कोलकाता की पहचान हावड़ा ब्रिज दिखेगा नए कलेवर में - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 12 फ़रवरी 2014

कोलकाता की पहचान हावड़ा ब्रिज दिखेगा नए कलेवर में


howrah bridge
कोलकाता की पहचान बन चुका ब्रिटिशकालीन हावड़ा पुल आठ वर्षो के बाद नए कलेवर में दिखाई देगा। हावड़ा पुल देश के पूर्वी महानगर कोलकाता में प्रवेश करने का मुख्य मार्ग है, इस पर से होकर प्रतिदिन हजारों गाड़ियां गुजरती हैं। इस्पात से बने इस विशालकाय पुल जिसे रबिंद्र सेतु के नाम से भी जाना जाता है, को पूरे आठ वर्ष बाद नए रंग से रंगा जा रहा है। हुगली नदी के पार हावड़ा जिले को कोलकाता महानगर से जोड़ने वाले विशालकाय विरासत की 26,000 लीटर सीसा रहित पेंट से काया-पलट किया जा रहा है।

कोलकाता बंगरगाह न्यास के मुख्य अभियंता ए. के. मेहरा ने बताया, "यह नियमित तौर पर किए जाने वाले रख-रखाव का हिस्सा है। हर पांच से छह वर्ष के अंतराल पर हावड़ा पुल को पेंट किया जाता है। पिछली बार इसे 2005 में पेंट किया गया था।" कोलकाता बंदरगाह न्यास पर इस पुल के रख-रखाव की जिम्मेदारी है। मेहरा ने बताया, "नेशनल टेस्ट हाउस के अधिकारी इस पर लगाए जाने वाले पेंट की गुणवत्ता, गाढ़ेपन एवं अन्य महत्वपूर्ण मानकों की जांच करेंगे।"

हावड़ा को कोलकाता से जोड़ने वाले एक पांटून पुल की जगह 1943 में 26,500 टन के इस विशाल पुल का निर्माण किया गया। हावड़ा पुल का उल्लेख रुडयार्ड किपलिंग ने अपनी एक कृति में भी किया है। उस समय यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कैन्टलीवर के सहारे झूलने वाला पुल हुआ करता था। 'गेटवे ऑफ कोलकाता' नाम से मशहूर 2,150 फीट लंबा और अपनी नींव से 280 फीट ऊंचा यह पुल आज भी दुनिया का छठा सबसे बड़ा पुल है।

मेहरा ने बताया, "इस रंगने में लगभग छह महीने लगेंगे तथा इसकी रंगाई में 150 मजदूर लगेंगे। इसे रंगने का काम शुरू हो चुका है।" हावड़ा पुल चूंकि वातावरण प्रदूषण और खुले वायुमंडल को दिन रात झेलता रहता है, इसलिए पहला काम पुल में लगे जंग और पुराने पेंट को साफ करना होगा। मेहरा ने बताया, "इसके बाद जंगरोधी प्राइमर लगाई जाएगी तथा फिर इस पर अल्यूमिनियम की सुरक्षात्मक परत चढ़ाई जाएगी। अंत में रबर पेंट लगाया जाएगा.. जो पुल को पहले की ही भांति इस्पात का आभास प्रदान करेगा।"

पिछले कुछ वर्षो में यह पुल कोलकाता का प्रतीक बन चुका है, जो कि सत्यजीत रे, ऋत्विक घटक, मृणाल सेन, राज कपूर, रोलैण्ड ज्यॉफ और मीरा नायर जैसे दिग्गज फिल्मकारों को आकर्षित कर चुका है। मधुबाला अभिनीत शक्ति सामंत की हिंदी फिल्म का तो नाम ही इस पर पड़ गया। 'हावड़ा ब्रिज' फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी काफी सफलता बटोरी थी।

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