प्रदेश सरकार सभी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प
शिमला, 28 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। प्रदेश सरकार राज्य के सभी लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के साथ-साथ किसानों के लिए सिंचाई सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। सभी जनगणना गांवों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाई गई है, और अब शेष बची बस्तियों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के लक्ष्य को गति प्रदान की गई है।हिमाचल प्रदेश देश के चुनिन्दा राज्यों में शामिल है, जहां सभी जनगणना गांव को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है। प्रदेश में 53 हजार 604 बस्तियां हैं, जिनमें से 32 हजार 416 बस्तियों को पहले ही मार्च, 2014 तक पेयजल सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है। वर्ष 2014-15 में 2509 बस्तियों को पेयजल सुविधा उपलबध करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें सेे 1328 बस्तियों को 31 अक्तूबर, 2014 तक पेयजल सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है। राज्य सरकार प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को प्रतिदिन 70 लीटर पानी प्रति व्यक्ति उपलब्ध करवा रही है, जबकि 12वीं पंचवर्षीय योजना में 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन का लक्ष्य रखा गया था। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हिमाचल प्रदेश के 95.5 प्रतिशत परिवारों को नल के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है, जबकि वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार 84.1 प्रतिशत लोगों को नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा था। हिमाचल प्रदेश में 83.9 प्रतिशत नल के माध्यम से उपलब्ध करवाया गया उपचारित पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर केवल 32 प्रतिशत को ही उपचारित पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है।आवश्यकता के अनुसार हैंडपंप उपलब्ध करवाये जा रहे हैं, जिसके तहत पेयजल कमी वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश में मार्च 2014 तक 30 हजार 978 हैंडपंप स्थापित किये गये हैं। चालू वित्त वर्ष के दौरान सितंबर, 2014 तक 379 हैंडपंप स्थापित किये गये हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश के महत्वपूर्ण गंतव्यों पर 6 जल एटीएम स्थापित किये गये हैं।प्रदेश के धर्मशाला, मण्डी, कुल्लू, मनाली, कांगड़ा, नगरोटा बगवां तथा रामपुर की पेयजल योजनाओं के संवर्धन तथा सोलन जिला के बद्दी और नालागढ़ नगरों की मल-निकासी योजना के लिए तथा छोटे एवं मध्यम शहरों के लिए शहरी अधोसंरचना विकास योजना के तहत 247 करोड़ रूपये स्वीकृत किए गए हैं तथा इनका निर्माण कार्य प्रगति पर है।प्रदेश के कुल 5.83 हेक्टेयर क्षेत्र में से 3.35 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को अश्योर्ड सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित बनाया गया है, और 2.60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को कमांड सिंचाई योजना के अंतर्गत लाया गया है। तीन हजार हेक्टेयर भूमि को वर्ष 2014-15 के तहत सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत लाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 31 अक्तूबर, 2014 तक 1999 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई योजना के तहत लाया गया है। कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए सिंचाई का विशेष महत्व है। कृषि उत्पादन प्रक्रिया में पर्याप्त तथा समय पर सिंचाई की पूर्ति की जरूरत उन क्षेत्रों में हैं, जहां वर्षा बहुत कम तथा अनियमित होती है। कृषि योग्य भूमि को बढ़ाया नहीं जा सकता, इसलिए उत्पादन में तीव्र वृद्धि के लिए बहुविध फसलों तथा प्रति यूनिट क्षेत्र में अधिक फसल पैदावार उगाने के लिए सिंचाई पर निर्भर रहना पड़ता है। राज्य योजना में सिंचाई की संभावना तथा उसके अनुकूल उपयोग के सृजन पर विशेष बल दिया जा रहा है। प्रदेश की 2.31 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि बाढग़्रस्त क्षेत्र के रूप में चिन्हित की गई है। 