पटना। सूबे के 38 जिलों में गुड फ्राइडे मनाया जा रहा है। इसके अलावे आज के दिन ही संसार भर में प्रभु येसु ख्रीस्त का दुःखभोग अंतिम चरण में आ गया है। ऐतिहासिक सत्य है कि गुड फ्राइडे के दिन ही प्रभु येसु ख्रीस्त को विरोधियों ने सलीब पर चढ़ाकर मार डालने में कामयाब हो गए थे। येसु के शहादत दिवस के अवसर पर गमगीन होकर ईसाई धर्मावलम्बी श्रद्धालुओं ने उपवास और परहेज रखे।
बताते चले कि येसु ख्रीस्त का दुःखभोग अवधि 5 मार्च को राख बुधवार के साथ प्रारंभ हुआ था। इस दिन पूर्ण उपवास और परहेज रखा गया। 13 अप्रैल को खजूर रविवार मनाया गया। 17 अप्रैल को पुरोहिताई और परमप्रसाद स्थापना दिवस मनाया गया। आज 18 अप्रैल को गुड फ्राइडे मनाया गया। इस अवसर पर ईसाई धर्मावलम्बी विक्टर फ्रांसिस के निर्देशन में येसु सलीब पर प्रदर्शित किया गया। येसु ख्रीस्त के दुःखभोग को 14 मुकाम को झांकी के रूप में पेश किया गया। इस 14 मुकाम को हजारों की संख्या में श्रद्धालु देंखे। येसु ख्रीस्त के कंधे पर भारी भरकम सलीब दिया गया। इस सलीब के भार और संसार भर के लोगों के पाप के कारण येसु 3 बार सलीब ढोने के दौरान गिर जाते हैं। इनकी हालत को देखकर महिलाएं परेशान हो उठती हैं। एक महिला ने रूमाल से येसु का चेहरा पोछती हैं तो येसु का चेहरा का छाप रूमाल पर आ जाता है। कुछ दूरी पर एक व्यक्ति को पकड़कर येसु का सलीब ढोने को दिया गया। 1
4 मुकाम का पराकाष्ठता उस समय होता है। जब येसु को सलीब पर चढ़ाया जाता है। सलीब पर चढे़ येसु गुनाह का कार्य करने वाले विरोधियों के कारनामा को क्षमा कर देता है। आसमान की ओर आंख उठाकर येसु जोर से कहते हैं हे! इनको क्षमा कर देना कि वे नहीं जानते कि क्या कर रहे हैं? इसके बाद प्राण त्याग देते हैं। इस समय वातावरण गमगीन हो गया। आर्यन माइकल नाम मासूम छोटा बालक इस झांकी को मोबाइल में कैद करने से खुद को रोक नहीं सका। मगध कॉलोनी में रहने वाले क्लारेंस हेनरी के नेतृत्व में गीत और संगीत पेश किया गया। कभी श्रद्धालु बैठकर, घुटना टेककर और खड़ा होकर प्रार्थना किए। इसके साथ ही उपवास और परहेज रखे।
आलोक कुमार
बिहार

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