उत्तराखंड की विस्तृत खबर (27 जून) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 27 जून 2014

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (27 जून)

चर्चित अधिकारी के रहते केन्द्र से उत्तराखंड आने को तैयार नहीं अफसर

देहरादून, 27 जून (निस)। उत्तराखंड सरकार अफसरों की कमी से जूझ रही है। एक तरफ तो स्वीकृत कैडर में आईएएस के आधे पद खाली पड़े हैं तो दूसरी तरफ काबिल और ईमानदार अफसर अपने मूल कैडर उत्तराखंड में आने को तैयार ही नहीं है। इसकी एकमात्र वजह राज्य में तैनात एक ताकतवर हो चुके अफसर को ही माना जा रहा है। जो हर मुख्यमंत्री का लाडला हो जाता रहा है। राज्य में आईएएस अफसरों का कैडर 120 का है। फिलवक्त महज 76 अफसर ही इस कैडर में हैं। इनमें से 16 अफसर केंद्र सरकार में प्रतिनियु्क्ति पर काम कर रहे हैं। और कई केंद्र चले गए हैं जिनमें अभी अंभी केन्द्र गये नितेश कुमार झा व वी वी पुरुषोतम है, जाहिर है कि आधे अफसरों से कैसे काम चल रहा होगा, इसकी कल्पना आसानी से की जा सकती है। इस वक्त प्रमुख सचिव और सचिव स्तर के अफसरों की बेहद कमी है। आलम यह है कि सरकार को मुख्य सचिव पद के लिए कोई काबिल अफसर मिल ही नहीं रहा है। जबकि वर्तमान मुख्य सचिव सेवानिवृत होने के बावजूद छह माह के कार्यकाल विस्तार पर कार्यरत हैं। उनका यह कार्यकाल भी अगले दो माह में समाप्त होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि सीएम के एक खास सिपहसालार ने पिछले दिनों दिल्ली में तैनात मुख्य सचिव स्तर के पांच अफसरों से उत्तराखंड आने की गुहार लगाई। लेकिन किसी ने भी राज्य में चर्चित इस अधिकारी के यहां तैनाती तक उत्तराखण्डं लौटने को हामी नहीं भरी। दरअसल, सूबे में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ब्यूरोक्रेसी का हाल बेहाल हो गया है। हालत तो पहले भी खराब  थी, लेकिन मौजूदा समय में स्थिति बेकाबू होती जा रही है। केंद्र में काम कर रहे अफसर खासे सीनियर हैं, उनकी कार्यक्षमता और ईमानदारी पर कोई सवाल आज तक नहीं उठा है। लेकिन पिछले ढाई सालों में ब्यूरोक्रेसी की स्थिति को देख ये अफसर यहां आने की हिम्मत ही नहीं जुटा पा रहे हैं। यूं तो इसकी एक वजह तो मुख्यमंत्रियों के नजदीकियों का शासन में रोजाना और बेवजह की दखलंदाजी तो है ही, सबसे बड़ी वजह राज्य की ब्यूरोक्रेसी में चर्चित रहने वाला एक ताकतवर अफसर है। विजय बहुगुणा के सीएम रहते हुए इस शख्स ने सुपर मुख्य सचिव ही नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री पुत्र के दम पर सुपर सीएम की तरह से काम किया। हरीश रावत के सीएम बनने के बाद लगने लगा था कि इस अफसर की कारगुजारियों पर कुछ लगाम लगेगी। लेकिन हुआ इसके विपरीत। आज भी इस अफसर के दफ्तर में नेताओं का जमावड़ा रहता है और मुख्य सचिव फाइलों से जूझते रहते हैं। इस अफसर का राज्य के हर महकमे में दखल रहता है, लेकिन खासतौर पर खनन,उद्योग,नागरिक उड्डयन व वित्त इनके सबसे ज्यादा पसंदीदा विभाग हैं क्योंकि मलाई भी इन्ही सब विभागों में ज्यादा बतायी जाती है।  जूनियर अफसरों को लताड़ने वाले अंदाज में फाइलों पर अपनी मर्जी से ही यह अधिकारी अब तक नोटिंग करवाता रहा है और सीनियर अफसरों पर दबाव बनाकर काम करवाता है। इतना ही नहीं, कैबिनेट की बैठकों में भी यह अफसर मंत्रियों की बात को बीच में काटकर अपनी मर्जी से फैसले करवाता है। अभी दो माह पहले सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाली एक मंत्री ने इस अफसर को बैठक में ही लताड़ लगाई। लेकिन बाहर निकलते ही अफसर ने अपने अंदाज में काम करना शुरू कर दिया। सूत्रों का कहना है कि यहां की सूचनाएं दिल्ली में बैठे इस कैडर के अफसरों तक भी पहुंच रही है। उन्हें लग रहा है कि इस ताकतवर अफसर की खलंदाजी के चलते काम करने का मौका तो मिलेगा ही नहीं, मौका लगते ही यह अफसर खुद को सु्प्रीम साबित करने के लिए बेइज्जत भी कर सकता है। बताया जा रहा है कि इसी अफसर के बैच के एक आईएएस उत्तराखंड आने को तैयार भी हैं। लेकिन वो यहां काम करने के लिए फ्री हैंड चाहते हैं। इस अफसर ने सरकार को साफ बता दिया है कि अगर इस चर्चित अफसर को इसी तरह से ताकतवर बनाए रखना है तो वे उत्तराखंड आने की बजाय केंद्र सरकार में ही काम करना ज्यादा पसंद करेंगे। एक और अफसर ने बड़े शालीन अंदाज में सरकार से कहा कि अभी कुछ सोचा नहीं है। बड़ा सवाल यह है कि सरकारों को हो क्या गया है। एक अफसर की खातिर सरकार को बदहाल हो रही उत्तराखंड की नौकरशाही की परवाह क्यों नहीं है। अब जब नौकरशाही बदहाल होगी तो शासनतंत्र कैसे जनहित के काम कर पाएगा। अगर सरकार ने इस बारे में गंभीरता से नहीं सोचा तो इस अफसर के रिटायर होने तक सूबे की नौकरशाही पूरी तरह से तबाह हो जाएगी।

माल रोड़ पर है गंदगी का अंबार, लेग परेशान, अधिकारियों ने साधी चुप्पी 

देहरादून/मसूरी,  27 जून (निस)।  एक जमाने में पहाड़ों की रानी मसूरी प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही सफाई के लिए भी जानी जाती थी। वर्तमान समय में मालरोड पर गंदगी का ऐसा नजारा है कि लोगों को कई जगहों पर परेशानियों का सामना करने के साथ ही मुंह पर रूमाल रखकर चलना पड़ता है। मालरोड की सफाई का दायित्व नगर पालिका का है। पूर्व में सफाई कर्मचारियों की पूरी व्यवस्था थी। धीरे धीरे कर्मचारियांे के रिटायर होने पर नई भर्ती नहीं हो पाई। पालिका ने संविदा में काफी संख्या में कर्मचारी रखे लेकिन मालरोड पर काम करता कोई नजर नहीं आता। चारों ओर गंदगी का साम्राज्य फैला है। मालरोड पर जो कूड़ा डंपिग के लिए बड़े कूड़ादान रखे गये हैं उनमें से कूड़ा नहीं उठने से पूरी मालरोड पर दुर्गंध फैली रहती  है। इन कूड़ादानों में कूड़ा होने के साथ ही इससे रिसती गंदगी बह कर मालरोड पर आ जाती है। इन कूड़दानों को रोड के अंदर रखने का स्थान बनाया गया था। लेकिन देखभाल की कमी के कारण षटर तोड़ दिए गये। जिस कारण कूड़ा खुले में पड़ा रहता है। पालिका ने पूरी मालरोड पर आकर्शक डस्टबिन लगाये थे जिनको लगभग तोड़ दिया गया है।  इनका कूड़ा सड़क पर बिखरा रहता है। इस संबंध में जब पालिका स्वास्थ्य अधिकारी डा. आरके सिंह से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने गंदगी से इनकार किया व कहा कि कर्मचारी बराबर सफाई कर रहे हैं।

