कांग्रेस की ओर से लुभाने के प्रयासों के बावजूद जदयू ने कुछ राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में माकपा और भाकपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने साथ ही ये संकेत दिया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी अपने विकल्प खुले रख रही है.
पार्टी के पदाधिकारियों की हुई बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया जिसकी अध्यक्षता जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने की. बैठक में महासचिवों जावेद रजा, अरण श्रीवास्तव, केसी त्यागी और अन्य ने भी भाग लिया. इस तरह जदयू कांग्रेस शासित राजस्थान में माकपा, भाकपा, समाजवादी पार्टी और जनता दल (सेकुलर) के साथ बहुदलीय मोर्चे के तहत विधानसभा चुनाव लड़ेगी.
भाजपा शासित छत्तीसगढ़ में पार्टी ‘संयुक्त मोर्चा’ के बैनर तले किस्मत आजमाएगी जिसमें भाकपा भी हिस्सा है. यह फैसला गैर-कांग्रेसी और गैर-भाजपाई दलों की 30 अक्टूबर को होने वाली एक राष्ट्रीय बैठक से पहले लिया गया है जिसमें वाम दल, जदयू, सपा, पीडीपी, जेडीएस और कुछ अन्य दल भाग ले सकते हैं. इस बैठक को तीसरा मोर्चा बनाने की संभावना के आकलन की प्रारंभिक कवायद के तौर पर देखा जा रहा है.
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