राज्य आंदोलनकारियों पर अत्याचार के दोषियों को सजा दिलायेगी राज्य सरकार:मुख्यमंत्री
देहरादून, 2 अक्टूबर, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने एडिशनल एडवोकेट जनरल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति बनाई है जो कि रामपुर तिराहा, मसूरी, खटीमा आदि स्थानों पर राज्य आंदोलनकारियों पर किए गए अत्याचार के दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास करेगी और राज्य स्थापना दिवस 9 नवम्बर को राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरूवार को मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा स्थित शहीद स्मारक पर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देने के बाद वहां आयोजित एक कार्यक्रम में कही। मुख्यमंत्री ने शहीद राज्य आदंेालनकारियों को याद करते हुए कहा कि बीस वर्ष पहले अहिंसा के पुजारी की जयंती पर बर्बरता का इतिहास लिखा गया। हमें आज के दिन अत्याचार के खिलाफ खड़े रहने का संकल्प लेना चाहिए। उत्तराखण्ड राज्य का आंदोलन किसी के खिलाफ नहीं था बल्कि विकास की मुख्यधारा में आने की अपेक्षाओं को लेकर हुआ था। इसमें सभी धर्मों, जातियों, पर्वतीय व मैदानी क्षेत्र के लोगों द्वारा बढ ़चढ़कर भागीदारी की गई थी। राज्य आंदोलनकारियों की आंखों में आदर्श उत्तराखण्ड का स्वप्न था। जब संयुक्त उत्तरप्रदेश था तो इसकी अनेक उपलब्धियों में उत्तराखण्ड का भी योगदान था। एक क्षेत्र को विकास से दूर रखकर देश के विकास के बारे सोचा नहीं जा सकता है। सीएम ने कहा कि मुजफ्फरनगर कांड के समय यहां के स्थानीय लोगों ने उत्तराखण्ड के लोगों से सहयोग किया और बर्बर अत्याचार से आंदालनकारियों को बचाने के लिए आगे आए। स्व0 चैधरी चरणसिंह व महेंद्र सिंह टिकैत को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों ही नेता हम सभी के सम्मानित थे। उन्हें किसी पार्टी तक सीमित रखकर नहीं देखा जा सकता है। सीएम ने कहा कि दिल्ली में स्व0 चरणसिंह का स्मारक स्थापित किया जाए। हमें मिलजुलकर रहने की अपनी परम्परा को बनाए रखना है। मुजफ्फरनगर की धरती सौहार्द्र की धरती है। हमें विद्वेष की सभी रेखाएं मिटाने का संकल्प लेना चाहिए। सीएम ने कहा कि स्वच्छ भारत का सपना तभी साकार हो सकता है जब हम अपने दूषित विचारों को भी साफ कर लें। हम सभी को प्रण लेना होगा कि आपस में किसी तरह का विद्वेष व घृणा नहीं आने देंगे। राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप, प्रदेश कांगे्रस उत्तराखण्ड के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए शहीदों को नमन किया। कार्यक्रम में पं.महावीर शर्मा, चैधरी राकेश टिकैत, पूर्व संासद सईदउलजा सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे। वहीं संस्कृति विभाग की निदेशक वीणा भट्ट ने धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि के बाद संग्रहालय का भी अवलोकन किया। वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शहीद स्मारक कलैक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर शहीदों को नमन कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य आन्दोलनकारियों की मांगों पर सकारात्मक पहल करेगी। चिन्हित राज्य आन्दोलनकारियों को किस प्रकार की सुविधाएं दी जाय। इसके लिए आगामी 9 नवम्बर 2014 को विशेष कैबिनेट बैठक बुलाई जायेगी। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम अपने सभी शहीदों को भी नमन करते है, जिनके बलिदान और त्याग से उत्तराखण्ड का निर्माण हुआ। आज के दिन मुजफ्रनगर मे जो घटना हुई थी, वह मानवता को कलंकित करने वाली थी। राज्य सरकार मुजफ्रनगर कांड के दोषियों को सजा दिलायेगी। साथ ही मुकदमों की प्रभावी पैरवी के लिए सरकार ने समिति का गठन करने का निर्णय लिया है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री रावत ने बीजापुर हाउस में महात्मा गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रों पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन हमारे महापुरूषों को याद करने का दिन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि आज के दिन से हम अपने एक जिले बागेश्वर को पूर्ण रूप से स्वच्छ जिला बनायेंगे। इसके लिए एक साल का समय निश्चित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सफाई कर्मियों को अतिरिक्त 500/- रुपये की धनराशि दी जायेगी। राज्य आन्दोलनकारियों के आश्रितों को नौकरी देने के लिए प्रयास कर रहे है।
मुख्यमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान को हरी झंडी दिखाई
देहरादून, 2 अक्टूबर, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को गांधी जयंती के अवसर पर गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छ भारत अभियान को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने गांधी पार्क में महात्मा गांधी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। स्वच्छ भारत अभियान के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता अभियान को हमें जन अभियान में बदलना होगा, तभी सही मायनों में स्वच्छ भारत अभियान सफल होगा। उन्होंने कहा कि आज हम सभी को मन और विचारों में स्वच्छता लानी होगी। सभी को शपथ लेनी होगी कि साम्प्रदायिकता, जातीयता और क्षेत्रीयता के विद्वेश की भावना से हटकर हम अपने मन व विचारों में स्चछता का भाव लाये। हम दोस्ती के वातावरण में एक अच्छे दून, अच्छे उत्तराखण्ड और अच्छे देश का निर्माण करे। दून का अपना महत्व है। हम सभी को सामूहिक समूह गठित करने होंगे, तभी स्वच्छता कार्यक्रम सफल होंगे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है। आज महात्मा गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती है। गांधी जी देश की आजादी के महानायक थे। सदियों तक ऐसे महानायक के विचार मनुष्य को उद्वेल्लित करेंगे। गांधी यथार्थ है, जो सामाजिक, आर्थिक और सामाजिक पक्ष से जुडे हुए है। जहां भी लोकतंत्र की बात होगी, तो गांधी जी का चित्र हमारे सामने होगा। स्वच्छता का हमारे भारतीय शास्त्रों में भी उल्लेख है कि हमें न केवल अपने पडोस बल्कि अपने मन को भी स्वच्छ रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने सभी को स्वच्छ भारत अभियान की शपथ भी दिलायी। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह पंवार, मंत्री प्रसाद नैथानी, मेयर विनोद चमोली, विधायक राजकुमार, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, जिलाधिकारी देहरादून चन्द्रेश यादव, निदेशक स्वजल सौजन्या सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।


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