नौकरी का झांसा देकर वेैश्यावृति का काम कराने वाले पंाच गिरफ्तार

  • पश्चिम बंगाल की दो युवतीयां मिली आरोपियों के कब्जे से

देहरादून, 27 जून (निस)। राजधानी और उसके आस-पास के इलाकों में  जहां एक ओर अपराधों की सख्ंया में वृद्धि हुई है, वहीं दूसरी ओर इन क्षेत्रों में वैश्वावृति का धंधा भी जोर पकड़ रहा है। पुलिस के आकड़ों पर यदि नजर दौड़ाई जाए तो राजधानी और आस-पास के इलाकों में अपराध के साथ-साथ वैश्यावृति का धंधा राज्य बनने के बाद काफी बढ़ा है। अपराधों ने तो जहां आम आदमी के जीवन पर करारी चोट की है वहीं वैश्यावृति के धन्धें ने समाज पर कुप्रभाव डाला है। दिल्ली चड़ीगढ़ और आसपास की लड़कियों को राजधानी देहरादून के आसपास के इलाकों में लाकर शौकीनों की जहां राते रंगीन की जा रही है तो वहीं ऐसी लड़कियों के जीवन के साथ नौकरी का झांसा देकर खिलवाड़ किया जा रहा है। राजधानी क्षेत्र में पैसे के साथ-साथ इस तरह के अपराधों में भी बाढ़ सी आ गई है। कई मामलों में तो ये पुलिस के पकड़ में आ जाते है लेकिन कई स्थानों पर इस तरह के धंधे पुलिस के संरक्षण में चलते है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी युवतियों को नौकरी का झांसा देकर जबरन वैश्यावृति करवाते थे। इसके बाद ठीक-ठाक दाम पर उन्हें दिल्ली व आस-पास के इलाकांे में बेच देते थे। मानव तस्करी के इस मामलें का खुलासा होने के बाद मित्र पुलिस ने कुछ हद तक जरूर चैन की सांस ली है। विकास नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक दिलदहला देने वाली घटना प्रकाश में आयी है। क्षेत्र के ग्राम कल्याणपुरी में सैक्स रैकेट चलाने वाली महिला सहित चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जें से पश्चिम बंगाल की युवतियंा मिली हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी सहित संलिप्त धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है। बता दंे की विकास नगर पुलिस को सूचना मिली की क्षेत्र के कल्याणपुरी ग्राम में जबरन वैश्यावृति का गौरख धंधा चलाया जा रहा है। मामलें को गंभीरता से लेते हुए निरीक्षक प्रहलाद सिंह मीना दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। जहां से उन्होंने रैकेट की मुख्य आरोपी किरन देवी पत्नी दुर्गा सिंह, सन्नी सिंह पुत्र दुर्गा सिंह, राजू, थैसी इम्पा पुत्र बाबा निवासी तेसपुर गोहरी, दुर्गा सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ कर जानकारी देते हुए बताया कि किरन देवी मानव तस्करी का काम करती है। वो अपने पति व पुत्र की मदद से नौकरी का झांसा देकर अपने घर में युवतियों की मजबूरी का फायदा उठाकर लाते हैं। फिर उनसे घर का काम कराते हैं। साथ ही जबरन उनसे वैश्यावृति का काम करवाया जाता है। पुलिस ने बताया की दोनों ही युवतियां पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं जिनकी उम्र 20 वर्ष के लगभग है। पुलिस ने आरोपीयों के खिलाफ संलिप्त धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कर लिया

ऊर्जा कर्मियों ने फूंकी नो वर्क नो पे आदेश की प्रतिया

देहरादून, 27 जून (निस)। ऊर्जा निगम के प्रबंधन और निगम कर्मियों के बीच टकराव की स्थिति लगातार बनती जा रही है। निगम कर्मियों द्वारा बीते दिनों से नाॅन फंक्शनल ग्रेड समाप्त करने सहित अपनी विभिन्न मांगो को लेकर ऊर्जा निगम कार्मिकों ने न केवल सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है, अपितु निगम द्वारा जारी किये गये ‘नो वर्क नो पे’ आदेश की प्रतियांे को भी जोरदार नारेबाजी के बीच फूंका। विदित हो कि उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आज से कर्मचारियों ने जहां आंदोलन करने का ऐलान किया था, वहीं कर्मचारियों के आंदोलन को लेकर ऊर्जा निगम ने ‘नो वर्क नो पे’ का नोटिस जारी कर दिया। इसके साथ ही कोर्ट ने भी ऊर्जा भवन से 200 मीटर दूरी पर धरना-प्रदर्शन के आदेश दिया है। शुक्रवार को कर्मचारियों ने न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए ऊर्जा भवन के 200 मीटर के बाहर धरना प्रदर्शन करते हुए नो वर्क नो पे आदेश की प्रतियों को आग के हवाले कर दिया। इस अवसर पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि गत एक माह पूर्व संगठन की ओर से प्रबंधक को आंदोलन का नोटिस जारी कर दिया गया है, लेकिन प्रबंधक ने बात करना तक मुनासिब नहीं समझा। लिहाजा उनको आंदोलन करने पर विवश होना पड़ा है। वक्ताओं ने कहा कि फिलहाल एक दिन का सत्याग्रह किया जा रहा है। इसके बाद कार्यबहिष्कार किया जाएगा। फिर भी मांग पूरी नहीं हुई तो 25 जुलाई को एक दिन का कार्यबहिष्कार किया जाएगा। उनका साफ कहना था कि इन कदमों के बावजूद मांग पूरी नहीं होती है, तो संगठन को आंदोलन तेज करने पर विवश होना पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार व विभाग की होगी। प्रदर्शनकारियों में मोर्चा अध्यक्ष जगमोहन सिंह रौथाण के अलावा केआर कश्यप, एपी अमोली, जीएन कोठियाल, डीसी ध्यानी, वाईएस तोमर, दीपक बेनीवाल मुख्य रूप से शामिल थे।

