पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने यूपीए सरकार पर सीमा संबंधी मुद्दों को प्रभावी तरीके से नहीं सुलझाने का आरोप लगाया है. शौरी ने कहा कि चीन के साथ मामलों को निपटाने में भारत को गंभीरता बरतने की जरूरत है.
उन्होंने दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में दो सड़कों के निर्माण के ‘असफल’ प्रयास का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘क्या चीन से मुकाबले का यह तरीका है?’’ नानी पालखीवाला फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शौरी ने आरोप लगाया कि सरकार चीन के साथ सीमा संबंधी मुद्दों को गंभीरता से नहीं सुलझाती. दोनों देशों की तुलना करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत की प्रति व्यक्ति आय 1980 में चीन की तुलना में ज्यादा थी लेकिन अब चीन की प्रति व्यक्ति आय भारत की तुलना में चार गुनी है.
शौरी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ मुद्दों को सुलझाया जा सकता है लेकिन चीन बड़ी समस्या है क्योंकि यह पाकिस्तान को भारत के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है. समारोह में बाद में उनकी पुस्तक ‘सेल्फ डिसेप्शन:इंडिया एंड चाइना रिलेशन्स’ का विमोचन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया.

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