बिहार : लोकतंत्र का महत्वपूर्ण आयाम है चुनाव। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 10 मार्च 2014

बिहार : लोकतंत्र का महत्वपूर्ण आयाम है चुनाव।

sunder jivan news
पटना। संडेसभा। 9 मार्च 2014। वैज्ञानिक कुमार राजीव ने कहा कि लोकतंत्र का महत्वपूर्ण आयाम है चुनाव। हम ऐसे व्यकित को वोट देते हैं, जो हमारी भावनाओं को लोकसभा में जाकर आकार दे सक ,े ताकि हमारा जीवन सरल और सफल हो। वतौर सधारण व्यकित हम किसको वोट दें? जो व्यकित हमें अच्छा लगता है, उसकी पार्टी ठीक नहीं हैै। जो पार्टी ठीक है, उसमें चरित्रवान व्यकित नहीं है। पार्टी का अविष्कार लोकतंत्र की मजबुती के लिए हुआ था और आज लगभग पार्टीयां दुकान में परिनत हो गर्इ है। एक मालिक है, वाकी सब कर्मचारी। पार्टी के नेता मुलविचार से कम पर्टी को जमाने में लगा रहता है। इससे जनता को भ्रमित हाती है। मीडिया अपने आर्थिक समृधि के चक्कर में इस कुकर्म में बढ़-चढ़ के हिस्सा लेती है। हर पार्टी अपने कार्यक्रम से ज्यादा पर्टी के मालिक का गुणगाण करने में लगे रहते हैं। य ही करण है कि हमें अच्छे नेता और मजबुत लोकतंत्र नहीं मिल पाता । 

लोकतंत्र को मजबुत करने का हमारा सुझाव भारत में पर्टी रहित लोकतंत्र होना चाहिए। इस लक्ष्य को पुरा करने के लिए सबको समान शिक्षा, चिकित्सा, यातायात और आवास अनिवार्य हो। वोटींग पैटर्न में बदलाव की जरूरत है। व्यकित पहले परिवार का मुखिया चुने, परिवार का मुखिया वार्ड पंचायत प्रतिनिधी चुने। वार्डपंचायत प्रतिनिधी विधानसभा के लिए विधायक चुने। विधानसभा प्रतिनिधि लोकसभा प्रतिनिधि चुने और लोकसभा सदस्य अपना मंत्रीप्रधानमंत्री चुने। इस प्रणाली को लागू करने से पहिले घर में लोकतंत्र मजबुत होगा। साथ ही साथ सबसे परिष्कृत व्यकित ही हमारा नेता होगा। जो हमारे उद्देश्य से प्रेम करेगा। इस तरह हमारी देशप्रेम की भावना मजबुत होगा। मौजुदा सारी समाजिक समस्या घटने लगेगी। आज हमारे धर में राजतंत्र है, जो पैसा कमाता है वही हमारा मालिक बनके शासन और शोषण करता है। इससे परिवार के सदस्य कुंठित, प्रदुषित होते हैं, जिससे वे अच्छे मतदाता नहीं बन पाते हैं और लोकतंत्र कि जगह भगवान में विश्वास करने लगते हैं। जिससे धर्म और पूंजीवाद मजबुत होता है, ये दोनो हमारे जीवन को नरक बना दिया है।

मुख्य अतिथि डा. लखींद्र प्रसाद (अधिक्षक, पी.एम.सी.एच.) ने कहा कि हर व्यकित कर्तव्यों का पालन पहिले, फिर अधिकार की बात करे। इससे देशप्रेम मजबुत होगा। देशप्रेम अभियान को गति देने के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले प्रशिक्षु लोककर्ता नीतेश, सोनु, प्रेम, नवल, धन्नजय, मनोज, पुष्कर ए वं सभी हमसफरों ने कहा कि वैज्ञानिक कुमार राजीव कि परिकल्पना सहयोग प्रणाली ए वं पार्टी रहित लोकतंत्र लागु हो।

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