इंदिरा हृदयेश से की बारमूला की 24 छात्राओं ने मुलाकात 

देहरादून, 27 जून (निस)। राष्ट्रीय एकता के लिए सेना द्वारा संचालित ‘‘सदभावना मिशन’’ के अन्तर्गत जम्मू कश्मीर के बारमूला की 24 छात्राओं के दल ने शुक्रवार को सचिवालय में वित्त, नियोजन एवं औद्योगिक विकास मंत्री डा0 इन्दिरा हृदयेश से भेंट की। इस अवसर पर डा0 इन्दिरा हृदयेश ने कहा कि जम्मू कश्मीर की भांति उत्तराखण्ड भी पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है एवं वहां की भौगोलिक परिस्थितियां हमारी तरह है। विगत जून, 2014 में आयी दैवीय आपदा से प्रदेश की सड़क आदि अवस्थापना सुविधायें प्रभावित हुई है। उन्होंने छात्राओं को उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति, चारधाम व पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि देवभूमि उत्तराखंड गंगा, यमुना का उदगम स्थल है। आर्थिकी यहां की महिलाओं पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में महिलायंे आर्थिकी का प्रमुख आधार है।  इस अवसर पर आर्मी गुडविल स्कूल की छात्राओं द्वारा वित्त, नियोजन एवं औद्योगिक विकास मंत्री डा0 इन्दिरा हृदयेश के सम्मान में अपनी भाषा में गीत गाया। दल का प्रतिनिधित्व कर रही सेना की मेजर गरिमा जोशी ने बताया कि राष्ट्रीय एकता के उद्देश्य से संचालित सेना के इस अभियान में छात्राओं को श्रीनगर, जम्मू, चंडीगढ व देहरादून का भ्रमण कराया गया है। वित्त, नियोजन एवं औद्योगिक विकास मंत्री डा0 इन्दिरा हृदयेश से उत्तराखण्ड इण्डस्ट्रियल एशोसियेशन के सदस्यों ने मुलाकात कर औद्योगिक क्षेत्र सेलाकुई में 4-5 घंटे की अघोषित विद्युत कटौती बंद करने की मांग की। औद्योगिक विकास मंत्री ने दूरभाष पर प्रबन्ध निदेशक, उत्तराखण्ड पाॅवर कार्पोरेशन एस0एस0यादव से औद्योगिक क्षेत्र सेलाकुई में अघोषित विद्युत कटौती बंद करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही सिडकुल क्षेत्र में दौरा करेंगी, जिसमें वे भी उनके साथ चलकर उद्यमियों की विद्युत सम्बंधी समस्या का निराकरण करायेंगे ताकि पर्वतीय इलाकें में उद्योगो को प्रोत्साहन मिलें। उन्होंने लघु उद्योगो को पहाडी परिवेश में मानते हुए उद्यमियों से पहाडों में लघु उद्योग स्थापना का आमंत्रण दिया। दल का प्रतिनिधित्व कर रही सेना की मेजर गरिमा जोशी ने बताया कि राष्ट्रीय एकता के उद्देश्य से संचालित सेना के इस अभियान में छात्राओं को श्रीनगर, जम्मू, चंडीगढ़ व देहरादून का भ्रमण कराया गया है।

आवेदन पत्र 28 तक कराए जा सकेगे जमा

अल्मोडा़,  27 जून (निस)। क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी,एल0एस0बिष्ट ने बताया कि अल्मोड़ा में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ी जाति के अभ्यर्थियों की सेवायोजकता में वृद्धि के उद्देश्य से  01 जुलाई 2014 से शुरू ह किये जा रहे छः माह मासीय प्रशिक्षण सत्र में प्रवेश हेतु आवेदन- पत्र भरे जा रहे है। छः मासीय प्रशिक्षण में सामान्य हिन्दी, सामान्य अंग्रजी, सामान्य ज्ञान, सामान्य गणित, बहीखाता एवं लेखा शास्त्र, सचिवालय पद्धति, हिन्दी टंकण तथा कम्प्यूटर आदि विषयों में प्रशिक्षण निःशुल्क प्रदान किया जायेगा उन्होंने बताया कि प्रवेश हेतु अर्हता इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। हाईस्कूल परीक्षा में अंग्रजी विषय वाले अभ्यर्थियों का वरीयता प्रदान की जायेगी। आयु सीमा 18 वर्ष से 30 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। प्रशिक्षण हेतु स्थान सीमित हैं। इच्छुक अभ्यर्थी किसी भी कार्य दिवस पर आवेदन पत्र का प्रारूप केन्द्र से निःशुल्क प्राप्त कर समस्त शैक्षिक योग्यता के प्रमाण -पत्र , अंक तालिकाओं, आयु एवं जनपद अल्मोड़ा के स्थायी/मूल निवास प्रमाण पत्रों की प्रमाणित छाया प्रतियों सहित 28 जून, 2014 तक केन्द्र में जमा कर दें। साक्षात्कार की तिथि बाद में अवगत कराया जायेगा। साक्षात्कार के समय समस्त प्रमाण पत्रों को मूल रूप में प्रस्तुत करना अनिवार्य है। इस सम्बन्ध में किसी प्रकार का यात्रा-भत्ता देय न होगा। प्रशिक्षणार्थियों का आवास, भोजन एवं लेखन सामग्री की व्यवस्था स्वयं करनी होगी।

आरोग्य कुंज में 29 को होंगे विविध कार्यक्रम

रुद्रपुर, 27 जून (निस)। आगामी 29 जून को हल्द्वानी रोड स्थित आरोग्य कुंज में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आरोग्य संस्था की महासचिव डा. रूखसाना परवीन ने बताया कि दोपहर 4 बजे वृक्षारोपण के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ होगा जिसके पश्चात नेशनल यूथ प्रोजेक्ट का उदघाटन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि शाम पांच बजे से रिटर्न आफ नेचर प्रोग्राम आयोजित होगा जिसके पश्चात सर्वधर्म प्रार्थना सभा होगी। उन्होंने बताया कि सायं 7.30 बजे से भारत की संतान कार्यक्रम होगा जबकि रात्रि 9 बजे से गजल एवं भजन कार्यक्रम होगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रमों का उद्देश्य सोशल एन्वायर्नमेंटल कम्युनल हारमनी का संदेश देना है। गांधीवादी आरोग्य संस्था की अध्यक्ष स्वामी अन्तर ने बताया कि हम समय समय पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि नेशनल यूथ सेंटर का उद्देश्य युवाओं को रोजगार, नशा मुक्ति, सम्पूर्ण व्यवस्था तथा उनके आत्मिक व आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों के व्याख्याताओं मौलाना जाहिद रजा रिजवी, ज्ञानी गुरबाज सिंह, मौलाना ताहिर, एके वत्सल, एमपी जैन आदि अपने विचार रखेंगे। साथ ही नगर के कई गणमान्य लोग भी कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे हैं। इस दौरान डा. शैलेंद्र, शाजिया, शहनाज, डा. मनीष, हरविंदर विर्क, मधु, बबिता नारंग आदि मौजूद थे।

पुलिस कर्मियों को दी नशे के दुष्परिणामों की जानकारी

रुद्रपुर, 27 जून (निस)। पुलिस लाइन सभागार में आयोजित एक गोष्ठी में पुलिसकर्मियों को विभिन्न नशे से शरीर को होने वाले नुकसान की विस्तार से जानकारी देते हुए सभी से हर तरह के नशे से दूर रहने की अपील की गयी। जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डा. उदयशंकर ने जवानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज में युवा वर्ग जिस प्रकार से नशे की जद में आ रहा है वह गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी न सिर्फ स्वयं नशे से दूर रहें बल्कि युवा वर्ग को भी इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करें। उन्हांेने कहा कि जो व्यक्ति नशा करता है उसका प्रभाव उसके शरीर के सभी अंगों पर किसी न किसी रूप में अवश्य पड़ता है और यदि व्यक्ति नशे का आदी हो जाता है तो निश्चित रूप से उसकी आयु भी कम हो जाती है। उन्होंने जवानों से नशे से दूर रहने को कहा।

