बीमा विधेयक की राह में कांग्रेस रोड़ा नहीं : आनंद शर्मा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 5 अगस्त 2014

बीमा विधेयक की राह में कांग्रेस रोड़ा नहीं : आनंद शर्मा


aanand sharma
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को कहा कि बीमा विधेयक की राह में कांग्रेस रोड़ा नहीं पैदा कर रही है। इस विधेयक पर संसद की एक प्रवर समिति में पहले चर्चा होनी चाहिए। पूर्व केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने संसद से बाहर एक समाचार चैनल से कहा, "जब सरकार ने कल (सोमावार) एक अनौपचारिक बैठक बुलाई, तो उस समय सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट थीं। हम (कांग्रेस) इसमें बाधा नहीं बन रहे।"

उन्होंने कहा, "लोकतंत्र में सरकार को विपक्ष की बातों पर अवश्य ध्यान देना चाहिए। लगभग सभी विपक्षी पार्टियों ने इस विधेयक से संबंधित कुछ न कुछ मुद्दे उठाए हैं। सरकार के हित में यही है कि वह इसपर चर्चा करे। इसके लिए सबसे बेहतर मंच संसद की प्रवर समिति है।" शर्मा ने बताया कि इस विधेयक को 2008 में कांग्रेस ने पेश किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छह सालों तक इसका विरोध करती रही। 

उन्होंने कहा, "छह सालों तक भाजपा जनता के हितों के लिए काम कर रही थी और अब जब हम उनसे विधेयक के कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को स्पष्ट करने की मांग कर रहे हैं, तो हमपर जनता के अपकार का आरोप लगाया जा रहा है।" उल्लेखनीय है कि बीमा कानून (संशोधन) विधेयक का उद्देश्य बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को 26 फीसदी से बढ़ाकर 49 फीसदी करना है।

कोई टिप्पणी नहीं: