पेट्रोलियम मंत्री एम. वीरप्पा मोइली बुधवार को मेट्रो से कार्यालय पहुंचे। मंत्रालय के करीब 200 अन्य कर्मचारियों ने भी कार्यालय पहुंचने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग किया। इस तरह पेट्रेलियम मंत्रालय ने बुधवार को 600 लीटर पेट्रोल एवं डीजल की बचत की। मोइली ने पेट्रोल की बचत को बढ़ावा देने और भारत के तेल आयात को कम करने के लिए मेट्रो की सवारी का विकल्प अपनाया। मोइली पूर्व घोषित बुधवार के 'बस दिवस' कार्यक्रम के तहत तुगलक रोड स्थित अपने आवास से चलकर रेस कोर्स मेट्रो स्टेशन पहुंचे और वहां से केंद्रीय सचिवालय के लिए मेट्रो ली। जहां से वह शास्त्री भवन स्थित पेट्रोलियम मंत्रालय के अपने कार्यालय पहुंचे।
मोइली ने मेट्रो यात्रा के दौरान मीडिया कर्मियों से बातचीत में बताया, "हमने बीते वित्तीय वर्ष में लगभग 145 अरब डॉलर मूल्य के पेट्रोल का आयात किया। हम देश के अंदर घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन साथ ही साथ हमें आयात के खर्चे को कम करने लिए पेट्रोल की बचत भी करनी चाहिए। क्योंकि चालू खाता घाटा वर्तमान अर्थव्यवस्था संकट में से एक सबसे बड़ी वजह है।" मोइली ने सुबह लगभग पौने 10 बजे मेट्रो रेल में बैठने से ठीक पहले मीडिया से कहा, "मैं प्रत्येक बुधवार को सार्वजनिक परिवहन से अपने कार्यालय जाऊंगा। सरकारी गाड़ी को मैंने गैराज में रखने के लिए कहा है।"
उन्होंने कहा, "मैंने अपनी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों से भी कहा है कि सप्ताह में कम से कम एक बार सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।" मोइली ने बताया कि उनके मंत्रालय के सभी अधिकारी और इससे संबद्ध सभी सार्वजनिक क्षेत्र की ईकाइयों के लोग प्रत्येक बुधवार को सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करेंगे।
मंत्रालय के दो संयुक्त सचिव बुधवार को साइकिल पर सवार होकर कार्यालय पहुंचे, वहीं 200 कर्मचारी सार्वजनिक परिवहन से कार्यालय पहुंचे। सार्वजनिक कंपनियों के कर्मचारियों ने या तो कार साझा किया अथवा सार्वजनिक परिवहन का विकल्प अपनाया। मोइली ने कहा, "अकेले पेट्रेलियम मंत्रालय ने ही बुधवार को 600 लीटर पेट्रोल एवं डीजल की बचत की।"
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