पूर्व सभासद पर रंगदारी मांगने का आरोप

रुद्रपुर, 27 जून (निस)। पूर्व सभासद दिलीप अधिकारी पर पांच लाख रूपए की रंगदारी मांगने व न देने पर जान से मारने की ध्मकी देने का आरोप लगाते हुए दर्जनों लोगों ने कोतवाली पहुंचकर कोतवाल को तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की। कोतवाली पहुंचे लोगों ने कहा कि ठाकुरनगर राजा कालोनी ट्रांजिट कैंप वार्ड 2 में रामकुमार गुप्ता पुत्र स्व. कुंदनलाल का आवास है। उनका कहना है कि एक पूर्व सभासद पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कैंप में सरकारी भूमि की अवैध खरीद फरोख्त मंे लिप्त हैं और लोगों को डरा धमकाकर पैसे ऐंठते हैं। गुप्ता ने आरोप लगाया कि गत दिवस उक्त सभासद अपने कुछ साथियों के साथ उनके घर आये और शोर शराबा करने लगे। इस दौरान रामकुमार गुप्ता, उसकी पत्नी व अन्य लोग मौके पर पहुंचे तो उक्त पूर्व सभासद ने तमंचा तानकर पांच लाख की रंगदारी मांगी और न देने पर जान से मारने की धमकी दी। गुप्ता ने कोतवाली में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है।

जुलाई से सितंबर तक होगा शिविर का आयोजन

चंपावत, 27 जून (निस)। जिला सेवायोजन कार्यालय के शिक्षण और मार्गदर्शन केंद्र में जुलाई से अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछडे़ वर्ग के अभ्यर्थियों को विभिन्न रोजगारों में सफलता के लिए पूर्व प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया जाएगा। जिला सेवायोजन अधिकारी वाईएस रावत ने बताया कि अभ्यर्थियों की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट और आयु 18 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। जुलाई से सितंबर तक चलने वाले शिविर में अभ्यर्थियों को सामान्य ज्ञान, सामान्य अंग्रेेजी के अलावा कंप्यूटर टाइपिंग समेत अन्य विषयों से संबंधित प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तैयारी का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया प्रशिक्षण में शामिल होने के इच्छुक आवेदनकर्ता अपने मूल शैक्षिक प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, स्थाई निवास प्रमाण पत्र, सेवायोजन कार्यालय में पंजीकरण प्रमाण पत्र और दो पासपोर्ट फोटोग्राफ के साथ जिला सेवायोजन कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

नदी में समा रही कृषि भूमि

बनबसा, 27 जून (निस)। बरसात में उफान पर बहने वाली हुड्डी द्वारा हो रहे भूकटाव से हर वर्ष चंदनी, आनंदपुर और बमनपुरी गांव की कृषि भूमि लगातार नदी में समा रही है। भू-कटाव रोकथाम को हर साल वायर क्रेट्स बनाए जाते हैं किंतु नदी दूसरी जगह कटाव करने लगती है। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से भू-कटाव की रोकथाम और नदी से मलवा हटानेे मांग की है। बैड मैटेरियल जमा होने से करीब दो दशकों से नदी बरसारत में ओवरफ्लो होकर बहती है, जिससे क्षेत्र में बाढ़ आ जाती है। हुड्डी के भूकटाव से दो दशकों में चंदनी, आनंदपुर और बमनपुरी गांव की 30 से 35 एकड़ कृषि भूमि नदी में समा चुकी है। नदी तट पर निर्मित वायरक्रेट्स भी भूकटाव रोकने में कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। पटवारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि अब तक तीन गांवों की करीब 30 एकड़ कृषि भूमि भूकटाव की भेंट चढ़ चुकी है। आनंदपुर निवासी समाज सेवी जनक चंद के मुताबिक हुड्डी भूकटाव और बाढ़ को जन्म देती है। बमनपुरी के समाज सेवी युजिन जार्ज और हेमेंद्र रावत ने प्रशासन से भूकटाव रोकने और नदी से चुगान किए जाने की मांग की है।  उधर, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता उमेश कुमार ने बताया कि तटबंध बनाने के लिए तीन करोड़ 40 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, जिसमें पैसा अवमुक्त होते ही कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

भर्ती मेला 28 को

रूद्रपुर, 27 जून (निस)। जिला सेवायोजन अधिकारी अनुभा जैन ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि जनपद के बाजपुर स्थित एक प्रतिष्ठित निजी कम्पनी को 12वीं पास ऐसे पुरूष अभ्यर्थियों की आवश्यकता है जो इण्टर मीडियेट परीक्षा फिजिक्स,कैमिस्ट्री एवं मैथस् बिषय के साथ 50 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण हों तथा उनकी आयु सीमा 18 से 22 वर्ष हों। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों का नाम प्रदेश के किसी भी सेवा योजन कार्यालय में पंजीकृत हो तथा वह इस कम्पनी में सेवायोजित होने के इच्छुक है तो वह 28 जून को प्रातः 10 बजे जिला सेवायोजन कार्यालय में उपस्थित होकर भर्ती मेले में शामिल हो सकते है।

नेट परीक्षा 29 को, तैयारियों को दिया गया अंतिम रूप

नैनीताल, 27 जून (निस)। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सहयोग से 29 जून को होने वाली नेट परीक्षा के लिए कुमाऊं विवि ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। पंजीकृत 4301 अभ्यर्थियों के लिए मंडल मुख्यालय में आठ परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। आयोग ने परीक्षा के सफल संचालन के लिए सात पर्यवेक्षकों की तैनाती कर दी है। परीक्षा के मुख्य समन्वयक एवं डीएसबी परिसर के निदेशक प्रो. बीआर कौशल के मुताबिक तीन प्रश्नपत्रों की यह परीक्षा सुबह 9.30 बजे से शुरू होकर शाम चार बजे तक चलेगी। परीक्षा के लिए यूजीसी ने 42 अलग-अलग विषय निर्धारित किए हैं। डीएसबी परिसर स्थित परीक्षा केंद्र में 1734, राजकीय इंटर कालेज में 329, राजकीय कन्या इंटर कालेज में 355, सीआरएसटी इंटर कालेज में 328, भारतीय शहीद सैनिक स्कूल में 450, राजकीय पालीटेक्निक में 350, नगर पालिका बालिका इंटर कालेज में 401 जबकि अम्तुल पब्लिक स्कूल में 354 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। डीएसबी में प्रो. नीरजा टंडन, प्रो. मानवेंद्र पाठक और प्रो. एसएस बर्गली केंद्राध्यक्ष होंगे। अन्य केंद्रों में वहां के प्रधानाचार्यों को केंद्राध्यक्षों की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। यूजीसी ने परीक्षा के लिए डा. रु बीना खान, प्रो. शिप्रा मैत्रा, डा. बीएल चैधरी, प्रदीप कुमार, प्रो. एम. शफीक, डा. एसके शर्मा और डा. भुवन कुमार झा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र से संबंधित जानकारी कुमाऊं विवि की वेबसाइट से हासिल कर सकते हैं।

29 को मनेगा सांख्यिकीय दिवस

रूद्रपुर, 27 जून (निस)। आर्थिक नियोजन तथा साॅख्यिकीय क्षेत्र में किये गये उल्लेखनीय योगदान के उपलक्ष्य में प्रो0 प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस का जन्म दिन 29 जून को साॅख्यिकीय दिवस के रूप में मनाया जायेगा। यह जानकारी जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी राजेन्द्र तिवारी ने दी है। उन्होने इस सम्बन्ध में जनपद में स्थित विभिन्न महाविद्यालयों के प्रचार्यो से कहा है कि वह 29 जून को अपने अपने विद्यालयों में साॅख्यिकीय दिवस के अवसर पर गोष्ठी,वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन अर्थशास्त्र/साॅख्यिकीय संकाय द्वारा कराया जाय ताकि छात्र-छात्राओं को साॅख्यिकीय के प्रति जागरूकता विकसित हो सकें।

कूड़े निस्तारण को नहीं है कोई इंतजाम 

पिथौरागढ,  27 जून (निस)। बारिश शुरू हो गई है लेकिन नगर के कूड़े के निस्तारण का कोई इंतजाम नहीं हो पाया है। अब कूड़ा गंभीर समस्या बन गया है। समाधान के लिए प्रशासन के प्रयास काफी धीमे हैं। पालिका प्रशासन के इंतजामों पर नजर रखे है। कूड़ा निस्तारण के लिए प्रशासन अब तक किसी निर्विवाद स्थान का चयन नहीं कर पाया है। हाईकोर्ट ने पिछले दिनों एक आदेश में नैनीपातल में कूड़ा डालने पर रोक लगा दी थी। नैनीपातल में पिछले 40 साल से नगर का कूड़ा फेंका जा रहा है। कोर्ट का आदेश आते ही नगरपालिका ने नैनीपातल में कूड़ा डालना तो बंद कर दिया लेकिन कूड़ा निस्तारण के लिए नई जगह का चयन नहीं हो पाया है। पालिका के कर्मचारी नगर की सड़कों, गलियों, बाजारों की सफाई करने के बाद कूड़ा एक स्थान पर एकत्र करते जा रहे हैं। पिछले दस दिनों से यही प्रक्रिया चल रही है। अब हर स्थान पर कूड़े के ढेर लग गए हैं। बारिश के समय यह कूड़ा सड़कों और रास्तों पर फैल रहा है। नगरपालिका अध्यक्ष जगत सिंह खाती ने स्वीकार किया कि नगर से कूड़ा न उठने के कारण अव्यवस्था फैलने लगी है। पालिका के सामने कठिन समस्या आ गई है। हाईकोर्ट के आदेश का पालन किया जा रहा है और प्रशासन से कूड़े के निस्तारण के लिए नया स्थान उपलब्ध कराने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन यदि रात के 12 बजे भी स्थान उपलब्ध कराता है तो उसी समय कूड़ा निस्तारण का काम शुरू हो जाएगा। सबसे आश्चर्य की बात है कि अभी तक इतने गंभीर मुद्दे पर सामाजिक और राजनैतिक संगठन चुप्पी साधे बैठे हैं। आम जनता की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।

एम्स से कभी भी अपने घर शिफ्ट हो सकते है मुख्यमंत्री

harish rawat
नई दिल्ली/देहरादून, 27 जून (निस)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली में चिकित्सा उपचार हेतु भर्ती मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए दून चिकित्सालय, देहरादून से चिकित्सकों की एक टीम “एम्स” नई दिल्ली गयी थी। दून चिकित्सालय के वरिश्ठ फीजिशियन डाॅ0 के0सी0 पंत के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम में न्यूरो सर्जन डाॅ0 डी0पी0 तिवारी, आर्थोपेडिक सर्जन डाॅ0 वाई0एस0 थपलियाल तथा 04 उपचारिकाएं (स्टाॅफ नर्स) सम्मिलित थे। चिकित्सकों की टीम ने मुख्यमंत्री का उपचार कर रहे एम्स के न्यूरो सर्जन डाॅ0 बी0एस0 शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक डाॅ0 डी0के0 शर्मा तथा एम्स के निदेशक डाॅ0 मिश्रा से भेंट की और मुख्यमंत्री को दिए जा रहे उपचार के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। एम्स के चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड श्री हरीश रावत गर्दन की हड्डी टूटने अर्थात् “सी-1 सर्वाइकल फ्रैक्चर” के कारण पीडि़त हैं। उपचार के दौरान उन्हें गर्दन स्थिर रखने के लिए “फिलेडेलफिया काॅलर” लगाया गया है, ताकि फ्रैक्चर वाले स्थान पर किसी प्रकार के हिलने-ढुलने जैसी स्थिति न रहे। इसके अतिरिक्त फ्रैक्चर के कारण उत्पन्न लक्षणों से संबंधित आवश्यकीय दवाईयांे से भी उपचार दिया जा रहा है। देहरादून वापस लौटने पर चिकित्सकों की टीम ने महानिदेशक स्वास्थ्य,  डाॅ0 जी0एस0 जोशी को मुख्यमंत्री को दिए जा रहे उपचार की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। महानिदेशक द्वारा जानकारी दी गयी है कि राज्य में उपलब्ध चिकित्सा सेवाओं के अन्तर्गत “सी-1 सर्वाइकल फ्रैक्चर” के उपचार एवं परीक्षण की सभी सुविधाएं उपलब्ध हंै। डाॅ0 जोशी ने बताया कि जैसे ही मुख्यमंत्री को एम्स के चिकित्सकों द्वारा यात्रा करने की सलाह के साथ डिस्चार्ज मिलेगा, तो उन्हें देहरादून में आवश्यकीय उपचार दिया जायेगा। डाॅ0 जोशी ने बताया कि दून चिकित्सालय के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम मुख्यमंत्री को दिए जा रहे उपचार से पूर्णतयाः भिज्ञ हो चुकी है और आगे के उपचार के लिए टीम पूर्णतयाः सक्षम है। उपचार के दौरान हमारे चिकित्सकों की टीम एम्स के उन चिकित्सकों के लगातार सम्पर्क में रहेगी, जिनके द्वारा वर्तमान में मुख्यमंत्री जी का उपचार किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त उत्तराखण्ड के अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों का भी परामर्श आवश्यकतानुसार प्राप्त किया जायेगा।

जमाखोरों के खिलाफ कार्यवाही और फास्ट ट्रैक कोर्ट अच्छा प्रयासः कैट 

देहरादून/दिल्ली, 27 जून (निस)। प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी द्वारा महंगाई रोकने के बारे में कड़े कदम उठाने का संकेत देते हुए जमाखोरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने और जमाखोरी से सम्बंधित मामलों के निपटारे के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन का व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने स्वागत किया है और कहा है की किसी भी रूप में जमाखोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इसका सीधा विपरीत प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी. भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खण्डेलवाल ने एक संयुक्त वक्तव्य में प्रधानमंत्री के बयान का स्वागत करते हुए कहा की देश में महंगाई रोकने के लिए जमाखोरी की परिभाषा को दोबारा परिभाषित किये जाने की जरूरत है ! उन्होंने ने कहा की व्यापारी तो पारम्परिक तरीके से सप्लाई चैन का हिस्सा बनते हुए माल खरीदते और बेचते है जबकि वर्तमान परिवेश में बड़ी संख्या में बड़े कॉर्पोरेट रिटेलर जिनके देश भर में रिटेल स्टोर्स हैं की जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़ी मात्रा में जरूरी सामानों और प्रति दिन इस्तेमाल में लाये जानी वाली वस्तुओं को बड़ी मात्रा में अपने बड़े वेयरहाउसेस में कई महीनों के स्टॉक की जमाखोरी करते है।  ऐसे सभी कॉर्पोरेट रिटेलरों के वेयरहाउसेस की भी जांच की जानी चाहिए और जमाखोरी पाये जाने पर उनके खिलाफ भी कार्यवाही की  जानी चाहिए। दोनों व्यापारी नेताओं ने यह भी कहा की कुछ बड़ी कंपनियां सार्क देशों में जरूरी वस्तुओं का स्टॉक रखती है और जब देश में ऐसी वस्तुओं की कमी हो जाती है और दाम बाद जाते है तब ये कंपनियां सार्क देशों में रखे अपने स्टॉक से वस्तुएं भारत में इम्पोर्ट कर बड़ा मुनाफा कमाती है। ऐसी कम्पनियों पर भी सरकार को कार्यवाही करनी चाहिए।

अवैध खनन के दौरान 4 जेसीबी, 2 टैक्टर ट्राली व 15 पोकलैण्ड सीज 

देहरादून, 27 जून (निस)। अवैध खनन के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी है। अवैध खनन सतर्कता इकाई द्वारा अब तक करोड़ो का अवैध खनन पकड़ा जा चुका है। इसी क्रम में शुक्रवार को उपखनिजों के अवैध खनन एवं कालाबाजारी को रोकने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक संजय गुंज्याल के निर्देश पर एक बार फिर अवैध खनन सतर्कता इकाई ने हरिद्वार क्षेत्र में स्थानीय पुलिस की मदद से अवैध खनन पर कार्यवाही की। छापेमारी के दौरान अवैध खनन करते 04 जेसीबी, 02 टैक्टर ट्राली तथा 15 पोकलैण्ड सीज किये गये। पीएचक्यू से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस उपमहानिरीक्षक पीएसी संजय गुंज्याल ने नेतृत्व में अवैध खनन सतर्कता इकाई व स्थानीय पुलिस की टीम ने जनपद हरिद्वार के ग्राम फेरुपुर, विशनपुर कुन्डी, रायपुर रायघाटी, श्यामपुर क्षेत्र, मिठ्टी बेरी में छापेमारी की कार्यवाही की गई। छापेमारी के दौरान अवैध खनन करते 04 जेसीबी, 02 टैक्टर ट्राली तथा 15 पोकलैण्ड सीज किये गये।

डेडिकेटेड साहसिक पर्यटन विंग खोलने के मुख्य सचिव ने दिये निर्देश 

देहरादून, 27 जून (निस)। मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड पर्यटन के एडीबी सहायतित अवस्थापना विकास एवं निवेश कार्यक्रम की राज्य स्तरीय कार्य समिति की बैठक हुई। बैठक में नौगांव व मोरी (उत्तरकाशी), कोटगी सेम (रूद्रप्रयाग), भिकियासैंण और कुमारिया (अल्मोड़ा), कपकोट (बागेश्वर), पंचेश्वर (चंपावत), सतपुली और श्रीनगर (पौड़ी), जौलजीवी और मुनस्यारी (पिथौरागढ़), कालेश्वर और जोशीमठ (चमोली) स्थानों पर साहसिक पर्यटन केन्द्र विकसित करने की मंजूरी दी गई। इन स्थलों पर उनके भौगोलिक स्वरूप एवं संसाधनो के अनुसार राफ्टिंग, क्यांिकंग, राॅक क्लाइंबिंग, ट्रेकिंग, एंगलिंग, माउण्टेन बाइकिंग, कैम्पिंग आदि साहसिक गतिविधियां संचालित की जायेंगी। इन केन्द्रोें को विकसित करने में लगभग 16 करोड़ रूपये का व्यय होने का अनुमान है। मुख्य सचिव ने उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद को एक डेडिकेटेड साहसिक पर्यटन विंग खोलने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी नये साहसिक पर्यटन केन्द्रों पर विशेषज्ञ अधिकारी की तैनाती करने के निर्देश भी दिये। एक अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव में राज्य स्तरीय समिति ने पर्यटन विभाग की प्रदेश भर में छोटे-बड़े लगभग 1978 साइनेजेज (साइन बोर्ड) लगाने की मंजूरी दी।  मुख्य सचिव ने साइन बोर्डों को अंग्रेजी एवं हिन्दी दोनों भाषाओं में लगाने के निर्देश दिये। राज्य की सीमाओं, प्रत्येक महत्वपूर्ण नगर के प्रवेश एवं निकास द्वारों, महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों आदि पर यह साइन बोर्ड लगाये जायेंगे। बैठक में अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, पर्यटन विकास परिषद के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिव कुर्वे, अपर सचिव अरविंद सिंह हयांकी, जीएमवीएन के एमडी डा. राजेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ आधिकारीगण उपस्थित थे।

मुख्य सचिव ने किया निर्माणाधीन फ्लाईओवर का निरीक्षण

देहरादून, 27 जून (निस)। मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने शुक्रवार को देहरादून नगर में निर्माणधीन तीन फ्लाई ओवर्स का निरीक्षण किया। उन्होंने बल्लूपुर, बल्लीवाला और आईएसबीटी फ्लाई ओवरों का निरीक्षण करते हुए कार्यदायी संस्थाओं की धीमी कार्यशैली पर अप्रसन्नता व्यक्त की। ईपीआईएल एजेन्सी द्वारा बल्लूपुर और बल्लीवाला फ्लाई ओवर बनाया जा रहा है और आईएसबीटी फ्लाई ओवर राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण के अधीन है बल्लूपुर फ्लाई ओवर में कुल 56 पाइल्स (आधार स्तंभ) के सापेक्ष मात्र 30 पाइल्स निर्मित हुए है। बल्लीवाला में 40 पाईल्स के सापेक्ष 16 बन गये है। आईएसबीटी फ्लाईओवर में 126 पाईल्स के सापेक्ष मात्र 20 बने है। मुख्य सचिव ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जब अभी पाईल्स का निर्माण ही पूरा नहीं हुआ तो आगे का कार्य समय पर कैसे होगा। उन्होंने संबन्धित अधिकारियेां को कार्य में तेजी लोने के निर्देश देते हुए इन फ्लाई ओवर्स का हर हाल में निर्धारित समय से पूरा करने के निर्देश दिये।

प्रदीप सांगवान की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस हुई मुस्तैद 