22.647 हैक्टेयर क्षेत्र सरंक्षित किया गया है, जबकि अनेक बाढ़ सरंक्षण कार्य प्रगति पर हैं। वर्ष 2014-15 के दौरान बाढ़ से 500 हेक्टेयर भूमि के सरंक्षण का लक्ष्य रखा गया है, जबकि अक्तूबर 2014 तक 337 हेक्टेयर क्षेत्र का बाढ़ से सरंक्षण सुनिश्चित बनाया गया है। वर्ष 2013-14 में 500 हेक्टेयर भूमि के सरंक्षण के लिए 4.942 लाख रूपये उपलब्ध करवाये गये हैं।ऊना जिले में 922.48 करोड़ रुपये की स्वां नदी तटीकरण परियोजना का कार्य प्रगति पर है। इसके अंतर्गत, 73 खड्डों को चैनेलाइज कर 7163.49 हेक्टेयर क्षेत्र को कृषि योग्य बनाया जाएगा।इसके अतिरिक्त, ब्यास नदी पर पलचान से औट तक 1155.15 करोड़ रुपये की तटीयकरण परियोजना तथा पब्बर नदी पर 191 करोड़ रुपये की परियोजना केंद्र सरकार को बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम के अंतर्गत स्वीकृति के लिए भेजी गई है। कांगड़ा जिले की इंदौरा तहसील में 180 करोड़ रुपये की लागत से छौन्छ खड्ड के तटीकरण का कार्य प्रगति पर है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2013 के दौरान राज्य जलनीति-2005 को संशोधित कर स्वीकृति प्रदान की है। वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान प्रदेश में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं।
30 को चार नए रूटों पर चलेंगी नई बसें: बाली
धर्मशाला, 28 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण योजना के तहत राज्य को प्राप्त अत्याधुनिक बसों को पहली मर्तबा 30 दिसम्बर को नगरोटा बगवां से अपने चार गंतव्यों पर रवाना किया जाएगा। हिमाचल पथ परिवहन निगम के बेड़े में शामिल ये आधुनिक बसें यूवीएस-।। श्रेणी सुविधाओं से सुज्जित हैं। ये बसें प्रतिदिन निर्धारित समय पर पालमपुर से पठानकोट, नगरोटा से धर्मशाला वाया सकोह एवं सिद्धबाड़ी, चामुंडा से चिन्तपुरणी और नगरोटा से कांगड़ा चलेंगी। इस बस सेवा में आम बसों के मुकाबले किराया तकरीबन 40 प्रतिशत तक कम होगा और ये बसें केवल निर्धारित स्थानों पर ही रूकेंगी।यह जानकारी परिवहन, तकनीकी शिक्षा एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री जी.एस. बाली ने आज धर्मशाला में आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि नगरोटा बगवां से पठानकोट के सफर के लिए अब यात्रियों को इन बसों में मात्र 100 रूपये, पालमपुर से नगरोटा बगवां के लिए 20 रूपये, चामुंडा से चिंतपुरणी के लिये 90 रूपये, कांगड़ा से जोगिन्द्र नगर के लिये 80 रूपये ही देने पड़ेंगे। पहले यह किराया क्रमश: 140 रूपये, 33 रूपये, 130 रूपये, 115 रूपये था। उन्होंने कहा कि पहले चरण में ऐसी 40 बसें मैदानी क्षेत्रों में चलाई जा रही हैं। पहाड़ी क्षेत्रों के लिए केन्द्र से इन बसों के आकार, क्षमता एवं तकनीक के बारे में चर्चा की जा रही है और अगर इन बसों के स्थानों पर पहाड़ी इलाकों के लिए दूसरी बसें दी जाती हैं तो उन्हें भी ऐसी ही सुविधा प्रदान कर दी जाएगी। परिवहन मंत्री ने कहा कि सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर नगरोटा-बगवां में 30 दिसम्बर को गांधी मैदान में एक विशाल रोजगार लक्ष्य रैली का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर नगरोटा-बगवां में पांच करोड़ रूपये की लागत से प्रस्तावित बस डिपो का शिलान्यास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आरंभ में इस डिपो में 80 बसों का बेड़ा उपलब्ध करवाया जाएगा। इस दिन 53 मील में एशियन विकास बैंक के सहयोग से बनने वाले महत्वकांक्षी समेकित पार्क की आधारशिला भी रखी जाएगी। बाली ने बताया कि कांग्रेस पार्टी के 130 साल पूरे होने के अवसर पर आज नगरोटा-बगवां में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें भारी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें स्थानीय स्तर पर एकत्रित फीडबैक को केन्द्र तथा प्रादेशिक हाई कमान तक पहुंचाने का जिम्मा सौंपा गया है।
राज्य स्तरीय मोटर बाइक रैली को देखने के लिए उमड़ी भीड़
- हमीरपुर के अणु मे राजेंद्र राणा ने दिखाई हरी झंडी
- राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के 26 प्रतिभागियों ने लिया भाग
हमीरपुर, 28 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। राज्य में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए विशेष प्राथमिकता दी जा रही है ताकि राज्य में पर्यटकों की आवाजाही में बढ़ोतरी हो सके। यह जानकारी आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने रविवार को हमीरपुर के अणु में राज्य स्तरीय मोटर बाइक ऑफ रोड रैली को हरी झंडी देकर रवाना करने से पहले दी। इस रैली में मनाली, कुल्लु, किन्नौर, पूह, कांगड़ा, सोलन, हमीरपुर, उना, बिलासपुर मंडी के 26 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस अवसर पर रेड हिमालयन रैली के नौ बार चैंपियन रहे सुरेश राणा भी उपस्थित थे। राजेंद्र राणा ने कहा कि साहसिक खेलों का अपना महत्व है तथा हिमाचल जैसे पर्वतीय राज्यों में साहसिक खेलें पर्यटन की पूरक भी बन गई हैं। उन्होंने कहा कि स्कीईंग, पर्वतारोहण, ट्रैकिंग पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रही हैं तथा बदलते दौर में अब कार रैली तथा मोटर बाइक रैलियों का आयोजन भी इस पहाड़ी प्रदेश में हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण स्तर पर भी खेल मैदानों के साथ साथ ब्लाक स्तर पर इंडोर स्टेडिमों के निर्माण की प्रक्रिया आरंभ की गई है ताकि युवाओं को खेल गतिविधियों में बढ़चढ़ कर भाग लेने का अवसर मिल सके। राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश के युवा खिलाडिय़ों ने अंतर्राष्ट्रीय खेलों में देश का नाम रोशन किया गया है तथा वर्तमान प्रदेश सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों की पुरस्कार राशि को दुगुना किया गया है खेलों के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों को सरकारी क्षेत्र में रोजगार के लिए तीन प्रतिशत का आरक्षण किया गया है ताकि खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन मिल सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप ही साहसिक खेलों को राज्य में बढ़ावा मिला है। इससे पहले रैली के संयोजक अरूण राणा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए मोटर बाइक रैली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह पहली मर्तबा है कि हमीरपुर में इस तरह की रैली का आयोजन किया जा रहा है इसमें युवाओं खासी दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने कहा कि युवाओं की दिलचस्पी को देखते हुए हमीरपुर में मोटर बाइक रैली का प्रति वर्ष आयोजन करने के लिए आयोजन समिति प्रयास करेगी ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा साहसिक खेलों के साथ जुड़े रहें।
स्कूलों में आधारभूत संरचना के लिए 12 करोड़ व्यय : राणा
- सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में वोकेशनल एजुकेशन पर विशेष बल
- कोट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मेधावी बच्चों को किया पुरस्कृत
हमीरपुर, 28 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सरकारी स्कूलों में आधारभूत संरचना उपलब्ध करवाने के लिए 12 करोड़ की राशि उपलब्ध करवाई गई है जबकि पांच हाई स्कूलों को इसी वर्ष स्तरोन्नत किया गया है ताकि बच्चों को बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं घर द्वार पर उपलब्ध करवाई जा सकें। यह जानकारी आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने रविवार को सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोट के वार्षिक उत्सव में बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में दी। उन्होंने बताया कि सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में वोकेशनल एजुकेशन के विषय भी आरंभ किए जा रहे हैं ताकि विद्यार्थियों को वोकेशनल शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें। आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज को सशक्त व जागरूक बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है इसलिए सरकार ने इस क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए शिक्षा के क्षेत्र के लिए 4282 करोड़ रूपये आवंटित किए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षण संस्थानों का व्यापक विस्तार हुआ है, ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा की बेहतर सुविधाएं घर द्वार पर मिल रही हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है तथा इसी दिशा में प्रदेश में पढ़े लिखे बेरोजगारों के कौशल विकास के लिए कौशल विकास भत्ता योजना भी आरंभ की गई है। योजना के अंतर्गत एक हजार रूपये तक का मासिक भत्ता दिया जा रहा है तथा शारीरिक रूप से अक्षम युवाओं को 1500 रूपये प्रतिमाह भत्ता दिया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत आयु की पात्रता सीमा 16 वर्ष से 35 वर्ष के बीच रखी गई है जबकि शैक्षणिक योज्यता आठवीं पास निर्धारित की गई है। प्रदेश सरकार ने मिस्त्री, बढ़ईगिरी, प्लंबर आदि व्यवसायों में कौशल विकास भत्ता प्राप्त करने के लिए न्यूतनम शैक्षणिक योज्यता में छूट दी गई है ताकि अधिक से अधिक युवा इस योजना का लाभ उठा सकें। राजेंद्र राणा ने विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि नशे से दूर रहकर समाज निर्माण में अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी अनुशासन के साथ अपने भविष्य तथा कैरियर के प्रति जागरूक रहते हैं वे हमेशा ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं इसलिए हमेशा मेहनत एवं लगन के साथ पढ़ाई व अन्य कार्यों में अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए ताकि बच्चे भविष्य में अच्छे नागरिक बनकर देश के विकास में अपनी रचनात्मक भूमिका का निर्वहन कर सकें। इससे पहले प्रिंसिपल अजय पुरी ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए स्कूल की वार्षिक गतिविधियों की जानकारी दी गई। बच्चों ने आकर्षक रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने मेधावी बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को तीन हजार की राशि भी स्वीकृत की गई। कार्यक्रम में प्रिंसिपल राजेंद्र वर्मा, प्रिंसिपल वीके शर्मा, जिला शिकायत निवारण समिति के सदस्य राजीव ठाकुर, एसएमसी प्रधान कुलदीप ठाकुर, बलवीर सिंह ठाकुर, नीलम कुमारी, गोगी शर्मा, जगदीश राणा सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।
अनुराग ठाकुर को क्यों चुभ रहा है हरोली का विकास: रणजीत राणा
ऊना, 28 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। हरोली ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष रणजीत राणा ने कहा है कि सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा अपने ऊना जिला के दौरे के दौरान सिर्फ हरोली विधानसभा क्षेत्र में ही विकास पर पैसा खर्च होने बारे जो बयान दिया गया है, उससे यह साफ जाहिर हो जाता है कि हरोली हलके का विकास सांसद को रास नहीं आ रहा है । आज यहां पत्रकार वार्ता में रणजीत राणा ने कहा कि भाजपा शासन में जब पांच साल तक हरोली को विकास के मामले में हाशिए पर रखा गया था, तब सांसद अनुराग ठाकुर ने कभी यह नहीं कहा था कि हरोली हलके में भी विकास कार्य होने चाहिएं और न ही प्रदेश की तत्कालीन धूमल सरकार ने हरोली हलके को विकास की कोई योजना दी थी। भाजपा शासन में हरोली हलके का एक भी स्कूल अपग्रेड करना भाजपा सरकार ने मुनासिब नहीं समझा था , न ही कोई नया नलकूप हलके में लगा था। उन्होंने कहा कि हरोली की जनता ने इन लोकसभा चुनावों में जिस तरह हरोली हलके में अनुराग ठाकुर को भारी शिकस्त दी, उससे अनुराग ठाकुर हरोली क्षेत्र से लगातार चिढ़े हुए लगते हैं और उनके बयानों से भी हरोली के प्रति उनकी नफरत जाहिर होती है। रणजीत राणा ने कहा कि अगर हरोली में उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री विकास के नए झंड़े गाढ़इ रहे हैं तो सांसद अनुराग ठाकुर तिलमिला क्यों रहे हैं। इस अवसर पर खादी बोर्ड के निदेशक सतीश बिट्टू व सैनिक बोर्ड के सदस्य कै. शक्ति चंद भी उपस्थित थे।
रणजीत राणा ने कांग्रेस की 129वीं जयंती पर उद्योग मंत्री को किया समानित
ऊना, 28 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। हरोली ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा ने प्रदेश में वीरभद्र सरकार के दो साल पूरे होने और कांग्रेस पार्टी की 129वीं जयंती पर पार्टी कार्यर्ताओं को बधाई दी और उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री को इन दो सालों के दौरान हरोली के लिए अनेकों ऐतिहासिक तोहफे लाने पर समानित भी किया। उन्होंने कहा है कि वीरभद्र सरकार ने प्रदेश में न केवल क्षेत्रवाद की दीवारों को ध्वस्त किया है, बल्कि प्रदेश के एक समान व संतुलित विकास को भी सुनिश्चित बनाते हुए नया इतिहास रचा है। इन दो सालों के दौरान पारदर्शी व स्वच्छ प्रशासन मुहैय्या करवाने के अलावा अनेकों जन-कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से अमलीजामा पहनाकर हर वर्ग के लोगों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि इन दो वर्षों के दौरान वीरभद्र सरकार ने प्रदेश के विभिन्न विभागों में हजारों पद सृजित करके बड़ी तादाद में युवाओं को रोजगार प्रदान किया है। प्रदेश मेें औद्योगिकीकरण की गति को बढ़ाकर निजी क्षेत्र में भी युवाओं के लिए रोजगार के द्वार खोले गये हैं। रणजीत राणा ने कहा कि इन दो वर्षों के दौरान सडक़, सिंचाई व पेयजल, शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुआ है और कई गांवों को सडक़ों से जोड़ा गया है। इन दो वर्षों के दौरान हरोली विधानसभा क्षेत्र में भी विकास के कीर्तिमान स्थापित हुए हैं। हरोली को एसडीएम व डीएसपी कार्यालय सहित विकास के अनेक तोहफे मिले हैं । इसके लिए उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री साधुवाद के पात्र हैं।
खेलों का केन्द्र बनेगा दुलैहड़, इंडोर स्टेडियम का भी होगा निर्माण : मुकेश अग्रिहोत्री
- हरोली की सभी पंचायतों में खेल सामग्री के लिए 22 लाख स्वीकृत, दुलैहड़ पार्क में शहीद संजीव की प्रतिमा लगेगी
ऊना, 28 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा है कि प्रदेश सरकार खेलों की आधारभूत सरंचना सुदृढ़ करने और ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष तौर पर खेल सुविधाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान दे रही है और इसी कड़ी में हरोली विधानसभा क्षेत्र के दुलैहड़ में सवा करोड़ से स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। इस स्टेडियम में आने वाले दिनों में खूबसूरत इंडोर स्टेडियम भी निर्मित किया जायेगा। मुकेश अग्रिहोत्री आज दुलैहड़ में 12वीं राष्ट्रीय हैंडबाल प्रतियोगिता के आयोजन में अहम भूमिका निभाने वाले नेहरू यूथ क्लब के सदस्यों व पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह व स्पोटर्स किट देकर समानित करने के उपरांत उपस्थित युवाओं व खेल प्रेमियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भले ही बारिश के कारण यह प्रतियोगिता बीच में ही स्थगित करनी पड़ी लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित इस प्रतियोगिता में देश की नामी टीमों के राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों के आने से इस टूर्नामैंट ने अपनी एक विशेष पहचान बनाई है , जिससे इस इलाके के युवा हैंडबाल सहित अन्य खेलों के प्रति आकर्षित हुए हैं। उन्होंने यह टूर्नामैंट दुलैहड़ के स्वतंत्रता सेनानी पंडि़त धनीराम, शहीद संजीव भारद्वाज व हैंडबाल के राष्ट्रीय खिलाड़ी नवदीप ठाकुर की स्मृति को समर्पित करने के लिए आयोजन समिति को साधुवाद दिया और 51 हजार रूपए देने की घोषणा की। उन्होंने एलान किया कि दुलैहड़ के पार्क का नामकरण शहीद संजीव के नाम पर किया जायेगा और शहीद की प्रतिमा भी पार्क में स्थापित की जायेगी। उद्योग मंत्री ने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र की सभी 42 पंचायतों को खेल सामग्री की खरीद के लिए 22 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं जिनमें से 55 हजार रूपए दुलैहड़ पंचायत को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी नशों से दूर रहकर खेलों में अपनी ऊर्जा लगाए, इसके लिए पंचायत स्तर पर खेलों की आधारभूत सरंचना को मजबूत किया रहा है। दुलैहड़ व पंजावर में युवाओं को जिम दिए गए हैं। दुलैहड़ के जिम को जल्दी ही और अधिक उपकरणों से लैस किया जायेगा। इसके लिए यहां के युवाओं को उन्होंने अपनी तरफ से विभिन्न खेलों की सामग्री देने का भी एलान किया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अपने युवाओं के भविष्य के प्रति हम पूरी तरह सजग हैं और नशेडिय़ों को किसी भी सूरत में युवाओं के भविष्य से खेलने नहीं दिया जायेगा। उद्योग मंत्री ने कहा कि दुलैहड़ पंचायत को एक आदर्श पंचायत के तौर पर विकसित किया जा रहा है। दुलैहड़ में साढ़े चार करोड़ से श्रमिक हॉस्टल बन रहा है। इसमें एक बड़ा हाल भी निर्मित किया जायेगा ताकि ग्रामीण इसे शादी समारोहों के लिए भी इस्तेमाल कर सकें। दुलैहड़ में बस अड्डे का भी निर्माण किया जायेगा। उन्ळोंने कहा दुलैहड़ की पीएचसी को सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र के रूप में अपग्रेड किया गया है जिससे यहां स्वास्थय सेवाएं और सुदृढ़ हुई हैं। यहां निजी क्षेत्र से एक एंबूलैंस भी प्रदान की गई हैं । यहां अब 3 डाक्टर अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। दुलैहड़ में 50 लाख की लागत से भव्य सरोवर का निर्माण भी किया जा रहा है और 31 मार्च तक निर्माण कार्य पूरा करके इसे इलाकावासियों को समर्पित किया जायेगा । गोंदपुर बुला में भी खूबसूरत जलाशय कास निर्माण जारी है। इन सरोवारों में जहां मत्स्य पालन करके पंचायतों को आय सृजन का नया स्रोत मिलेगा, वहीं ये सरोवर सैलानियों के आकर्षण का भी केन्द्र बनेंगे। गोंदपुर बुला के जलाशय में डेढ़ हेक्टेयर व दुलैहड़ के जलाशय में अढ़ाई हेक्टेयर मीटर जल भंडारण की क्षमता होगी। इन दोनों के इर्द गिर्द खूबसूरत ट्रैक भी बनाया जायेगा । उन्होंने कहा कि पूबोबाल में जलाशय के साथ भव्य पार्क निर्मित करके यहां अनारकली रेलिंग लगाई गई है । इस जलाशय में सफल मछली उत्पादन करके पंचायत को 15 लाख से अधिक की आय हुई है। ढिलवां के जलाशय का सौंदर्यकरण करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं । कांगढ़ में जलाशय का सौंदर्यकरण करने सहित यहां पर्यटन सूचना केन्द्र भी बनाया जा रहा है। पंजावर में वन विभाग द्वारा जलाशय बनाया गया है।
दो साल में पूरी होगी बीत एरिया सिंचाई योजना
उद्योग मंत्री ने कहा कि 41 करोड़ लागत की बीत एरिया सिंचाई योजना दो साल में यह योजना पूरी करके बीत की जनता को समर्पित कर दी जाएगी। इस योजना के तहत 18 बड़े नलकूप लगाये जाएंगे, जबकि सिंघा व अमराली में दो विशाल टैंक निर्मित किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि लघु सिंचाई में यह ऊना जिला की सबसे बड़ी सिंचाई योजना है। इसके लिए टैंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि लोगों को जलापूर्ति संबंधी कोई दिक्कत न हो, इसके लिए दुलैहड़ में जेई की तैनाती भी की गई है। उद्योग मंत्री ने कहा कि संत बाबा ढ़ागूवाला राजकीय महाविद्यालय , बीटन में साईंस व कामर्स की कक्षाओं को सरकार ने फिर से मंजूरी देकर विद्याार्थियों से पिछली सरकार द्वारा किया गया अन्याय दूर किया है। कामर्स की कक्षाएं इस वर्ष शुरू हो गई हैं जबकि अगले सत्र से यहां साईंस की कक्षाएं भी शुरू हो जायेंगी। पूर्व भाजपा सरकार ने इन कक्षाओं को निरस्त कर दिया था। बीटन कालेज को 2 करोड़ रूपए की राशि भी प्रदान की गई है। इससे पूर्व उद्योग मंत्री ने ललड़ी गांव का दौरा करकेवहां विकास कार्यों का जायजा लिया । उन्होंने गांव में आयोजित भंडारे में भी शिरकत की। इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट वीरेन्द्र धर्माणी, जिला कांग्रेस के वरिश्ठ उपाध्यक्ष अशोक ठाकुर, एसडीएम धनवीर ठाकुर, डीएसपीअमित शर्मा , हरोली यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष नछत्र सिंह, दुलैहड़ के प्रधान सुभाष चंद, उपप्रधान रणदेव सिंह ठाकुर, स्कूल की एसएमसी के प्रधान सुरेन्द्र काकू, जिला हैंडबाल एसोसिएशन के महासचिव मुनीष राणा, प्रदेश हैंडबाल एसोएिशन के वरिष्ठ पदाधिकारी प्रवीण दूबे, बीटन के प्रधान चमन, राजीव पाठक व दीपक सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। जिला हैंडबाल एसोएिशन की तरफ से मुनीष राणा व पंचायत प्रधान सुभाष चंद ने उद्योग मंत्री को समानित किया। उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री पीरनिगाह में आयोजित दंगल के फाईनल मुकाबले में पहलवानों से हाथ मिलाते हुए। इस दंगल में उत्तरी भारत के कई नामी गिरामी पहलवानों ने भाग लिया और अपने जौहर दिखाए। उद्योग मंत्री ने कहा कि कुश्ती ग्रामीण क्षेत्र का परंपरागत खेल है और भारत के पहलवानों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है।
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