अर्थव्यवस्था सुधरी तो आयकर में और रियायत : जेटली - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 12 जुलाई 2014

अर्थव्यवस्था सुधरी तो आयकर में और रियायत : जेटली


Jaitley
केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को वादा किया कि यदि अर्थव्यवस्था में सुधार होता है तो अगले वर्ष आयकर में और रियायत दी जाएगी। एक टीवी शो में हिस्सा लेने के दौरान पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जेटली ने कहा, "हम उच्च कर प्रणाली रखना नहीं चाहते। पिछली सरकार के उच्च कराधान के कारण ही महंगाई बढ़ी है।"


उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार के पास यदि ज्यादा पैसा होता तो मैं और (राहत) देता। कल संभवत: सरकार के पास ज्यादा पैसे होंगे, तो मैं (रियायत) बढ़ाऊंगा।" जेटली ने दावा किया कि आजादी के बाद यह उनका पहला बजट था जिसमें आयकर में छूट सभी तीन श्रेणियों के करदाताओं को दी गई है।



उन्होंने रक्षा में विदेशी सीधा निवेश (एफडीआई) की सीमा 49 प्रतिशत किए जाने की सरकार की नीति का बचाव किया। उन्होंने कहा कि रक्षा साजोसामान का आयात करने की जगह वे 49 प्रतिशत एफडीआई वाली भारतीय नेतृत्व वाली कंपियों को भारत में रक्षा उपकरणों के विनिर्माण को प्रोत्साहन देंगे।

कोई टिप्पणी नहीं: