झाबूआ (मध्यप्रदेश) की खबर (30 नवम्बर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 30 नवंबर 2014

झाबूआ (मध्यप्रदेश) की खबर (30 नवम्बर)

भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों के कारण हो रहा पलायन- कांग्रेस ने आंदोलन की दी चेतावनी 

झाबुआ --- प्रदेष सरकार एवं जिला प्रषासन की अक्षमता के चलते जिले से प्रति दिन काम की तलाष में अंचल के आदिवासियों का पलायन के कारण केवल दिखावटी योजनाओं का हश्र सामने आचुका है । प्रदेष सरकार एवं जिला प्रषासन इन गरीब आदिवासियों के लिये न तो रोजगार की व्यवस्था करने में कोई ध्यान दे रही है और ना ही जिले के  निर्वाचित प्रतिनिधि सांसद एव विधायकगण प्रदेष सरकार तक अंचल के आदिवासियों को हो रही इस परेषानियों को लेकर मुख्यमंत्री तक बात पहूंचा रहे है । प्रषासन में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण गरीबों का सतत शोषण हो रहा है, किसानों को बिजली  नही मिलने के कारण वे अपनी फसलों को अपनी आंख के सामने ही बर्बाद होते देखने को मजबुर है । भाजपा सरकार की किसान एवं जन विरोधी नीतियों के चलते  पूरे संसदीय क्षेत्र में हा हा कार मचा हुआ है ।  गा्रमीणों द्वारा काम की तलाष में परिवार सहित बाहर जाने को मजबुर है तथा साथ में बच्चों को भी ले जारहे है जिससे हर बच्चे को षिक्षा का ढिंढोरा पिटने वाली भाजपा सरकार की कथनी और करनी का फर्क साफ साफ दिखाई दे रहा है । उक्त आरोप पूर्व केन्द्रीय मंत्री, पूर्व संासद एवं पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया एवं जिला पंचायत अध्यक्षा सुश्री कलावती भूरिया ,युवा नेता डा. विक्रांत भूरिया, जिला पंचायत उपाध्यक्ष चन्द्रवीरसिंह राठौर, कार्यकारी अध्यक्ष हनुमंतसिंह राठौर, कांग्रेस नेता मानसिंह मेडा, राजेषभटृ, कलावती मेडा,जितेन्द्रप्रसाद अग्निहौत्री, आषीष भूरिया एवं  जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्षभटृ ने लगाते हुए कहा है कि एक तरफ बेराजगारी के चलते गांव गांव के खाली हो रहे है वही साथ मे बच्चों के जाने से स्कूल भी खाली हो गये है । केन्द्र एवं प्रदेष सरकार की योजनायें केवल कागजों पर चल रही है और बच्चों के नाम से मध्यान्ह भोजन सहित स्कूलों में फर्जीवाडा हा रहा है । किसानों एवं गा्रमीणों को मिलने वाला सोसायटियों का अनाज भी कालाबाजारी के चलतेें बाजार मे खप रहा है । पूरे अंचल मे असुरक्षा की भावना बनी हुई है रोजगार के अभाव में लोग पूरी तरह असुरक्षित होकर पलायन कर रहे है तथा इस कारण चोरी चकारी डाकेजन, चैन स्नेचिंग, राहजनी की घटनाओं का गा्रफ तेजी से बढ रहा है । आने वाले त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में भी इसका प्रभाव सहज रूप  से पडेगा तथा क्षेत्र के विकास में भी बाधा पहूंचेगी । जिला कांग्रेस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि जल्दी ही इस बारें मे स्थाई व्यवस्था नही की गई तो कांग्रेस आन्दोलन करने में भी नही हिचकिचायेगी । कांग्रेस नेताओं के अनुसार रोजगार गारंटी योजना में भी बकाया भुगतान नही होने से  मजदूरों को भंयकर आर्थिक त्रासदी झेलना पड रही है । कांग्रेस ने रोजगार गारंटी की राषि में भी बढोत्तरी करने की मांग दोहराई है।

योग परिवार ने कियरा अवधूता आचार्य त्रय का सम्मान, चार दिनों तक दिया था योग प्रषिक्षण 

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झाबुआ -- स्थानीय गौडी पाष्र्वनाथ मंदिर के सभागृह में  योग परिवार की प्रमुख सुश्री रूकमणी वर्मा के नेतृत्व में आनन्द आध्यात्य योग सेवा केन्द्र के कार्यक्रम में भाग लेने आई  अवधूतिका आनन्दषुद्धा आचार्या, अवधूतिका आनन्द चिन्मया आचार्या एवं अवधूतिका आनन्द देवलीना आचार्या को कार्यक्रम के समापन अवसर पर शाल के द्वारा उनका योग परिवार की ओर से सम्मान किया गया । इस अवसर परसुश्री रूकमणी वर्मा ने चार दिनों तक सतत महिलाओं को योगासन के गुर सिखाने तथा कौषिकी नृत्य की नई योग विधा का ज्ञान देने के लिये  तीनों दीदीयों का आभार व्यक्त किया  । इस अवसर पर  सुधा दीदी का स्वागत  रूकमणी वर्मा, मधु जोषी  ने, देवलीना दीदी का शांता सतोगिया, माया पंवार एवं ज्योति जोषाी ने  तथा चिन्मया दीदी का ममता जैन, जरीना अंसारी एवं मंजुला राठौर ने शाल ओढा कर स्वागत किया । आचार्या चिन्मया दीदी ने योग परिवार की महिलाओं की प्रसंषा करते हुए कहा कि उनसे जो स्नेह  मिला उसे वे भुल नही पायेगा । इस अवसर पर आनंद आध्यात्म योग के प्रमुख आचार्य वंदनानंदजी ने झाबुआ योग परिवार की सदस्याओं को बहुमूल्य पुस्तक भेट देकर उनको सम्मानित किया  तथा उनके प्रयासों की प्रसंषा की ।

आनन्द मार्ग के योगसान षिविर में अन्तिम दिन सीखाये कई योगासन
  • उत्साह के साथ लोगो ने योग प्रषिक्षण में लिया भाग 

झाबुआ --- आनन्द मार्ग आध्यात्म योग सेवा केन्द्र द्वारा स्थानीय गौडी पाष्र्वनाथ मंदिर पर दो दिवसीय योग एवं ध्यान प्रषिक्षण षिविर के अन्तिम दिन रविवार को आचार्य सुस्मितानंद अवधूत ने प्रातः 7 बजे से  उपस्थित योग षिविरार्थियों को योगासन के बारे मे विस्तार से प्रषिक्षण देते हुए सर्वांगासन, मत्स्यासन, पष्चिमोत्तानासन, चक्रासन, के अलावा शषांकासन, भावासन, उत्कटासन, कर्मासन, ग्रंथिमुक्तासन, पदहस्तासन, उड्डयान बंध, अग्निासार क्रिया के बारे में विस्तार से प्रषिक्षण दिया । उन्होने नृत्य को भी आसन का एक अंग बताया तांडव नृत्य बताते हुए उन्होने जानकारी दी कि इस आसन को करने से समस्त रोगों से मुक्ति मिलती है, भय की भावना का पूरी तरह निर्मूलन हो जाता है, यही एक मात्र नृत्य ह ै जिसस े स्मरण षक्ति मंे चमत्कारिक तरिके से बढोत्तरी होती है तथा आदमी का सम्पूर्ण जीवन भयमुक्त होकर दीर्घायु होता है । स्वामी सुस्मितानंद के सहयोग आचार्य वषिष्ठ ब्रह्मचारी ने भी  विभिन्न आसनो के माध्यम से उपस्थित जनों को  योगासन के बारे में जानकारी दी । इस अवसर पर आचार्यजी ने कौषिकी नृत्य, तांडव नृत्य एवं ललित नृत्य जो बाबा नाम  केवलम उच्चारण के साथ किया जाता है के प्रभावों के बारे में बताया ।  वही मंदिर के उपरी सभागृह में  महिलाओं के लिये भी योगाभ्यास प्रषिक्षण अवधूतिका आनन्दषुद्धा आचार्या, आनन्द चिन्मया एवं आनन्द देवलीना ने देते हुए सर्वांगसन, मत्स्यासन वीरासन,  धनुरासन,  पर्वतासन कुक्कुटासन ,मयूरासन के साथ ही  कौषिकी नृत्य, तांडव नृत्य, एवं ललीत नृत्य के बारे में जानकारी एवं प्रषिक्षण दिया । करीब डेढ घण्टे तक चले महिलाओं एवं पुरूषो के योगासन षिविर में  बडी संख्या में महिलाओं एवं युवकों तथा स्कूली बच्चों ने सहभागिता की । आचार्य सुस्मितानंद एवं आचार्या अवधूतिका आनन्दषुद्धा ने योगासन को जीवन को निरोगी बनाये रखने तथा किसी भी प्रकार के टेंषन से मुक्ति पाने का एक मात्र उपाय बताया । उन्होने कहा कि यदि व्यक्ति नियमित रूप  से योग को अपने जीवन का अंग बनालेवें तो वह दीर्घायु होने के साथ ही आरोग्यमय जीवन व्यतित कर सकता है ।

जिवन का कभी बीमा नही होता--आचार्य वंदनानंद

झाबुआ --- जीवन का कोई भी बीमा नही होता, बीमा कंपनिया जो बीमा करती है वह  वास्तव में मरने का बीमा होता है । मानव को मानव के प्रति संवेदनषीलता के साथ सेवा भावना की क्वालिटी को विकसित करना चाहिये।  जिसने सबके हित की बात कहीं हो वही सच्चा परमगुरू होता है । परमगुरू अवतार के तुल्य होता है और सर्वे भवन्तु सुखिनः की भावना से समान दृष्टि से सभी पर अनुग्रहित होता है । आदि षंकराचार्य ने भारतवर्षं के चारों दिषा में चार मठों की स्थापना इसी उद्देष्य से की थी कि  वेदों का प्रचार-प्रसार हो, लोग धर्माचरण करें तथा यम नियमों का पालन करें किन्तु वर्तमान में स्थिति यह है कि चार-चार षंकराचार्य है किन्तु हालत यह है कि चारों शंकराचार्य एक दुसरे से बात तक नही करते है । वे अपने अहम एवं गद्दी के मद में आदि शंकराचार्य के बताये मार्ग को आगे बढाना ही भुल रहे है । इसलिये सच्चा सतगुरू वही है तो मन,वन एवं कर्म से सभी के कल्याण की बात करें ,सभी के सर्वांिगण विकास की बात करें  और यही सब कुछ करक रहे है आनन्दमूर्ति जी । यम-नियम मनुष्यत्व की अभिव्यक्ति का हिस्सा है और इसका पालन करने के लिये तथा इसे जीवन मे अंगीकार करने के लिये सर्दैव सबके हित संरक्षण को ध्यान मे रखना होगा । स्वयं के नाम को बडा करने के लिये दान देकर केवल अपनी आत्मप्रसंषा ही बटोरी जा सकती है, ऐसा दान किसी काम का नही कि लाखो करोडों खर्च करके अपने नाम के षिलालेख लिखवा दिये जावे एवं अपनी प्रसंषा करवाई जावे ।  उक्त बात  आनंद मार्ग आध्यात्म सेवा केन्द्र कोपनगेहम के ग्लोबल हेड आचार्य वंदनानंद अवधूत ने रविवार को श्री गौडी पाष्र्वनाथ मंदिर में अन्तिम दिन उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहीं । आचार्य वंदनानंद ने आगे कहा कि 1964 में वे जब बनारस गये थे तो उन्होने काषी विष्वनाथ मंदिर जाने के लिये टेक्सी चालक को कहा तो उसने इस मंदिर के नाम से अनभिज्ञता व्यक्त की जब उसे कहा कि बिरला मंदिर जाना है तो वह वहां ले गया । इस प्रकार भगवान के मंदिर को भी व्यक्ति के नाम से जाना जाता