तेल कंपनियों ने दीपावली की पूर्व संध्या पर पेट्रोल की कीमत में 1.15 रुपये की कमी की है, लेकिन डीजल की कीमत पचास पैसे प्रति लीटर बढ़ा दी है। नयी कीमतें गुरुवात की आधी रात से लागू होंगी।
पेट्रोल की कीमत में पिछले एक माह में दूसरी बार कमी की गयी है। इससे पहले 30 सितंबर को पेट्रोल की कीमत में 3.05 रुपये की कमी की गयी थी।
पिछले पांच वर्ष में पहली बार पेट्रोल के दाम में यह सर्वाधिक कटौती थी। दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में कर मिलाकर कुल 1.38 पैसे प्रतिलीटर की कमी आयेगी। राजधानी में पेट्रोल 72 रुपये 40 पैसे से घटकर 71 रुपये 02 पैसे रह जायेगा।
तेल विपणन क्षेत्र की अग्रणी कंपनी इंडियन आयल कापरेरेशन लिमिटेड ने कहा कि पेट्रोल की कीमत में एक अक्तूबर को 3.05 रुपए प्रति लीटर कर अतिरिक्त कटौती की गई थी। इसके से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मोटर स्प्रिट की कीमत करीब 113 डॉलर प्रति बैरल की तुलना में लगभग एक डॉलर घटकर 112 डॉलर प्रति बैरल रह गई। इस दौरान अमरीकी डॉलर और रुपया विनिमय दर में भी रुपया करीब एक रुपए मजबूत हुआ। विनिमय दर 63 रुपए से गिरकर 62 रुपए के करीब रह गई । इसके परिणामस्वरूप पेट्रोल के दाम घटाये जा रहे हैं।
कंपनी ने कहा है कि सरकार ने इस वर्ष 17 जनवरी को डीजल पर अंडर रिकवरी को धीरे धीरे कम करने के लिए हर माह 50 पैसे तक बढ़ोतरी करने की मंजूरी दी थी। इसी के तहत डीजल के दाम हर माह बढ़ाये जा रहे हैं। डीजल की कीमत में 50 पैसे प्रति लीटर कर अतिरिक्त की बढ़ोतरी की गई है।
डीजल की कीमत दिल्ली में अब 52.54 रुपए से बढ़कर 53.1० रुपए प्रति लीटर हो जायेगी। इंडियन आयल का कहना है कि डीजल पर अंडर रिकवरी दाम बढ़ाने के बावजूद 9.58 रुपए प्रति लीटर है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिये मिट्टी तेल बेचने पर अंडर रिकवरी 35.77 रुपए प्रति लीटर है। रसोई गैस के 14.2 किलोग्राम सिलेंडर पर यह 482.5० रुपए प्रति लीटर है।
चालू वित्त वर्ष के लिए इंडियन आयल को तीनों ईंधन लागत सेकम कीमत पर बेचने से होने वाली अंडर रिकवरी 712०० करोड रुपए रहने का अनुमान है। उद्योग के लिए यह अनुमान 1359०० करोड़ रुपए है।
सरकार ने जून 2०1० में पेट्रोल के दाम अंतर्राष्ट्रीय कीमतों पर तय करने के लिए कंपनियों को छूट दी थी। इसके बाद से हर पखवाड़े कंपनियां विश्व बाजार के आधार पर पेट्रोल के दाम में संशोधन करती हैं। इस वर्ष मई में पेट्रोल की कीमत में तीन रुपए प्रति लीटर की कमी की गई थी। इसके बाद कंपनियों ने पेट्रोल के दाम लगातार सात बार और कुल 1०.8० रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी।
डीजल, रसोई गैस और मिट्टी तेल की कीमतों का फार्मूला तय करने के लिए योजना आयोग के पूर्व सदस्य किरीट एस पारेख की अगुवाई में गठित समिति ने कल ही पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में डीजल के दाम में एकमुश्त तुरंत पांच रुपए प्रति लीटर बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है।
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