भाजपा के खाने के दांत और दिखाने के और हैं : सोनिया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 21 नवंबर 2013

भाजपा के खाने के दांत और दिखाने के और हैं : सोनिया

मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार को लेकर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा के खाने के दांत और, दिखाने के दांत और हैं।

जिले की मेघनगर तहसील मुख्यालय के निकट अगराल गांव के राजीव गांधी आदर्श विद्या भवन स्कूल के मैदान पर गुरुवार को अपनी एक चुनावी रैली में सोनिया ने कहा कि हमारी निगाह में भ्रष्टाचार के जो भी मामले आए, उन पर कानूनी कार्रवाई की गई और लोगों को पदों से हटना पड़ा, लेकिन आप यहां भाजपा सरकार से पूछिए कि इतने मंत्रियों के भ्रष्टाचार के मामले लोकायुक्त में दर्ज हैं, अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं, उसने उन पर क्या कार्रवाई की है।

उन्होंने कहा कि इन पर तो यही कहावत चरितार्थ होती है, हाथी के खाने के दांत और, दिखाने के दांत और होते हैं। उन्होने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार को केन्द्र की संप्रग सरकार ने करोड़ों-करोड़ रुपये विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के तहत दिए, लेकिन उसका परिणाम क्या हुआ, इस भ्रष्ट सरकार ने इसका इस्तेमाल आपके लिए नहीं किया।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केन्द्र का दायित्व है कि वह राज्यों को संसाधन और धन उपलब्ध कराए, लेकिन राज्य की भी जिम्मेदारी है कि वह उसका इस्तेमाल अपने लोगों के जीवन की खुशहाली के लिए पूरी ईमानदारी से करे। केन्द्र की संप्रग सरकार इसलिए राज्यों को धन नहीं देती कि वह चंद लोगो की जेब में चला जाए और यहां भाजपा सरकार में यही हुआ है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार जैसी बीमारी से लड़ने के लिए हमने सूचना का अधिकार कानून बनाया है, ताकि आम जनता कानूनी तौर पर सरकारी जानकारी हासिल कर सके।

सोनिया ने भाजपा पर आरोप लगाया कि इसकी कथनी और करनी में जमीन-आसमान का फर्क है। ये भले ही इस प्रदेश में अपनी पीठ ठोंकते रहें, लेकिन जनता को यहां सरकार से पूछना चाहिए कि मध्य प्रदेश की ये स्थिति क्यों है, बच्चों कुपोषण का शिकार क्यों हैं, किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर क्यों होना पड़ता है, सिंचाई के लिए उन्हें बिजली क्यों नहीं मिलती और अत्याचार की शिकार महिलाओं की पुलिस थानों में सुनवाई क्यों नहीं होती है। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या यहां किसानों को खाद-बीज समय पर मिलते हैं। उन्हें तो इसके लिए भाजपा नेताओं की दुकानों पर जाना पड़ता है। क्या सरकार इसलिए ही होती है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश निर्माण वे लोग करते हैं, जिनके दिल साफ होते हैं और जनता के लिए समर्पण का भाव होता है। सत्ता के लालची लोग, देश का निर्माण क्या करेंगे। ये तो अपने स्वार्थ के लिए भाई को भाई से लड़ाते हैं और समाज में भेदभाव फैलाते हैं। देश का निर्माण वे करते हैं, जो इसकी एकता एवं अखंडता के लिए अपने प्राण न्योछावर करने के लिए तैयार हों और बलिदान-कुर्बानी देने को तैयार हों। सोनिया ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास ऐसे बलिदान और कुर्बानियों से भरा पड़ा है। इस प्रदेश की सत्ता पर कांग्रेस आई, तो यहां की प्रगति तेजी से होगी। दूसरी ओर भाजपा ने वायदे तो किए, लेकिन निभाए नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि हम वायदा करते हैं कि किसानों के कर्ज माफ करेंगे, गरीबों को मुफ्त एक बत्ती कनेक्शन दिए जाएंगे, आदिवासियों को वन उपज का उचित मूल्य देंगे, उन्हें जंगल के पट्टे और अधिकार देंगे, भाजपा राज में जिनकी जमीनें छिनी हैं, उन्हें फिर से उस जमीन का अधिकार देंगे, सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त ईलाज की सुविधा देंगे तथा जिन आदिवासी इलाकों में शिक्षकों के पद खाली हैं, उन पर शीघ्र नियुक्ति करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम खोखले वायदे नहीं करते हैं और सबको विश्वास दिलाते हैं कि अपने चुनाव घोषणा पत्र में जिन योजनाओं एवं कार्यक्रमों का जिक्र किया है, उसे पूरी मेहनत, ईमानदारी एवं निष्ठ के साथ लागू करेंगे। उन्होने लोगों का आह्वान किया कि वे प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवारों को भारी बहुमत से जिताएं और अपनी प्रगति एवं खुशहाली वापस लाएं। आज अगराल गांव के जिस सरकारी स्कूल के मैदान पर कांग्रेस अध्यक्ष की सभा हुई, उस स्कूल का फरवरी 1999 में शिलान्यास उनके ही हाथों से हुआ था।

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