प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलकर्मियों की बड़ी आशंका को दूर करते हुए दो टूक कहा कि रेलवे के प्राइवेटाइजेशन की बात, कोरी अफवाह है. किसी भी हाल में रेलवे का प्राइवेटाइजेशन नहीं होगा. हम रेलवे के विकास के लिए अमीरों का पैसा लेंगे, गरीबों पर भार डालने का चलन अब बंद होगा.
प्रधानमंत्री बनने के बाद गुरुवार को दूसरी बार अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे नरेंद्र मोदी, तीन स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों को संबोधित कर रहे थे. डीजल इंजन रेल कारखाना विस्तारीकरण की आधारशिला रखने व 4500 हॉर्स पॉवर के डीजल रेल इंजन का लोकार्पण करने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस इंजन में 96 परसेंट वस्तुएं स्वदेशी हैं, इसे 100 परसेंट तक लाना है. यह मेक इन इंडिया की ओर बढ़ता हमारा कदम है, जिसे रेलवे से बहुत उम्मीदें हैं. इसके साथ ही मोदी ने रेलवे प्राइवेटाइजेशन की बात को कोरी अफवाह बताते हुए कहा कि अब हम विदेशों व अमीरों के पैसे से रेलवे का विकास करेंगे. देश के चारों कोनों में चार रेल यूनिवर्सिटी खोलने की घोषणा करते हुए नरेंद्र मोदी ने रेलवे के संसाधनों का अन्य क्षेत्रों में भी लाभ लेने का आहृवान किया.
नरेंद्र मोदी ने रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प को लेकर भी काफी गंभीरता दिखाई. पीएम ने कहा कि जिन ग्रामीण स्टेशनों पर बिजली की व्यवस्था है, वहां दो तीन कमरे बनाकर युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट कक्षाएं चलाई जा सकती हैं. अपनी सांसद निधि, वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्मों पर बेंच लगाने के लिए देने वाले नरेंद्र मोदी ने आहृवान किया कि सभी सांसद, अपनी निधि से, अपने क्षेत्र के रेलवे स्टेशनों पर बेंच लगवाएं ताकि हजारों यात्रियों के बैठने की व्यवस्था हो सके. इसके पूर्व पीएम ने बीएचयू में अंतर विश्व विद्यालयीय शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र का शिलान्यास भी किया.
अपने निर्धारित कार्यक्रम से एक घंटा इकतीस मिनट विलंब से वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री ने सबसे पहले लंका स्थित महामना मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, अस्सी घाट का निरीक्षण करते हुए स्वच्छता अभियान में लगी संस्थाओं व विभागों की सराहना भी की. काशी से नौ रत्नों की दूसरी सूची जारी करते हुए प्रधानमंत्री ने पूरे देश को क्रिसमस की बधाई दी, महामना मालवीय को याद किया, अटल बिहारी वाजपेयी को विनम्रतापूर्वक जन्मदिन की बधाई दी और पूर्व काशी नरेश विभूति नारायण सिंह की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धाभाव अर्पित किए. शाम सवा पांच बजे प्रधानमंत्री, वाराणसी से रवाना हो गए.

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