है । आचार्यश्री ने आगे कहा कि व्यवसायिकता भगवान के मंदिर के साथ नही चलना चाहिये । काली लक्ष्मी को सफेद बनाने के लिये ऐसे धन्ना वर्ग के लोग बडे बडे मंदिर बनवाते है । जबकि मनुष्यत्व के लिये सेवा करने के लक्ष्य ही रहना चाहिये । उनहोने आगे कहा कि  सेवा कार्यो से निष्चित ही आनन्द आता है । मनुष्य, देव  और महादेव में यही फर्क है । जो मनुष्य एवं मानवता को आधार नही मानता तो वह देव तो दूर की बात परम पुरूष भी नही बन सकता है ।  यम नियमों का पालन जीवन मे जरूरी है । यम नियम मनुष्य की अभिव्यक्ति की सुंदर व्याख्या है इसमें नैतिकता होती है जो हमे परम पद की ओर ले जाती है । उन्होने आगे कहा कि नयन, नीति,नियम मनुष्य को आगे ले जाते है । देवत्व की ओर जाने का मार्ग खुलता है देवत्व से ब्रह्मत्व की  ओर ले जाती है। यम के पांच प्रकार है और नियम भी पांच होते है । यम में अहिंसा,सत्य,अस्तेय,ब्रहम्ष्चर्य, अपरिग्रह है वही नियम में शौच, संतोष,तप,स्वाध्याय आते है । अहिंसा का अर्थ ही मन,वचन कर्म से किसी भी प्राणी को किसी भी प्रकार की पीडा नही देता है । अर्थात किसी को भी नाजायज पीडा नही देना है । सर्वांिगंण विकास  के लिये तथा आततायियों को हटाने के लिये षक्ति का यदि उपयोग किया जाता है तो वह हिंसा में नही आयेगी । सुधारात्मक कष्ट भी हिंसा की श्रेणी में नही आता है । आचार्य वंदनानंद ने कहा कि दूसरों की भलाई के लिये मन का यथार्थ भाव जो व्यक्त करते है वही  सत्यम कहाता है । हीनभावना नही हो समान स्थान सभी को मिले ं दूसरों के हित के लिये उनके मनोभावों को भी समझना पडेगा ।  सत्य वही हे जो भूत, वर्तमान एवं भविष्य को एक समान समझे तथा दूसरों के हित की बात करें ।  पूरे समाज के सर्वांगिण विकास  के लिये समाज के जो अंग पीडित है ,षोषित है दलित जीवन जी रहे है उनके लिये निस्वार्थभाव से सेवा की जाये । वंदनानंद ने ेसारगर्भित तरिके से अस्तेय अर्थात चोरी नही करने के बारे में भी विस्तार से जनसमुदाय को बताते हुए कहा कि मानवता के लिये जरूरी है कि हम सब आनंद मार्ग को अपना कर सकल विष्व को शांति एवं प्रेम की धरा बनावे ।

