मेडिकल ग्राउंड पर 60 पफीसदी उपस्थिति के भी छात्रा भरंेगे परीक्षा प्रपत्रा, परीक्षाओं के बाद छात्रा संघ चुनाव होंगे। सेन्ट्रल लाईब्रेरी में 24 घंटे खोलने पर गंभीरतापूर्वक होगा विचार, दरभंगा हाउस सहित तमाम कैंपसांे में बुनियादी सुविधआंे की बहाली शीघ्र, आर्ट काॅलेज प्राचार्य पर होगी इन्क्वायरी सेटअप, पफर्जी मुकदमों की होगी समीक्षा, हर कालेजों में खुलेगी रियायती दर पर कैंटीन, सुरक्षा के सवाल पर बनी सहमति, कुलपति से मिला ए.आई.एस.एपफ. प्रतिनिध्मिंडल।
पटना वि.वि.ः- आज पटना वि.वि. कुलपति वाई.सी. शिम्हाद्री से लंबे समय बाद छात्रों का प्रतिनिध्मिंडल मिला। आॅल इंडिया स्टूडेन्ट्स पफेडरेशन ;।प्ैथ्द्ध के प्रतिनिध्मिंडल से लगभग 45 मिनट वार्ता चली। वार्ता मेेें 15 सूत्राी मांगोें को लेकर छात्रों और अध्किारियों में बिन्दुवार बात हुई। वार्ता में ए.आई.एस.एपफ. के राज्य सचिव सुशील कुमार एवं विश्वविद्यालय सचिव मोú हदीश तथा वि.वि. प्रशासन की ओर से कुलसचिव सुध्ीर श्रीवास्तव, डी.एस.डब्ल्यू. के.एन. पासवान, कुलानुशासक नजमुज्जमां, वित्त पदाध्किारी, ए.के. वर्मा, कुलपति के अतिरिक्त मौजूद थे।
वार्ता मेें तय हुआ कि 50 रुपये प्रतिदिन जुर्माना पर रोक लगेगा। 100 पफीसदी की अनिवार्यता के संबंध् में कुलपति ने कहा कि उन्होंने कभी भी 100 पफीसदी उपस्थिति का आदेश नहीं दिया है। 75 पफीसदी पर ही परीक्षा प्रपत्रा भरे जायेंगे। जिन छात्रों से काॅलेजों व विभागों मेें पैसा लिया गया है उनके बारे में विस्तृत लिखित जानकारी कुलपति ने मांगते हुए कहा कि जुर्माने की राशि वापसी होगी तथा छात्रांे से जुर्माना नहीं लेने का पत्रा भी भेजा जायेगा। छात्रों ने मनोविज्ञान को समाजशास्त्रा के कुछ छात्राओं के प्रीगनेंट होने का हवाला देते हुए कहा कि इस हालात में भी विभाग में पफर्म नहीं भरा जा रहा है। जबकि यू.जी.सी. व पटना वि.वि. अध्ीनियम में इस तरह की बात है कि मेडिकल ग्राउंड पर 60 पफीसदी उपस्थिति में भी पफार्म भरे जायें। कुलपति ने तत्काल कुलानुशासक को निर्देश देते हुए कहा जिनका सही में मेडिकल ग्राउंड पर भरा जाना चाहिए, डाॅú का प्रमाण-पत्रा, जाँच रिपोर्ट, एच.ओ.डी. का पत्रा के साथ जमा लेने को कहा है। वहीं छात्रा संघ चुनाव पर कुलपति ने कहा कि उन्हें छात्रासंघ चुनाव में कोई दिक्कत नहीं है परीक्षाओं का वक्त शुरु हो रहा है। इसके बाद चुनाव अवश्य कराये जायेंगे। सेन्ट्रल लाईब्रेरी में और पुस्तकें खरीदने पर सहमति बनी। कुलपति ने कहा कि हेड व प्राचार्य पुस्तकों की सूची भेजें, निश्चित ही किताबें खरीदी जायेंगी। 24 घंटे खोलने के सवाल पर भी कुलपति कहा कि शीघ्र इस दिशा में गंभीरतापूर्वक विचार के साथ निर्णय लिया जायेगा। लेकिन किताबों के साथ प्रवेश पर छात्रों और कुलपति में कापफी तर्क - वितर्क के बाद सहमति नहीं बन पायी।
कुलपति ने दरभंगा हाउस सहित तमाम कैंपसों में बुनियादी सुविधओं यथा स्वच्छ पेयजल, शौचालय व नियमित सापफ-सपफाई को लेकर गौर करने को कहा है। वहीं कुलपति ने प्राॅक्टर को अनाध्किृत लोगों के दरभंगा हाउस में प्रवेश पर रोक और मंदिर के रास्ते को मुख्य रास्ते से अलग करने को लेकर जिला प्रशासन को पत्रा लिखने का निर्देश भी दिया। दरभंगा हाउस की समस्याओें पर और विस्तृत योजना को लेकर दरभंगा हाउस इन्चार्ज प्रभाकर झा से बात कर विस्तृत योजना की बात तय की गई। सभी काॅलेजों में रियायाती दर पर कैंटीन, आध्ुनिकीकृत पुस्तकालय व प्रयोगशाला खोलने पर भी सहमति बनी। अध्किारियों ने कहा कि मगध् महिला, सायंस काॅलेज व वीमेन्स काॅलेज में कैन्टीन है। छात्रों ने कहा कि इन कैन्टीन में रियायती दर पर खाद्य सामग्री नहीं मिलती है। साथ ही हर काॅलेज में कैन्टीन खोलने की जरूरत है। पफर्जी मुकदमे के आधर पर नामांकन पर रोक एवं वर्टिकल ग्रोथ के निर्णय की सर्मीक्षा की बात भी कुलपति ने कही। ए.आई.एस.एपफ. प्रतिनिध्मिंडल ने हर वर्ष होने वाली परीक्षापफल गड़बड़ी पर रोक एवं उत्तरपुस्तिकाओं के पुर्नमूल्यांकन की मांग की। कुलपति द्वारा पूछने पर अध्किारियों ने कहा कि जिन छात्रांे ने आर.टी.आई. के आधर पर उत्तर पुस्तिकाओं का मांगा है उन्हें दी जा रही है। पुर्नमूल्यांकन पर राजभवन ही निर्णय ले सकता है। ए.आई.एस.एपफ. प्रतिनिध्मिंडल ने कहा कि राज्यपाल से विगत सितम्बर में इस पर बात हुई थी जिसमें राज्यपाल ने वि.वि. से प्राॅपर तरीके से पत्रा भेजने पर निर्णय की बात कही थी। तय किया गया कि राजभवन को पुर्नमूल्यांकन को लेकर वि.वि. पत्रा भेजेगा। पटना आर्ट काॅलेज के प्राचार्य के बारे में शिकायत करने पर यह तय किया गया कि जाँच कमेटी प्राचार्य पर बैठेगी तथा पूरे क्रियाकलाप की जांच करेगी। वहीं आर्ट वर्क के लिए पैसा लेने के बावजूद कला सामग्री नहीं लेने पर कुलपति ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल सुविध मुहैया कराने एवं छात्रावास छात्रों को देने को लेकर पहल करने की बात कही। छात्रा-छात्राओं के सुरक्षा के सवाल पर छात्रों ने कहा कि अक्सर कैम्पस के छात्रों को बाहरी तत्व मारपीट एवं छात्राओं से छेड़खानी कर चल जाते हैं। लेकिन छात्रों की सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं है। जबकि कुलपति की सुरक्षा के नाम पर कापफी पैसा खर्च होता है। कुलपति ने तत्काल इस दिशा में पहल की बात कहते हुए कृष्णा घाट स्थित गल्र्स हाॅस्टलों की विशेष सुरक्षा व्यवस्था करने की बात कही। वहीं वोकेनशल कोर्सेस में आधरभूत संरचना एवं कैंपस प्लेसमेंट की बात पर भी गौर करने का निर्देश कुलपति ने दिया। नियमित खेल-कूद, सांस्कृतिक व सेमिनार को लेकर पूछने पर अध्किारियों ने कहा कि पुनः इसे लेकर टीम नये सिरे से गठित की गयी है तथा कई टीम बाहर भी गई है। सशक्त जेन्डर सेल जे.एन.यू.के. के तर्ज पर गठित करने पर भी सहमति बनी। पटना वि.वि. को पूर्णतः आवासीय कैंपस के तौर पर विकसित करने पर सहमति जताते हुए कुलपति ने पूछा कि शिक्षकेत्तर कर्मियों के आवास नहीं खाली कराने का सवाल छात्रों ने क्यों उठाया है? इस पर कुलपति के साथ तीखी बहस भी छात्रों की हुई। छात्रा-शिक्षक-कर्मियोें के आवासों की जर्जता दूर करने पर सहमति बनी।

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