सिनेमा से प्रभावित नहीं होता समाज : काजोल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 13 मार्च 2014

सिनेमा से प्रभावित नहीं होता समाज : काजोल


kajol
अभिनेत्री काजोल का कहना है कि लोग सिनेमा से प्रभावित नहीं होते, हां सिनेमा में कई बार जरूर समाज की स्थितियों का प्रदर्शन किया है। फिक्की फ्रेम्स 2014 के 15वें संस्करण के एक विशेष सत्र में बुधवार को शिरकत करने वाली काजोल ने कहा कि यह कहना गलत है कि व्यक्ति फिल्म देखकर प्रभावित होता है।

'दुश्मन' और 'दिलवाले दुल्हिनया ले जाएंगे' सरीखी फिल्मों में अभिनय कर चुकीं काजोल सेंसरशिप के दिशा-निर्देश पर बात कर रही थीं। उन्होंने कहा, "अपने बच्चों पर मैं पूरा ध्यान देती हूं, इसके बावजूद वे 24 घंटे कंप्यूटर के आगे जमे रहते हैं। सूचना का प्रवाह बहुत तेज है और सूचनाएं भी बहुत सी हैं। यदि आप कहें कि कोई किसी एक किरदार को देखकर उससे प्रभावित हो जाता है तो मैं समझती हूं, यह बेवकूफानी बात है। फिल्में समाज का आईना होती हैं, लेकिन समाज फिल्मों से कभी-कभार ही प्रभावित होता है।" विशेष सत्र का आयोजन लास एंजेलिस इंडिया फिल्म काउंसिल के साथ मिलकर किया गया था।

कोई टिप्पणी नहीं: