अहमदाबाद। महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा-शिवसेना गठबंधन टूटने पर वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने दुख जताया है। उन्होंने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन तोड़ने को लेकर बीजेपी नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों काफी मजबूत हैं ऐसे में उनसे गठबंधन टूटना चिंता का विषय है। आडवाणी ने यह चिंता अहमदाबाद में सफाई की शुरुआत के मौके पर बोलते हुए जताई।
लालकृष्ण आडवाणी ने उद्धव ठाकरे का जिक्र करते हुए कहा कि मनमुटाव को लेकर उनका फोन आया था जिस बारे में उन्होंने नितिन गडकरी से भी बात की थी ।आडवाणी ने कहा कि अगर महाराष्ट्र में गठबंधन नहीं टूटता, तो मुझे ज्यादा खुशी होती। हालांकि बहुत दिनों से हमारी पार्टी के लोग कहते रहे हैं कि सीटों का जो बंटवारा हो रहा है वह उचित नहीं है, हमें ज्यादा सीटें मिलनी चाहिए थी। हालांकि आडवाणी ने भी कहा कि उन्हें इस विषय में ज्यादा जानकारी नहीं है।
आडवाणी ने क्षेत्रीय दलों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि सहयोगी दल प्रदेशों में है और उनकी ताकत स्थानीय स्तर काफी ज्यादा है। ऐसे में पार्टी को अपनी भूमिका को समझना चाहिए। वहीं उन्होंने यह भी साफ किया कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है।
आडवाणी ने लोकसभा चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि चुनाव में जब हम कहते थे कि 272 लाएंगे, तब लोग कहते थे कि असंभव है। लेकिन हिंदुस्तान के राजनैतिक इतिहास में पहली बार ऐसी स्थिति आई। कांग्रेस पार्टी अपनी ताकत से बहुमत लाती थी, लेकिन पहली बार कांग्रेस पार्टी को पछाड़ भारतीय जनता पार्टी को इतना बड़ा जनमत मिला है।

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