंपिक का हिस्सा बनना तय हो गया है. इसके साथ की कुश्ती ने जोरदार तरीके से ओलंपिक में वापसी की. कुश्ती को इस साल फरवरी में 15 सदस्यीय आईओसी कार्यकारी बोर्ड ने ओलंपिक कार्यक्रम से बाहर कर दिया था लेकिन इसकी काफी आलोचना हुई थी
इस खबर के बाद भारत के कुश्ती समुदाय ने भी खुशी जाहिर की है. सतपाल पहलवान और ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने पूरे देश को इसकी बधाई दी है. खेल मंत्रालय ने भी कुश्ती के ओलंपिक में अपनी जगह दोबारा हासिल करने पर खुशी जताई. मंत्रालय ने कहा कि उसने कुश्ती को दोबारा शामिल कराने के प्रयास किए थे और आईओसी को पत्र लिखा था. इसके अलावा उन देशों को भी पत्र लिखा जहां कुश्ती लोकप्रिय है जिससे कि सुनिश्चित हो सके कि यह खेल ओलंपिक खेलों में दोबारा जगह बना सके.
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