भ्रष्टाचार के मामले में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ विपक्षी बीजेपी के हमले मुश्किल खड़े कर सकते हैं। कांग्रेस आलाकमान ने वीरभद्र सिंह को दिल्ली तलब किया है। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक हाइकमान के आदेश के बाद वीरभद्र नई दिल्ली के निकल चुके हैं। मंगलवार शाम को वह पार्टी के आला नेताओं के साथ मुलाकात करके बीजेपी के आरोपों पर अपना पक्ष रखेंगे। हालांकि वीरभद्र सिंह ने बीजेपी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उन्हें राजनीतिक तौर पर निशाना बनाया जा रहा है।
लोकसभा चुनावों से ठीक पहले पहले सीएम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर बीजेपी ने कांग्रेस को अब सड़कों पर घेरना शुरू कर दिया है। मंगलवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने वीरभद्र सिंह के आवा बाहर भी हो जमकर हंगामा किया और उनके इस्तीफे की मांग की।बीजेपी भी राहुल गांधी की ही कांग्रेस का पीएम उम्मीदवार मान रही है, लिहाजा राहुल के आवास के बाहर ही बीजेपी ने विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया। गौरतबल है कि सूचना व प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने भी कहा मंगलवार को कहा था कि राहुल को बड़ी भूमिका मिलने वाली है।
इससे पहले बीजेपी के युवा नेता अनुराग ठाकुर की अगुवाई में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं ने राहुल के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन में हि्स्सा लिया। प्रदर्शनकारी कांग्रेस पार्टी से हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। राहुल गांधी के आवास के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी की। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तीतर-बीतर करने के लिए लाठी चार्ज भी किया।
बीजेपी नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस की सरकार वाले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने निजी बिजली कंपनियों के प्रोजेक्ट को विस्तार देने की एवज में रिश्वत ली है। वरिष्ठ बीजेपी नेता अरुण जेटली ने इस बारे में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र भी लिखा है और सवाल किया है कि वीरभद्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष कार्रवाई करेंगे या घूसखोरी के प्रति ‘दिखावटी गुस्सा’ ही दिखाते रहेंगे। उन्होंने मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बीजेपी नेताओं के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। वीरभद्र सिंह ने आरोपों को 'झूठा और अपमानजनक' करार देते हुए कहा कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं।
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