जनसुनवाई में कलेक्टर ने सुनी जनता की समस्या
प्रत्येक मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई की कड़ी में आज कलेक्ट्रेट में जन सुनवाई का आयोजन किया गया था। कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने जनसुनवाई में आये लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को उनके निराकरण के निर्देश दिये।
पुत्री के विवाह के लिए राशि नहीं मिली
जनसुनवाई में ग्राम नैतरा का सुर्जन लाल देवारे शिकायत लेकर आया था कि वह कर्मकार मंडल का पंजीकृत श्रमिक है। शासन की योजना के अंतर्गत पात्रता होने के कारण उसके द्वारा पुत्री के विवाह के लिए सहायता प्रदान करने 22 अप्रैल 2014 को आवेदन प्रस्तुत किया था। जनपद पंचायत से उसका आवेदन स्वीकृत हो गया था। लेकिन उसे अब तक सहायता राशि नहीं मिली है। कलेक्टर ने सुर्जनलाल की समस्या सुनने के बाद जनपद पंचायत बालाघाट के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किया है कि वे इस प्रकरण की जांच करें कि सहायता राशि के वितरण में विलंब क्यों हुआ है।
शौचालय की राशि नहीं मिली, सचिव कहता है जो बनता है कर लो
जनसुनवाई में लालबर्रा विकासखंड के ग्राम अमोली की विधवा महिला चंपाबाई शिकायत लेकर आई थी कि उसने अपने घर में शौचालय बनाने के लिए ग्राम पंचायत में आवेदन दिया था। सचिव के सुरेश अवधिया ने चंपाबाई को बताया कि उसे शौचालय के लिए 900 रु. जमा करना होगा, तब उसे शौचालय बनाने के लिए एक हजार ईंट और पांच बोरी सीमेंट प्रदाय किया जायेगा। सचिव ने चंपाबाई को बताया कि शौचालय बनाने में श्रमिकों की मजदूरी का रुपया भी उसे देना होगा। इस पर चंपा बाई ने सचिव को 900 रु. देकर उसकी रसीद भी प्राप्त कर ली। काफी समय बीत जाने के बाद गांव के अन्य लोगों के यहां पर शौचालय बनवा दिये गये लेकिन चंपाबाई के घर पर शौचालय नहीं बनाया गया। चंपाबाई ने इस बात की शिकायत करने की धमकी दी तो उसे सचिव द्वारा 2300 रु. का सेंट्रल बैंक का चेक थमा दिया गया। चंपाबाई चेक लेकर बैंक गई तो खाते में राशि नहीं होने के कारण वह चेक बाउंस हो गया। चंपा बाई ने सचिव को चेक बाउंस होने की बात बताई तो उसने वह चेक रख लिया। अब सचिव चंपा बाई से कहता है कि शौचालय के लिए कोई राशि नहीं मिलेगी, उससे जो बनता है वह कर ले, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। कलेक्टर ने चंपाबाई द्वारा 900 रु. की रसीद एवं 2300 रु. के चेक की फोटोकापी सहित की गई शिकायत को देखने-सुनने के बाद जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से इस प्रकरण की जांच करने कहा है। उन्होंने यह भी जांच करने कहा है कि चंपा बाई को विधवा पेंशन मिल रही है या नहीं।
पत्नी की मृत्यु का मुआवजा दिया जाये
जनसुनवाई में परसाटोला मलाजखंड का निवासी महेश कुमार मरकाम शिकायत लेकर आया था कि उसकी पत्नी की प्रसव के दौरान किये गये आपरेशन में पेट में कैंची छूट जाने से 13 मार्च 2013 को मृत्यु हो गई है। अपनी मां एवं बच्चों का पालन पोषण करने के लिए वह वन विभाग के सायल बीट में बीट गार्ड का कार्य करता था। वन विभाग ने उसे अब इस काम से बंद करा दिया है। वह अत्यंत गरीब है अत: उसे स्वास्थ्य विभाग से पत्नी की मौत का मुआवजा दिलाया जाये। कलेक्टर ने महेश कुमार की समस्या को सुनने के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया है कि वे इस बात का पता लगाये कि महेश कुमार क्या मदद की जा सकती है।
मतदाता सूची में नाम जोड़ने के बी.एल.ओ. ने लिये 100-100 रु.
जनसुनवाई में ग्राम देवसर्रा-तीनगढ़ी के ग्रामीण शिकायत लेकर आये थे कि उनके गांव के प्रधान पाठक अमृतलाल पटले को मतदाता सूची के पुनरीक्षण के लिए बी.एल.ओ. बनाया गया है। प्रधान पाठक श्री पटले द्वारा मतदाता सूची में नाम जोड़ने एवं मतदाता परिचय पत्र बनाने के लिए प्रत्येक मतदाता से 100-100 रु. की राशि ली गई है। जिन मतदाताओं ने 100 रु. की राशि नहीं दी उनका नाम मतदाता सूची में नहीं जोड़ा गया और उन्हें मतदान के अधिकारी से वंचित होना पड़ा है। 16 अगस्त 2014 को देवसर्रा में ग्राम सभा का आयोजन किया गया था। इस ग्राम सभा में प्रधान पाठक अमृत लाल पटले ने स्वीकार किया कि उसके द्वारा 100-100 रु. की राशि ली गई है। प्रधान पाठक पटले ने ग्राम सभा में कहा कि इस बात को ग्राम सभा की प्रोसिडिंग में दर्ज कर मेरे खिलाफ कार्यवाही कर लो। मेरा कुछ नहीं होने वाला है। मैं ऊपर रुपये खर्च करके निपट लूंगा। कलेक्टर ने इस समस्या को सुनने के बाद बालाघाट के एस.डी.एम. को निर्देशित किया है कि यह अति गंभीर किस्म का प्रकरण है, इसकी सात दिनों के भीतर जांच कर प्रतिवेदन कार्यवाही के लिए उनके समक्ष प्रस्तुत करें। रोजगार के लिए बैंक से ऋण नहीं मिल रहा है जनसुनवाई में ग्राम मिरेगांव का युवा तेजस्वी चौधरी शिकायत लेकर आया था कि वह पढ़ा-लिखा बेरोजगार युवक है और वह अपना स्वयं का रोजगार करना चाहता है। उसने बैंक में ऋण के लिए आवेदन जमा किया है। लेकिन बैंक उसे रोजगार लगाने के लिए ऋण नहीं दे रहा है। कुछ इसी तरह की शिकायत बालाघाट के अंकुश वाजपेयी लेकर आये थे। अंकुश का कहना था कि उसके द्वारा गत वर्ष मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में आवेदन दिया गया था। भारतीय स्टेट बैंक बालाघाट की मुख्य शाखा में मार्च माह में कहा गया कि इस वर्ष का लक्ष्य पूरा हो गया है, अब अगले वर्ष में उसका प्रकरण स्वीकृत किया जायेगा। लेकिन अब तरह-तरह के बहाने कर उसके प्रकरण को टरकाया जा रहा है और कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। कलेक्टर ने तेजस्वी एवं अंकुश की समस्या सुनने के बाद जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक को निर्देशित किया है कि वे यह जांच करें कि ये प्रकरण अब तक क्यों लंबित है।
तहसील के चक्कर लगाने के बाद भी नहीं मिल रही सहायता राशि
जनसुनवाई में लालबर्रा तहसील के ग्राम गर्रा का निवासी विजय मर्सकोले शिकायत लेकर आया था कि 28 अगस्त 2013 को उसकी पुत्री की कुएं में डूबने से हो गई थी। प्राकृतिक आपदा से हुई मृत्यु के प्रकरण में उसने सहायता राशि के लिए आवेदन किया था। उसके प्ररकण में राशि भी मंजूर हो गई है। वह दो माह से लालबर्रा के तहसील कार्यालय का चक्कर लगा रहा है, लेकिन उसे अब तक सहायता राशि नहीं मिली है। कलेक्टर ने विजय की समस्या को सुनने के बाद वारासिवनी के एस.डी.एम. को निर्देशित किया है कि वे यह जांच करें कि सहायता राशि का यह प्रकरण अब तक लंबित क्यों है। यदि सहायता राशि के लिए बजट नहीं है तो उनके द्वारा कब बजट की मांग की गई।
चार माह से मजदूरी नहीं मिली
जनसुनवाई में रूखमणी साल्वेंट रजेगांव में काम करने वाले 7 व्यक्ति शिकायत लेकर आये थे कि उनके द्वारा उक्त कंपनी में चौकीदार का कार्य किया जा रहा है। लेकिन गत चार माह से कंपनी द्वारा उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है। मजदूरी की राशि नहीं मिलने से उन्हें अपने परिवार का खर्च चलाने में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। कलेक्टर ने मजदूरों की समस्या सुनने के बाद तहसीलदार को निर्देशित किया है कि वे कंपनी के प्रबंधन से चर्चा कर मजदूरों का बकाया भुगतान करायें ।
जिले के 152 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर होगी धान की खरीदी
- 11 सितम्बर से 10 अक्टूबर तक होगा नवीन पंजीयन एवं पुराने पंजीयन में संशोधन
गत वर्ष की भांति इस वर्ष 2014-15 में भी जिले के 152 केन्द्रों पर ई-उपार्जन के माध्यम से किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जायेगी। इन 152 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी केवल पंजीकृत किसानों से ही की जायेगी। जिला आपूर्ति अधिकारी सुश्री रश्मि साहू ने इस संबंध में बताया कि जिन किसानों ने गत वर्ष पंजीयन करा लिया है उन्हें नवीन पंजीयन कराने की आवश्यकता नहीं है। किसान केवल धान के बोये गये रकबे, बैंक खाता एवं मोबाईल नम्बर में आवश्यकता के अनुसार संशोधन करा सकते है। जिन किसानों द्वारा विगत वर्ष में अपना पंजीयन नहीं कराया गया है और उनके द्वारा इस वर्ष धान की फसल लगाई गई है एवं समर्थन मूल्य पर उसका विक्रय करना चाहते हैं, तो वे अपना नवीन पंजीयन करा सकते है। किसानों का उनके लिए निर्धारित खरीदी केन्द्र पर पंजीयन एवं पूर्व पंजीयन में संशोधन होने पर ही संबंधित समितियों में धान समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा। जिले के समस्त धान उपार्जन केन्द्रों पर किसानों का नवीन पंजीयन एवं पूर्व पंजीयन में संशोधन का कार्य आगामी 11 सितम्बर से प्रारंभ किया जायेगा, जो 10 अक्टूबर 2014 तक चलेगा। जो किसान अपना नवीन पंजीयन कराना चाहते है या पुराने पंजीयन में संशोधन कराना चाहते है, उनसे अपील की गई है कि वे अंतिम दिनों में होने वाली भीड़ से बचने के लिए यह कार्य शीघ्र करा लें।
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर प्रौढ़ शिक्षा केन्द्रों पर लिया गया प्रसारण का लाभ
अंतर्राष्ट््रीय साक्षरता दिवस 08 सितम्बर 2014 को नई दिल्ली से किया गया प्रसारण कार्यक्रम का विकास खण्ड बैहर के सभी प्रौढ़ शिक्षा केन्द्रों में कार्यरत प्रेरकों द्वारा प्रौढ़ शिक्षा केन्द्र के सभी निरक्षरों, नवसाक्षरों/स्वयंसेवियों को एकत्रित कर दिखाया गया। जहॉ विद्युत आपूर्ति नहीं थी उन प्रौढ़ शिक्षा केन्द्रों में रेडियों के माध्यम से प्रसारण सुनाया जाकर उक्त निरक्षरों, नवसाक्षरों/स्वयंसेवियों को प्रसारण का लाभ दिलाया गया।इसी कार्यक्रम के तहत विकास खण्ड बैहर में बी.आर.सी. भवन में विकास खण्ड के समीप के प्रौढ़ शिक्षा केन्द्रों के महिला प्रेरकों/स्वयंसेवियों द्वारा भी रंगोली, चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन विकास खण्ड लोक शिक्षा समिति के सदस्यों, गणमान्य नागरिकों के समक्ष किया गया। उपस्थित सदस्यो, गणमान्य नागरिकों ने महिला प्रेरकों, स्वयंसेवियों को साक्षरता की दर, साक्षरता के महत्व को अन्य विकासशील देशों से जोड़ते हुए बताया। सभी प्रेरक, स्वयंसेवियों द्वारा इनके उद्बोधन का लाभ उठाया गया।
ग्रामीण युवाओं के लिए प्रारंभ हुआ टू-व्हीलर सर्विसिंग का प्रशिक्षण
सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया द्वारा प्रवर्तित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान बालाघाट द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को विभिन्न रोजगारमूलक व्यवसायों का प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। इसी कड़ी में आज 08 सितम्बर से एक माह का टू-व्हीलर सर्विसिंग प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया है। यह प्रशिक्षण नि:शुल्क है और 07 अक्टूबर 2014 तक चलेगा। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान बालाघाट के निदेशक श्री अजय बग्गा ने इस संबंध में बताया कि भारत सरकार द्वारा अग्रणी बैंकों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को प्रशिक्षण के लिए स्थापित इस संस्थान में 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के युवक-युवतियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा। ग्रामीण युवाओं को यह प्रशिक्षण नि:शुल्क दिया जायेगा। इस प्रशिक्षण में ग्रामीण क्षेत्र के युवा शामिल हो सकते है। यह प्रशिक्षण केवल ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं के लिए है और पूरी तरह से नि:शुल्क है। इस प्रशिक्षण के लिए जाति का कोई बंधन नहीं है। गरीबी रेखा से नीचे के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण के लिए प्राथमिकता दी जायेगी। इस संस्थान द्वारा ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण देने के बाद स्वरोजगार लगाने के लिए बैंक से ऋण एवं अन्य सहायता भी उपलब्ध कराई जायेगी। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए संस्थान के के दूरभाष नं. 07632-241803 पर या संस्थान के निदेशक अजय बग्गा से मोबाईल नम्बर 8226003803 पर भी सम्पर्क कर सकते है।
सौरभ पटले का ईसरो में वैज्ञानिक के पद पर चयन
जिला निर्वाचन कार्यालय में निर्वाचन पर्यवेक्षक के पद पर पदस्थ श्री डी.के. पटले के सुपुत्र सौरभ पटले का भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(ईसरो) में वैज्ञानिक के पद पर चयन हुआ है। सौरभ की पदस्थापना ईसरो के केरल राज्य के त्रिवेन्द्रम केन्द्र में की गई है। बालाघाट इंग्लिश स्कूल से 12 वीं कक्षा पास करने के बाद बी.टेक. की शिक्षा ग्रहण की है। सौरभ के ईसरो में वैज्ञानिक के पद पर चयनित होने से बालाघाट जिले का नाम भी रोशन हुआ है। सौरभ ने अपनी इस सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत एवं सदैव आगे बढ़ने की ललक को दिया है।
बैहर एस.डी.एम. ने जन समस्या सुनने के लिए की नई पहल, साप्ताहिक हाट-बाजारों में लिये जायेंगें आवेदन
बैहर के एस.डी.एम. श्री रोहित सिंह(आई.ए.एस.) ने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने के लिए नई पहल की है। गरीब आदिवासियों को अपनी समस्या अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए अब अनुविभाग स्तर पर बैहर या जिला मुख्यालय बालाघाट नहीं आना पड़ेगा। बल्कि वे अपने क्षेत्र के साप्ताहिक हाट बाजार में ही अपनी समस्या या आवेदन अधिकारियों तक पहुंचा सकेगें। गरीब आदिवासी जो रुपयों के अभाव में या अन्य कारणों से अपनी समस्याओं को लेकर जिला मुख्यालय एवं तहसील मुख्यालय तक नहीं पहुंच पाते वें हाट-बाजार के दिन अपनी समस्याओं के संबंध में आवेदन पत्र बाजार स्थल पर ही प्रस्तुत कर सकेगें। जिससे उनके लिए बाजार करने के साथ ही एक पंथ दो काज हो जायेंगें। बैहर अनुविभाग के अंतर्गत साप्ताहिक हाट-बाजार स्थल मंजीटोला, भण्डेरी, परसामऊ कचनारी, चालीसबोड़ी, लिंगा, डोरा, बिठली(उ.), गढ़ी, मण्डई, कुमादेही, डाबरी परसवाड़ा, चिखलाझोड़ी, पाण्डुतला, मोहगांव, चन्दना, सोनेवानी, कुगांव (गढ़ी), उकवा, सरेखा, समरिया(गढ़ी), पाथरी, मानेगांव, मछुरदा, बोदा, बघोली, बैहर, दमोह, मलाजखण्ड एवं सोनगुड्डा के बाजार स्थल पर साप्ताहिक बाजार के दिन पटवारी एवं ग्राम पंचायत का सचिव उपस्थित रहेगा। ग्रामीण बाजार स्थल पर पटवारी एवं सचिव को अपनी समस्याओं के संबंध में आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकते है। पटवारी एवं सचिव द्वारा आवेदन पत्रों का पंजीयन एक रजिस्टर में किया जायेगा और दूसरे दिन निराकरण के लिए अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय बैहर को प्रस्तुत किये जायेंगें। जिसके निराकरण की कार्यवाही तत्काल की जावेगी। जनसुनवाई की इस नई व्यवस्था से दूरस्थ क्षेत्र के ग्रामों में बसे लोगों को बड़ी राहत पहुंचेंगी।
सर्वोत्तम किसान पुरूष्कार के लिए 15 सितम्बर तक आवेदन पत्र आमंत्रित, 10 से 50 हजार रु. तक की राशि मिलेगी
कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम आत्मा के अंतर्गत विकासखंड स्तरीय जिला स्तरीय व राज्य स्तरीय सर्वोत्तम कृषक तथा सवोत्तम कृषक समूह का वर्ष 2013-14 हेतु जिले के समस्त कृषकों से 15 सितंबर 2014 तक निर्धारित प्रारूप में प्रविष्टियां आमंत्रित की जा रही है। आवेदक का प्रारूप संबधित विकासखंड के ब्लाक टेक्नालाजी मैनेजर कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। आत्मा परियोजना के संचालक श्री एस.एस. मरावी ने बताया कि आवेदन की अंतिम तारीख 15 सितंबर 2014 को शाम 5.30 बजे तक है। आवेदन फार्म को अपने क्षेत्र के विषय सामग्री विशेषज्ञ एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से सत्यापित कराकर ही जमा करें तथा संबधित गतिविधियों का प्रमाण हो तो वह भी प्रस्तुत करें जैसे उपज, विक्रय रसीद, परमिट की छायाप्रति इत्यादि। आवेदन फार्म के साथ कृषक समूह को स्वयं का फोटो मोबाइल नम्बर, दूरभाष नम्बर, बैंक एकाउंट नम्बर देना अनिवार्य है। सर्वोत्तम कृषक व समूह का चयन, चयन समिति द्वारा निर्धारित प्राप्तांकों के आधार पर किया जाएगा। विकासखंड स्तरीय, जिला स्तरीय व राज्य स्तरीय सर्वोत्तम कृषकों हेतु पुरस्कार राशि क्रमशः 10000 (दस हजार रूपये), 25000 (पच्चीस हजार रूपये) व 50000 (पचास हजार रूपय)े एवं सर्वोत्तम कृषक समूह हेतु 20000 (बीस हजार रूपये) पुरस्कार का प्रावधान है।
जिले में 891 मि.मी. वर्षा रिकार्ड, बालाघाट तहसील में सबसे अधिक 1126 मि.मी. वर्षा
जिले में चालू वर्षा सत्र के दौरान एक जून से 09 सितम्बर 2014 तक 891 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 1331 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई थी। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1447 मि.मी. है। चालू वर्षा सत्र में अब तक सबसे अधिक 1126 मि.मी. वर्षा बालाघाट तहसील में तथा सबसे कम 708 मि.मी. वर्षा लांजी तहसील में रिकार्ड की गई है।

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