उत्तराखंड की विस्तृत खबर (30 सितम्बर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 30 सितंबर 2014

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (30 सितम्बर)

शीघ्र पूरा होगा तवाघाट-लिपुलेख सड़क मार्ग

harish rawat
देहरादून,30 सितम्बर (निस)। तवाघाट-लिपुलेख सड़क मार्ग को शीघ्र ही बी.आर.ओ. द्वारा पूरा किया जायेगा। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री हरीश रावत को भेजे पत्र मेें इस बात का उल्लेख किया है। ज्ञातव्य है कि विगत दिनों मुख्यमंत्री श्री रावत ने केन्द्रीय गृह मंत्री को तवाघाट-लिपुलेख मोटर मार्ग को शीघ्र पूरा करने के संबंध में पत्र भेजा था। इसी क्रम में आज केन्द्रीय गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री श्री रावत को भेजे पत्र में अवगत कराया है कि बीआरओ को इस सड़क मार्ग को शीघ्र पूरा करने के संबंध में निर्देश जारी कर दिये गये है। इसके साथ ही सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भी इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिये गये है। केन्द्रीय मंत्री ने यह भी बताया है कि महानिदेशक बीआरओ द्वारा अवगत कराया गया है कि इस सड़क मार्ग के लिए बीआरओ को जिन उपकरणों और मशीनों की आवश्यकता थी, उन्हें पूरा कर लिया गया है। अब मोटर मार्ग का कार्य शीघ्र पूरा हो जायेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने केन्द्रीय मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि यह सड़क मार्ग भारत-नेपाल-चीन सीमा से लगा हुआ है, जिस कारण इस सड़क मार्ग का शीघ्र पूरा होना देशहित में भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का सीमांत क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से लगा हुआ है, ऐसे में यह जरूरी है कि भारत सरकार सीमांत क्षेत्रों से लगी हुई सड़कों का कार्य शीघ्र पूरा करे। इससे सीमांत क्षेत्र मुख्य धारा से जुड़ सकेंगे। उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री को धन्यवाद दिया कि उन्होंने राज्य सरकार के अनुरोध पर त्वरित कार्यवाही की। मुख्यमंत्री ने कहा कि तवाघाट-लिपुलेख सड़क मार्ग काफी महत्वपूर्ण मार्ग है। इसके पूरा होने से स्थानीय लोगो को सुविधा मिल सकेगी। यह जानकारी मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार द्वारा दी गई है। 

पर्वतीय क्षेत्रों में लगाये जाये छोटे उद्योग: दुर्गापाल 

देहरादून,30 सितम्बर (निस)। सूबे के श्रम, सेवायोजन, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल ने आज विधानसभा स्थित सभागार में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के कार्यकलापों एवं सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए नई निति के प्रतिपादन की अध्यक्षता की जिसमें समिति के सदस्य के रूप में शिक्षा मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी एवं शहरी विकास मंत्री प्रीतम पंवार के द्वारा भी प्रतिभाग किया। बैठक में श्री दुर्गापाल ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में छोटे उद्योगों को लगाया जाये, जिससे पहाड़ से हो रहे नवयुवकों का पलायन रोका जा सके। उन्होंने बैठक में कहा कि नौजवानों को स्वरोजगार से जोड़ने की ओर रुझान पैदा करे। जिससे पहाड़ के लोगों को लाभ के अवसर प्राप्त हो सकें। उन्होंने बैठक में हुई चर्चा को धरातल पर लाने के निर्देश अधिकारियों को देते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को वैश्विक स्तर पर प्रतिसपर्धी होना अनिवार्य है। उन्होंने  अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि नीति का मुख्य जोर प्रतिस्पर्धात्मकता बढाने एवं रोजगार, रोजगार सृजन को बढावा देने के लिये अधिकारी कार्य करें। बैठक में उन्होंने बताया कि क्षेत्र की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु विभिन्न स्थलों पर औद्योगिक अवस्थापना विकसित करने के हर सम्भव प्रयास किये जायेंगे पूरे प्रदेश में 100 औद्योगिक स्थलों का विकास किया जायेगा जिसमें 70 प्रतिशत पर्वतीय क्षेत्रों में होगें। उन्होंने कहा कि व्यवस्थित वातावरण व सृजनात्मक दृष्टिकोण से राज्य में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम का विकास होगा। बैठक मंे शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र हेतु उपयुक्त औद्योगिक वातावरण का निर्माण किया जाय। बैंक एवं वित्तिय संस्थानों से समन्वय स्थापित कर राज्य के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र में समुचित वित्त प्रवाह सुनिश्चित करवाये जायें। प्रशिक्षण एवं कौशल विकास के माध्यम से मानव संसाधन की गुणवत्ता का विकास किया जाय। इसके लिए उद्यमित्ता को प्रशिक्षण सीमेट के माध्यम से दिलाया जाय इसके लिए शिक्षा विभाग से वार्ता कर सामंजस्य किया जाय। शहरी विकास मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि निर्यात को बढावा देने के लिये संस्थागत सहयोग प्रदान करवाया जाये। उन्होंने कहा कि पहाड़ के स्किल डेवलप्टमेन्ट पर भी फोकस करें, पहाड़ों में हमें छोटी-छोटी पार्टस की एस्मबल यूनिट स्थापित करनी होगी। जिन पर ढुलान का खर्च भी कम आये तथा जिसमें महिलाओं के साथ-साथ बच्चे भी कार्य कर सकें। बैठक में सचिव एम0एच0खान के अलावा डा0 आर0 राजेश कुमार, एस0सी0 नौटियाल एवं अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे। 

प्रतियोगिता के विजेताओं को किया सम्मानित

देहरादून,30 सितम्बर (निस)। वन अनुसंधान संस्थान में आयोजित हिन्दी सप्ताह आज समापन हो गया। सप्ताह भर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। समारोह के समापन का भव्य आयोजन किया गया। समापन समारोह के अवसर पर स्वरचित काव्य पाठ का आयोजन हुआ जिसमें संस्थान कर्मियों ने अपनी-अपनी रचनाएं पढ़ी। इसके बाद विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता में हिन्दी टिप्पण व प्रारूप लेखन में प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं प्रोत्साहन पुरस्कार विजेता क्रमशः अरविन्द जौहरी, सहायक, विवेक गोयल, सहायक, नारायण सिंह, अनु.सहायक एवं प्रशांत शर्मा, अवर श्रेणी लिपिक, निबंध प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं प्रोत्साहन क्रमशः शार्देश कुमार चैरसिया, शोधछात्र, कु0 हिमानी पाण्डे, शोधछात्रा, देवेश तिवारी, शोधकर्ता एवं राजू, सफाई परिचारक को प्रदान किए गए। स्वरचित काव्य पाठ में प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं प्रोत्साहन पुरस्कार क्रमशः संतोष कुमार, श्रीकांत शर्मा, बलवंत सिंह रावत एवं सचिन कुमार को दिये गये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि जयश्री आरडे चैहान ने कहा कि हम सब का दायित्व है कि हम संविधान की भावना के अनुरूप अपना अधिक से अधिक कार्य राजभाषा हिन्दी में करें। हिन्दी सरल व सुबोध होने के साथ-साथ देश को एकसूत्र में पिरोने का कार्य करती है। हमें अपनी अंग्रेजी मानसिकता को छोड़ना होगा तभी हम हिन्दी का विकास कर सकंेगे। उन्होंने इस अवसर पर सभी लोगों को संकल्प दिलाया कि सभी अधिकारी व कर्मचारी संविधान के प्रति आस्था रखते हुए राजभाषा हिन्दी के विकास और उत्थान में अपना-अपना योगदान दें। संस्थान के कुलसचिव शशिकर सामंत के कुशल मार्गदर्शन में रशमा दीवान, अनुभाग अधिकारी एवं रमेश सिंह, उच्च श्रेणी लिपिक द्वारा सम्पूर्ण कार्यक्रम का कुशलतापूर्वक संयोजन किया गया।  

भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में उठाया झाड़ू, रैस्टकैम्प त्यागी रोड क्षेत्र में चलाया स्वच्छता अभियान 

देहरादून,30 सितम्बर (निस)। स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत कार्यक्रम के तहत रैस्टकैम्प त्यागी रोड में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सफाई अभियान चलाया गया। सफाई अभियान में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय लोगों ने भी भाग लिया। यह सफाई अभियान क्षेत्रीय पार्षद राजकुमार कक्कड़ के नेतृत्व में चलाया गया। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सड़कों पर झाडू लगाकर कूड़ा-करकट एकत्रित किया गया। इस जनजागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। भाजपाइयों ने लोगों से कहा कि वे आस-पास डस्टबीन रखें तथा कूड़े को एकत्र कर कूड़ेदान तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। कूड़ा सड़कांे पर न बिखेरा जाए, इससे पर्यावरण प्रदूषित होता है। यदि सब अपने आसपास सफाई रखें तथा आसपास कूड़ा न बिखेरें तो हमारा पर्यावरण स्वच्छ रहेगा। मोहल्ले की स्वच्छता सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। हर व्यक्ति को स्वच्छता के लिए आगे आना चाहिए। पार्षद राजकुमार कक्कड़ ने कहा कि यदि सभी लोग स्वच्छता की दिशा में प्रयास करें तो वार्ड से लेकर पूरे शहर तथा शहर से लेकर पूरे देश में स्वच्छ भारत का निर्माण हो सकता है। कक्कड़ ने कहा कि  पंडित दीनदयाल स्यर्ण जंयती पर हम सबको इस स्वच्छता अभियान में शामिल होकर प्रण लेना चाहिये कि हम स्वच्छ व स्वस्थ भारत निर्माण में सहयोग प्रदान करेंगे। सफाई अभियान में सन्दीप मुखर्जी, अनन्त सागर, राजकुमार शर्मा, भौरे लाल गुप्ता, अधीर मुखर्जी, विपिन खण्डूरी, राजेन्द्र पंवार, रामप्रसाद, अंकित शर्मा, अमित शर्मा, बाबूराम सहगल, जागेश्वर राम, विनय बंसल, मदन कोटनाला, राजेश बक्शी, ऋषि बक्शी, राकेश शर्मा, विरेश रोहिला, मुकेश सिंघल, राकेश शर्मा, प्रदीप बिष्ट आदि ने भाग लिया।  

राज्यपाल ने किया विजेता टीमों को पुरस्कृत

देहरादून,30 सितम्बर (निस)। उत्तराखंड के राज्यपाल डा0 अज़ीज़ कुरैशी ने आज काॅन्वेंट आॅफ जीजस एण्ड मैरी, वेवरलीे मसूरी के सालाना खेल दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि विजेता टीमों को पुस्कृत किया। इस दौरान उन्होंने 80 फीसदी ग्रामीण बच्चों के अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ने को सपने जैसा बताया। उन्होंने इस स्कूल में शिक्षा पाने वाले विद्यार्थियों को सौभाग्यशाली बताते हुए उन बच्चों के प्रति गहरी चिन्ता एवं दुःख व्यक्त किया जिन्हें उनके अभिभावक गरीबी के कारण समुचित शिक्षा नहीं दे पाते क्योंकि ‘बुक’ और ‘ब्रेड’ में से ब्रेड को चुनना उनकी विवशता होती है। उन्होंने कहा कि देश के ग्रामीण क्षेत्रों के 80 प्रतिशत बच्चों के लिए इस स्तर के स्कूलों में पढ़ना आज भी एक सपने जैसा है जो आजाद देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। उन्होंने आधुनिक, उच्च स्तरीय व वैज्ञानिक तरीके से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने तथा दुखों से पीडि़त लोगों की सेवा के लिए मिशनरीज की भूमिका की भरपूर सराहना की। उन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण के लिए देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. जवाहर लाल नेहरू के प्रयासों तथा परिकल्पनाओं का भी उल्लेख किया और आजादी के तुरन्त बाद बतौर प्रधानमंत्री उनके प्रथम भाषण के उन अंशों को दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि पीडि़त मानवता की आँखों में एक भी आँसू रहने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने सभी बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें एक अनुशासित, सच्चा देशभक्त तथा एक संवेदनशील नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में अब्बल आने वाली छात्राओं को प्रमाण पत्र, मैडल और ट्राफी देकर पुरस्कृत व सम्मानित किया। इस अवसर पर स्कूल की प्रिंसीपल सिस्टर अनीता मैथ्यू द्वारा राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया गया। 

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