देहरादून, 27 जून (निस)। हरियाणा के पूर्व सांसद पुत्र प्रदीप सागवान को लेकर उत्तराखंड पुलिस एक बार फिर एक माह बाद मुस्तैदी दिखा रही है। आम अपराधियों को पकड़ जेल में ठूसने वाली उत्तराखंड की मित्र पुलिस ने सांगवान को पकड़ने में इतनी देर क्यों लगा रही है। इसको लेकर मित्र पुलिस सवालों के घेरे में है। राजनैतिक पहुंच का बहाना तो कभी सांगवान के भूमिगत हो जाने की बात कह कर राज्य पुलिस बचती रही है। लेकिन अब युवती के साथ यौन शोषण के आरोपो से घिरे हरियाणा के पूर्व सांसद पुत्र की गिरफ्तारी को लेकर बादल छट चुके है और प्रदीप सांगवान अब फिर पुलिस के निशाने पर है। दून पुलिस ने फिर से प्रदीप सांगवान की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिये है। बता दे कि काफी लंबे समय से दून पुलिस को हरियाणा के पूर्व सांसद पुत्र प्रदीप सांगवान की तलाश है। दो बार हरियाणा में उसके घर पर पुलिस धावा भी बोल चुकी है लेकिन प्रदीप के भूमिगत हो जाने के चलते पुलिस अभी तक उसे गिरफ्तार नही कर सकी थी। दून पुलिस ने भी हार नहीं मानी और प्रदीप द्वारा कोर्ट में डाली गई स्टे के खिलाफ याचिका डाली जिसमें शुक्रवार को दून पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली और सुप्रीम कोर्ट ने प्रदीप सांगवान की गिरफ्तारी से रोक हटा ली। इस रोक के हटने के साथ ही दून पुलिस अब नए सिरे से प्रदीप सांगवान की गिरफ्तारी के लिए प्रयासों में जुट गयी है। गौरतलब है कि सहस्त्रधारा में वाटर पार्क चलाने वाले प्रदीप सांगवान पर उन्हीें के इसी वॉटर पार्क में काम करने वाली एक युवती ने लगाए हैं। राजपुर थाने में लडकी की ओर से लिखित शिकायत दी गयी, जिसमें कहा गया कि प्रदीप उसे अपने साथ मसूरी ले गया था, यहां उसने उसे एक होटल में रखा और उसके दुराचार कर उसकी अश्लील फिल्में भी बना लीं। लडकी का आरोप है कि इस वीडियो के बहाने वह उसे लगातार ब्लेकमेल करता आ रहा था, और उसकी बात न मानने के एवज मे धमकी भरे मैसेज भी भेज रहा था। ऐसे कई मैसेज लडकी ने पुलिस को उपलब्ध कराए हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस लगातार प्रदीप सांगवान की गिरफ्तारी की कोशिशों में जुटी हुई है लेकिन यहां सबसे बड़ी समस्या पुलिस के लिए प्रदीप सांगवान के परिवार का राजनीति कद आ रहा था और इस प्रभाव के चलते प्रदीप सांगवान अपनी गिरफ्तारी से बचता रहा। इस प्रकरण में प्रदीप सांगवान के पिता किशन सिंह सांगवान के प्रभाव के कारण पं्रदीप खुद उनकी पहुंच का लाभ उठाता रहा लेकिन जब जांच एसआईटी के पास आई तो वह भूमिगत हो गया।  सूत्र बताते हैं कि देहरादून से जितनी बार भी पुलिस टीमों को हरियाणा भेजा गया वहां इन टीमों को अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। महिला की शिकायत में दुराचार के इस पूरे मामले में पुलिस के हाथ कई सुराग हाथ लगे हैं। सूत्रों की मानें तो पुलिस अधिकारियों से बात करने के दौरान भी लड़की काफी घबराई थी और इस बात से भी इंकार नहीं किया जा रहा है कि उक्त अश्लील वीडिया क्लीपिंग से उसका प्रयोग भी किया जा रहा था। इस मामले में लगभग एक माह पूर्व दून पुलिस ने एक बड़ा खुलासा करते हुए यौन शोषण का शिकार हुई महिला को भी जेल भेजा है। महिला पर इस मामले में प्रदीप सांगवान को ब्लेकमेल किया जा रहा था जिसके एवज में लाखों की रकम एवं एक मकान बंजारावाला देहरादून में ले लिया गया था। पुलिस ने महिला के घर से छरू लाख रूपए नगद एवं मकान के कागज भी बरामद किए थे। महिला समेत दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था जो कि ब्लेकमेलिंग के लिए पीडि़त महिला की मदद कर रहे थे बिचैलियों की भूमिका निभा रहे थे। पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू के निर्देशन में प्रदीप सांगवान की गिरफ्तारी के लिए भागदौड़ कर रही टीम को उस वक्त करारा झटका लगा था जब प्रदीप सांगवान गिरफ्तारी से बचने के लिए स्टे आर्डर ले आया था। लगभग एक महिने तक गिरफ्तारी के लिए दून पुलिस चाह कर भी कोई प्रयास नहीं कर पाई और इस स्टे को वैकेंट करने के लिए कोर्ट में गुहार लगाई। शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में दून पुलिस के राहत दी और गिरफ्तारी से स्टे हटा लिया। कोर्ट का कहना था कि आरोपी को गिरफ्तारी से बचने के लिए स्टे नहीं दिया जा सकता है, क्योंकि आरोपी पर दो साल तक अश्लील वीडिया क्लीपिंग बना कर दुराचार करने के आरोप हैं। जबकि दून पुलिस के पास उसकी गिरफ्तारी को लेकर पर्याप्त साक्ष्य हैं, लिहाजा इन परिस्थितियों में यह पूरा मामला गंभीरता की श्रेणी में आता है। प्रदीप सांगवान की गिरफ्तारी से रोक हटने के साथ ही अब दून एसआईटी उसकी गिरफ्तारी को लेकर कमर कस चुकी है। देखना सिर्फ यह है कि लुका-छिपी के इस खेल में अब बाजी दून पुलिस के हाथ आती है या फिर प्रदीप इस बार भी पुलिस को छकाने में कामयाब रहेगा।

प्रधान और बीडीसी की कई सीटों के परिणाम घोषित

  • कड़ी सुरक्षा के बीच जिला पंचायत सदस्य पदों के लिए मतगणना जारी

रुद्रपुर, 27 जून (निस)। पंचायत चुनाव की मतगणना शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो गयी। शाम तक प्रधान और क्षेत्रा पंचायत सदस्य पदों के कई परिणाम घोषित हो गये। जीत के बाद नवनिर्वाचित प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया। समाचार लिखे जाने तक मतगणना का कार्य जारी था। रूद्रपुर ब्लाक क्षेत्र की मतगणना 8 बजे आदित्य नाथ झा राजकीय इंटर कालेज में कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई रूद्रपुर ब्लाक के लिए ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशियों की मतगणना के लिए 14 टेबलें लगायी गयीं। मतगणना स्थल पर जगह जगह बैरिकेटिंग लगायी गयी है। श्ुरूआती परिणामों में ग्राम प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य पद की कई सीटों पर परिणाम घोषित हो गये। रूद्रपुर ब्लाक क्षेत्र की कीरतपुर गा्रम सभा से सर्वेश कुमार प्रधान निर्वाचित हुए वहीं भगवानपुर से गीता, बिंदुखेड़ा से बलवंत कौर और छतरपुर से उषा देवी मौर्य ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को शिकस्त देकर प्रधान पद पर अपना परचम लहराया। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान सर्वेश को 455, गीता को 442, बलवंत कौर को 387 और उषा देवी को 653 मत प्राप्त हुए। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी मुरलीधर को कड़े मुकाबले में 22 मतों से मात दी। मुरलीधर को 433 मत प्राप्त हुए। वहीं भगवानपुर से द्रौपदी को 401, सुनीता को 88 और ज्योति को 46 मत प्राप्त हुए। इस तरह से गीता 41 मतों से विजयी रहीं। बिन्दुखेड़ा से परमजीत कौर पत्नी बलजिंदर सिंह को 116, परमजीत कौर पत्नी जसवीर सिंह को 05, दलजीत कौर को 94, रेनू को 20 और हरबंस कौर को 147 मत प्राप्त हुए। इस तरह से बलवंत कौर 240 मतों के विशाल अन्तर से जीत गयीं। छतरपुर में गीता को 488 मत प्राप्त हुए। इस तरह से उषा देवी ने 65 मतों से जीत हासिल की। भूरारानी से ग्राम प्रधन पद के प्रत्याशी रामकिशन खेड़ा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी गुलशन जुनेजा को 349 मतों से शिकस्त दी। खेड़ा को 913 और जुनेजा को 564 मत प्राप्त हुए। रम्पुरा पार्ट से ग्राम प्रधान पद के मनमोहन सिंह को 967 और कटार सिंह को 912 मत प्राप्त हुए। मनमोहन सिंह 55 मतों से विजयी हुए। रूद्रपुर ब्लाक की क्षेत्र पंचायत सीटों के आये परिणामों में ग्राम भूरारानी से पारस चुघ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुनील जंडवानी को 166 मतों से शिकस्त देकर अपना परचम लहराया। पारस को 651 और सुनील जडवानी को 485 मत प्राप्त हुए। वहीं भगवानपुर से दयाशंकर ने भी कड़े मुकाबले में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी श्रीनिवास को 72 मतों से शिकस्त दी। दयाशंकर को 627, श्रीनिवास को 555 और शम्भू को 248 मत प्राप्त हुए। इनके अलावा ग्राम प्रधान की कई सीटों, जिला पंचायत सदस्य पदों की मतगणना जारी थी। जीत के बाद नवनिर्वाचित प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया।

