युवाओं की शक्ति से मिलेगी सहरियाओं पर अन्याय से मुक्ति-राजगोपाल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 26 जुलाई 2014

युवाओं की शक्ति से मिलेगी सहरियाओं पर अन्याय से मुक्ति-राजगोपाल

  • चम्बल क्षेत्रीय युवा नेतृत्व विकास प्रशिक्षण प्रारंभ

land reform bihar
श्योपुर। प्राकृतिक संसाधनों पर नैसर्गिक अधिकार, शुद्व पीने का पानी, रहने के लिए मकान और रोजगार के अवसर पाने से सहरिया आदिवासी और गरीब समाज वंचित है तथा इस अन्याय, अत्याचार और शोषण से मुक्ति पाने के लिए गरीब समाज तड़प रहा है। इससे मुक्ति नवजवानों की शक्ति की एकजुटता और संगठनात्मक अभिक्रम से ही होगी। उक्त बातें प्रख्यात गांधीवादी और एकता परिषद के अध्यक्ष श्री राजगोपाल पी.व्ही. ने महात्मा गांधी सेवाआश्रम द्वारा आयोजित तीन दिवसीय चम्बल क्षेत्रीय युवा नेतृत्व विकास प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र में कही। 

श्री राजगोपाल ने युवाओं को आगे आने की अपील करते हुए कहा कि प्राकृतिक संसाधनों जल, जंगल और जमीन पर अधिकार के लिए आखं, कान, दिमाग और मुहं का इस्तेमाल अधिक से अधिक करना होगा। उन्होने इसका विश्लेषण करते हुए नवजवानों को बताया कि आखं से अपने आस-पास की स्थितियों को देखना, उनको सुनना, उसका विश्लेषण करना और अत्याचार व अन्याय के विरूद्व आवाज उठाना होगा। एकता परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष श्री रनसिंह परमार ने शिविर के उद्देश्यों के बारे में बताया कि शिविर का उद्देश्य भूमि अधिकार और जलाधिकार अभियान को लम्बे समय तक आगे ले जाने के लिए सहरिया-भीलाला आदिवासी, गरीब व वंचित समुदाय के युवकों और युवतियों को अन्याय से मुक्ति के लिए अहिंसात्मक अभिक्रम के बारे में प्रशिक्षित करना है। प्रत्येक महीने शिविर श्रृंखला के तहत 2000 नवजवानों को प्रशिक्षित करने की योजना है जिससे कि एक मजबूत और टिकाउ आंदोलन को मूर्त रूप दिया जा सके।

उद्घाटन सत्र के अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गुड्डी बाई ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आदिवासी नवजवानों को आगे आकर अपने हक की लड़ाई लडनी होगी। नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मीरा गर्ग ने कहा कि पढ़-लिखकर सबको अपने अधिकारों को समझकर संघर्ष तेज करना होगा। श्योपुर के पूर्व विधायक श्री सत्यभान सिंह चैहान ने आदिवासियों के गरिमामयी इतिहास का पुनरावलोकन करते हुए सहरिया आदिवासी समाज के प्रथम विधायक स्वर्गीय श्री सोमा आदिवासी का उदाहरण प्रस्तुत किया और कहा कि आदिवासी समाज हमेशा से मेहनतकश और ईमानदार रहा है जिसका नाजायज फायदा गैरआदिवासी समाज ने उसे संसाधनों से बेदखल कर उठाया है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती दुर्गेश नंदिनी ने एकता परिषद के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि एकता परिषद दूर दराज के आदिवासी अंचल में वंचित समुदाय को जागरूक और संगठित करने का कार्य किया। एकता और संगठन की शक्ति से अपने अधिकारों को प्राप्त करना होगा। 

प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र में श्योपुर के वरिष्ठ पत्रकारों और समाज सेवियों को अंगवस्त्रम् प्रदान कर सम्मानित किया गया। शिविर के उद्घाटन सत्र का संचालन श्योपुर के वरिष्ठ समाज सेवी श्री कैलाश पराशर ने की। शिविर में मुख्य रूप से वयोवृद्व समाज सेवी श्री भीमसेन शर्मा, मोहम्मद हबीब भाई जलाधिकार अभियान के प्रांतीय संयोजक श्री अनिल कुमार गुप्ता, एकता परिषद के श्री जयसिंह जादौन, श्री रामदत्त सिंह तोमर, श्री मनीष राजपूत, श्री रविन्द्रसक्ेसना, उमरिया से सुश्री बिमला बारां, सुश्री शबनम अफगानी, श्री विद्यासागर गौतम, श्री रवि बद्री, श्री उदयभान सिंह परिहार उपस्थित रहे।

ज्ञात हो कि श्योपुर के किला परिसर में आयोजित इस शिविर में श्योपुर, विजयपुर तथा कराहल आदिवासी ब्लाक के लगभग 100 गावों में दो सैकड़ा आदिवासी नवयुवक-नवयुवतियां भाग ले रहे हैं। शिविर का समापन 28 जुलाई को होगा। श्री आदित्य चैहान ने बताया कि शिविर के प्रथम दिन नवजवानों ने किला परिसर में साफ-सफाई कर श्रमदान किया। आने वाले दिनों में वृक्षरोपण और पौधरोपण का कार्य भी शिविर के दौरान किया जायेगा।

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