प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति के तौर पर पूरे किए दो साल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 25 जुलाई 2014

प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति के तौर पर पूरे किए दो साल

राष्ट्रपति पद संभालने के अपने दो साल पूरे होने के मौके पर प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को लंदन के मैडम तुसाद संग्रहालय के भारत के अपने संस्करण का उद्घाटन किया जिसमें पूर्व राष्ट्रपतियों की फाइबर-कांच की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं और उन्हें विदेशों से जो तोहफे मिले, वे नुमाइश के लिए लगाए गए हैं. संग्रहालय के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित थे. राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह के दौरान कई कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए.

संग्रहालय के उद्घाटन के लिए प्रणब द्वारा फीता काटने के समय उनके एक तरफ मोदी थे जबकि दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपनी पत्नी गुरशरण कौर के साथ थे. राष्ट्रपति भवन को जनहितैषी बनाने की प्रणब की पहल के तहत यह संग्रहालय राष्ट्र को समर्पित किया गया. मोदी, कैबिनेट मंत्रियों एवं समारोह में शिरकत कर रहे अन्य लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए प्रणब ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि यह संग्रहालय हमारे देश के लोगों को राष्ट्रपति भवन के अंदर का नजारा, इसकी कला एवं वास्तुकला देखने का मौका मुहैया कराएगा और उन्हें विभिन्न राष्ट्रपतियों की जिंदगी के बारे में शिक्षित करेगा.’

यह संग्रहालय एक अगस्त से लोगों के लिए खोला जाएगा. लोग इस संग्रहालय की सैर शुक्रवार, शनिवार और रविवार को कर सकते हैं. पहले तीन महीने में संग्रहालय की सैर करने के लिए लोगों को कोई शुल्क नहीं देना होगा. तीन महीने के बाद शुल्क के तौर पर मामूली राशि ली जाएगी और इसके लिए आरक्षण ऑनलाइन भी कराया जा सकता है.

संग्रहालय में रायसीना हिल के भवन की योजना एवं निर्माण, वाइसरॉय हाउस रहे भवन में गांधी-इरविन समझौते पर दस्तखत, भारत के विभाजन पर फैसले के लिए नेताओं की बैठक और दरबार हॉल में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और पहले राष्ट्रपति बाबू राजेंद्र प्रसाद का शपथ-ग्रहण समारोह दिखाया जाएगा. इस संग्रहालय में राष्ट्रपति भवन की कहानी साउंड-लाइट-वीडियो एनिमेशन, लेजर और होलोग्राफिक प्रोजेक्शन का इस्तेमाल कर बताई जाएगी. आज के कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू, मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और कैबिनेट सचिव अजित सेठ सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे.

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