जयनगर से आया पहला परिणाम

गदरपुर, 27 जून (निस)। यहां ग्राम प्रधान का सबसे पहला परिणाम ग्राम पंचायत जयनगर न0 4 से आया। इस सीट पर जोगेन्द्र सिंह ने अपने चार प्रतिद्वन्दियों को पछाड कर विजय प्राप्त की तथा बीडीसी पद पर विमलेश पत्नी मक्खन सिंह ने विजय प्राप्त की। चुनाव परिणाम आते ही उसके समर्थकों ने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान जोगेन्द्र सिंह को फूलमालाओं से लादकर जुलूस निकाला। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान जोगेन्द्र सिंह ने अपने समर्थकों का आभार वयक्त करते हुए ग्राम सभा के लिये विकास कार्य कराने की प्रतिकद्वता व्यक्त की। इस दौरान गुरनाम सिंह,लखीकान्त,सुखवन्त सिंह, निर्भाज सिंह,मलकीत सिंह, गुरमनजीत सिंह, अखिलेश ओझा, शत्रुघन, प्रेम राठौर, स्वर्ण सिंह सहित अनेक समर्थक मौजूद थे। दूसरे परिणाम में ग्राम सभा श्रीरामपुर से श्रीमती आशा तथा बीडीसी पर लतिका निर्वाचित हो चुकी थी। ग्राम सभा विजयनगर प्रथम से बीडीसी पद शोभा मंडल ने विजय पाप्त की तथा ग्राम प्रधान पद के मतों की गिनती के बाद वीना सरकार की जीत निश्चित थी। उसकी औपचारित घोषणा की जानी शेष थी। इसके अतिरिक्त उपरोक्त ग्राम सभाओं के क्षेत्रा पंचायत सदस्यों तथा जिला पंचायत के पदों के लिये मतों की गिनती का कार्य जारी था।

अधिकारियों ने लिया मतगणना का जायजा

रुद्रपुर, 27 जून (निस)। कुमायूं मण्डल के डीआईजी अनंत राम चैहान ने अपरान्ह आदित्य नाथ झा राजकीय इंटर कालेज में बने मतगणना केंद्र का निरीक्षण किया और वहां मौजूद अध्किारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। डीआईजी चैहान ने कहा कि मतगणना केंद्र में किसी भी प्रकार की अव्यवस्थाएं बर्दाश्त नहीं की जायेंगी और पूरी मतगणना निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्वक ढंग से सम्पन्न करायी जायेगी। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात है। इस दौरान एसएसपी रि़िद्धम अग्रवाल, एएसपी टीडी वैला, सीओ राजीव मोहन, कोतवाल आरसी थपलियाल सहित तमाम पुलिस अधिकारी मौजूद थे। इससे पूर्व जिलाधिकारी डा. पंकज पांडे व एसएसपी ने भी मतगणना स्थल पहुंच सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। डीएम ने कहा कि मतगणना कार्य सम्पन्न होने में लगभग 48 घंटे का समय लग जायेगा जिसके लिए प्रत्येक कर्मचारी 12-12 घंटे मतगणना स्थल पर रहेंगे। साथ ही यदि किसी टेबल पर किसी प्रकार की कोई शिकायत आती है तो उसका निस्तारण सम्बन्धित टेबल पर ही किया जाये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मतगणना पूरी निष्पक्षता एवं पारदर्शिता से की जाये। इस दौरान एसएसपी ने भी पुलिस बल को चाक चैबंद व्यवस्थाएं रखने के निर्देश दिये। डीएम, एसएसपी के अलावा एसडीएम इला गिरी, प्रशिक्षु आईएएस विनीत कुमार, जिला सूचना अध्किारी बीसी तिवारी भी मौजूद थे।

पूर्व सभासद पर झूठे आरोपों से भड़के लोग

रुद्रपुर, 27 जून (निस)। ट्रांजिट कैंप वार्ड 2 के पूर्व सभासद दिलीप अधिकारी पर कांग्रेसजनों द्वारा लगाये गये आरोपों को झूठा बताते हुए ट्रांजिट कैंप के तमाम लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर सम्पूर्ण प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने और मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध कार्यवाही कर अवैध निर्माण ध्वस्त करने की मांग की। वहीं पूर्व सभासद दिलीप अधिकारी ने उन पर झूठा आरोप लगाने वाले के खिलाफ 1 करोड़ मानहानि का दावा करने की भी बात कही है। रोषित क्षेत्रावासियों का कहना था कि ट्रांजिट कैंप निवासी एक व्यक्ति ने ठाकुरनगर रोड स्थित गुप्ता होटल को तोड़कर तीन फिट सड़क पर कब्जा बढ़ा लिया है और मुख्य रोड पर कब्जा कर पक्का निर्माण करा लिया। जिसमें सब्जी का फड़ लगा हुआ है। इसकी शिकायत बीते दिनों मुख्य नगर अधिकारी से की गयी थी जिन्होंने इस सम्बन्ध में मार्ग निर्माण कार्यदायी संस्था लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों से वार्ता की। क्षेत्रवासियों ने सड़क को अतिक्रमण से मुक्त कर चैड़ा कराये जाने की भी बात कही। उनका कहना था कि गत दिवस पूर्व सभासद की छवि को धूमिल करते हुए कुछ लोगों ने पुलिस अधिकारी को झूठी शिकायत की जिसमें आफिस में घुसकर तोड़फोड़ करने व पिस्टल दिखाकर पांच लाख की रंगदारी मांगने व धमकी देने का आरोप लगाया गया जबकि उक्त सभी आरोप पूरी तरह से निराधार हैं जिसकी निष्पक्ष जांच करायी जानी चाहिए। ज्ञापन देने वालों में मोहन कुमार, मिंटू विश्वास, उदय सरकार, सोम पाल रस्तोगी, रंजीत विश्वास, छोटेलाल गंगवार, उमाशंकर आदि शामिल थे।

सीढ़ी से गिरकर एक गंभीर

रुद्रपुर27 जून (निस)। मोहल्ला शिवनगर में कार्य के दौरान सीढ़ी से गिरकर एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया गया। जानकारी के अनुसार मोहल्ला शिवनगर निवासी 46 वर्षीय श्यामलाल पुत्र आरबी टम्टा गत सायं सीढ़ी से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गये। वहीं रिवेरा कालोनी इन्दिरा कालोनी बाजपुर निवासी 32 वर्षीय शिव कुमार पुत्र फूल कुमार व शुगर फैक्ट्री बाजपुर निवासी 25 वर्षीय दिनेश पुत्र सिरूल को भी घायलावस्था में जिला अस्पताल ले जाया गया जहां सभी घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया।

कोई टिप्पणी नहीं: