बिहार विधान परिषद में बुधवार को बिहार के जल संसाधन मंत्री एवं प्रभारी गृह मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पटना में आहूत 'हुंकार रैली' में किसी भी अन्य रैली की अपेक्षा ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी तथा सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। बिहार विधान परिषद में राज्य में गिरती कानून व्यवस्था, आतंकवाद, नक्सलवाद और सांप्रदायिकता से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा में सरकार की ओर से जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर को हुई हुंकार रैली में पुख्ता सुरक्षा प्रबंध किए गए थे।
हुंकार रैली के दौरान 4595 पुलिसकर्मी और 1200 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया था। इसके अलावे छह बम निरोधक दस्ता, तीन खोजी श्वान दस्ता और त्वरित कार्यबल की भी तैनाती गई थी। उन्होंने दावा किया इतनी बड़ी संख्या में किसी अन्य रैली के लिए पुलिस बल की तैनाती नहीं की गई थी। चौधरी ने कहा कि रैली में 24 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। रैली में जांच के लिए तीन डोर मेटल डिटेक्टर भी लगाए गए थे और मंच के क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध थे।
उन्होंने भाजपा नेताओं के इस बात को भी नकार दिया कि रैली में अप्रिय घटना होने की खुफिया जानकारी खुफिया विभाग द्वारा दी गई थी। इस बीच चौधरी जब वाद-विवाद के दौरान सरकार की ओर से जवाब देने के लिए खड़े हुए तो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और भाजपा के सदस्यों ने सदन का बहिष्कार कर दिया। विपक्षी सदस्यों ने इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार से जवाब मांगा था।

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