ग्रोटो पर्व धूमधाम से मनाया जायेगा

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झाबुआ--- अंतोनपुरा ( कुण्डला ) एवं नवीन नवापाडा गोपालपुरा में माता मरियम के मिल्क ग्रोटो पर्व क्रमषः 7 दिसंबर एवं 14 दिसंबर को धूमधाम से मनाया जायेगा। कैथोलिक चर्च अंतोनपुरा कुण्डला के संचालक फादर लोरेन्स ने बताया कि माता मरियम के ग्रोटो पर्व की तैयारियों प्रारंभ हो चुकी है जिसके अंतर्गत दिनांक 28.11. 2014 से 6.12.2014 तक प्रतिदिन षाम 5 बजे से रोजरी माला जल माता भक्ति पवित्र मिस्सा पूजा एवं गरबा प्रार्थना की जा रही है। दिनांक 7 दिसंबर को दोपहर 2 बजे जुलुस एवं पवित्र मिस्सा पूजा होगी। समारोह के मुख्य याजक फादर जोर्ज भूरिया एस वी.डी. संत जोसफ चर्च बडी धामनी होंगे। मिल्क ग्रोटो नवीन नवापाडा गोपालपुरा चर्च के संचालक फादर अनिल केरकेटाा ने बताया कि प्रतिवर्शानुसार इस वर्श भी 7 वां मातृत्व की मां ( मिल्क माता) मरियम का पर्व दिनांक 14.12.2014 को धूमधाम से मनाया जायेगा। पर्व की तैयारियों में दिनांक 5.12.2014 से 13.12.2014 तक मां मरियम की विषेश भक्ति व प्रार्थना नौवेना प्रतिदिन 4.30 बजे से होगी एवं नौवेन मिस्सा पूजा में प्रतिदिन अलग अलग स्थानों से भाग लेंगें दिनांक 5.12.14 को फादर स्टीफन डीन एवं पीआरओ झाबुआ, दिनांक 6.12.2014 को फादर अमुदकणी पंचकुई, 7.12.2014 को फादर अनिल केरकेटटा गोपालपुरा, 8.12.2014 को फादर प्रताप बारिया बिषप हाउस मेघनगर, 9.12.2014 फादर पीटर कटारा, प्रेशितालय झाबुआ, 10.12.2014 फादर निरंजन झाबुआ, 11.12.2014 फादर लाॅरेन्स अंतोनपुरा, 12.12.2014 फादर राजू मैथ्यू मेघगनर, 13.12.2014 फादर सोनू वसुनिया युवा निदेषक झाबुआ सम्मिलित होंगे। दिनांक 14.12.2014 को बडे उल्लास व भक्तिभाव के साथ डाॅ. देवप्रसाद गणावा कैथोलिक डायसिस उदयपुर के मुख्य याजक एवं प्रवचक के आतिथ्य में समारोहपूर्व मनाया जायेगा। दोपहर 1 बजे जुलुस पल्लि ग्रोटो से प्रारंभ होकर नवीन नवापाडा मिल्क ग्रोटो पर पहुंचेगा। जहां मिस्सा पूजा, मन्नतें एवं बीमारों तथा निःसंतान परिवारों के लिये विषेश प्रार्थना की जायेगी। मिल्क ग्रोटो के संयोजक के सी माल ने बताया कि यह ग्रोटो पर्व समस्म पल्लिवासियों के सहयोग से मनाया जायेगा जिसमें सहायक पल्ली पुरोहित, फादर रफाएल वसुनिया, जोसफ सरपंच, विलियम भाबोर, जोसफ ड्रायवर, मोनसिंह, विपिन भूरिया विषेश सहयोग कर रहे है। उक्त जानकारी कैथोलिक डायसिस के मीडिया प्रभारी पीटर बबेरिया ने दी।

सर्प दंश से मौत

झाबूआ-- मोहनलाल पिता शंकरलाल पाटीदार, उम्र 54 वर्ष, निवासी पीठडी ने बताया कि लीलाबाई पति महेश पाटीदार, उम्र 35 वर्ष, निवासी पीठडी को सांप ने काट लिया था। इलाज के दौरान पेटलावद अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई।

जहरीली दवाई खाने से मौत

झाबूआ---शरद पिता कानजी भाबर, उम्र 28 वर्ष, निवासी बरखेड़ा ने बताया कि मंगा पिता केशिया, उम्र 65 वर्ष, निवासी बरखेड़ा ने जहरीली दवाई खा ली थी। इलाज के दौरान पेटलावद अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई। प्रकरण में थाना रायपुरिया एवं कल्याणपुरा में मर्ग क्रमांक 52 एवं 43/2014, धारा 174 जाफौ का कायम कर जांच में लिया गया।

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