अपनी विदाई टेस्ट खेलने जा रहे मास्टर व्लास्टर सचिन तेंदुलकर को मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने सोमवार को सम्मानित करते हुए कांदीवली ग्राउंड का नाम उनके नाम रखने की औपचारिकता पूरी की। इस अवसर पर सचिन ने अपने करियर को याद किया।
समारोह में भारत और वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों के अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और कई जानी मानी हस्तियां मौजूद थीं। सचिन ने कहा कि एमसीए के प्रवेश द्वार पर अपना नाम पढ़कर मुझे अच्छा लगा। मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी। यह एक अद्भुत एहसास है। मैं इसके लिए एमसीए को धन्यवाद देता हूं।
कांदीवली ग्राउंड का नाम बदलकर सचिन तेंदुलकर जिमखाना क्लब रखा गया है। उन्होंने कहा कि एमसीए ने हमेशा मुझे सपोर्ट किया और मेरे लिए नेट उपलव्ध कराया। देश के लिए खेलना मेरे लिए यादगार अनुभव है। हर दौरा मेरे लिए विशेष था और हर दौरे के लिए अलग तरह की तैयारी करनी पड़ती थी। उन्होंने कहा कि एमसीए ने जैसी खेल सुविधाएं विकसित की हैं, उनसे आने वाली पीढ़ियों को फायदा मिलेगा। सचिन ने कहा कि देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है। सही मार्गदर्शन, कोचिंग और खेल सुविधाओं के विकास से इसे संभव बनाया जा सकता है। आने वाली पीढ़ियों को ये सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए।
एमसीए के नवनिर्वाचित अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि संन्यास लेने के बावजूद भी सचिन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि सचिन एमसीए का नगीना हैं। उन जैसा खिलाड़ी पाकर हम खुद को धन्य समझते हैं। वनडे और टेस्ट में उनकी उपलव्धियां लाजवाब हैं। वह न केवल क्रिकेट के महान दूत हैं बल्कि खेल समुदाय के पुरोधा हैं और युवाओं के आदर्श हैं। पवार ने कहा कि हम स्टेडियम में सचिन के नाम की धूम को मिस करेंगे। हम उन्हें धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने पिछले 24 सालों में देश के लिए कई अविस्मरणीय क्षण दिए।
चव्हाण ने भी कहा सचिन महान भारतीय, महान खिलाडी और महानायक हैं। उन्होंने खेल के मैदान पर अपने प्रदर्शन से देशवासियों को सुख के क्षण दिए हैं। पूरी दुनिया उनका सम्मान करती है। टेस्ट क्रिकेट को उनकी भारी कमी महसूस होगी।

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