समुद्री तूफान फेलिन झारखंड राज्य की राजधानी रांची के लिए वरदान बन गया। इसने दुर्गापूजा के दौरान शहर को सिलसिलेवार विस्फोटों से बचा लिया। पुलिस सूत्रों ने रविवार को आतंकवादी साजिश का खुलासा किया। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और रांची पुलिस ने चार नवंबर को रांची के हिंडपीरी इलाके के इराम लॉज से टाइमर लगे नौ बम, 25 जिलेटिन छड़ें,14 डेटोनेटर और 12 टाइमर बरामद किए थे।
राज्य पुलिस की विशेष शाखा के एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "केवल एक बैटरी लगाने के बाद ये बम पूरी तरह उपयोग के लिए तैयार थे। इनमें से कुछ को दुर्गापूजा के दौरान उपयोग किया जा सकता था।" उन्होंने कहा, "चक्रवात फेलिन के कारण रांची में दुर्गापूजा के दौरान लगातार बारिश होती रही। कम ही लोग घरों से निकल पाए। पूजा के दौरान बड़ी संख्या में लोग पंडालों में जाते हैं। मौसम ठीक रहता तो रांची में एक बड़ी त्रासदी हो सकती थी।"
पटना में 27 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी की रैली से पहले हुए बम विस्फोटों के बाद पड़े छापों के दौरान ये नौ बम लॉज से बरामद हुए। रांची के ओरमांझी इलाके का रहने वाला मुजीबुल इस कमरे में किराये पर रहता था। वह अब फरार है। पुलिस ने कहा कि पटना में हुए बम विस्फोटों की साजिश रांची में रची गई। पटना में पकड़े गए इम्तियाज और उजैर रांची के रहने वाले हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि रांची की पुलिस आतंकवादी संगठनों से निपटने में सक्षम नहीं है। एक आतंकवाद रोधी प्रकोष्ठ गठित करने का प्रस्ताव पिछले दो वर्ष से सरकार के पास लंबित है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें