जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने की समय सीमा खत्म होने के केवल तीन सप्ताह ही बचे हैं लेकिन राज्य में किसकी सरकार बनेगी इसक ो लेकर तस्वीर अभी तक साफ नहीं हो पायी है। सरकार बनाने के लिए र्सवाधिक सीटें हासिल करने वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी.पीडीपी.को कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस.नेंकां.ने बिना शर्त र्समथन देने की घोषणा की है जिस पर पीडीपी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोलें हैं. हालांकि उसने भारतीय जनता पार्टी.भाजपा.के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए भी प्रारंभिक स्तर की बातचीत की है। पीडीपी के प्रमुख प्रवक्ता नईम अख्तर ने यूनीवार्ता को बताया कि राज्य की त्रिशंकु विधान सभा में र्सवाधिक 28 सीटें हासिल करने वाली पीडीपी के संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद का निकट भविष्य में सरकार बनाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं है।
राज्य के गवर्नर एन एन वोहरा ने र्सवाधिक सीटें हासिल करने वाली पीडीपी .28.और दूसरी सबसे ज्यादा सीटें हासिल करने वाली पार्टी भाजपा .25.को सरकार के गठन की संभावनाएं तलाशने के लिए 17 जनवरी तक का समय दिया है।राज्य विधान सभा की 87 सीटों में से सरकार बनाने वाले दल क ो 44 का जादुई आंकडा हासिल करने की दरकार होगी। भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए 15 सीटें हासिल करने वाली नेकां और 12 सीटें हासिल करने वाली कांग्रेस पहले की पीडीपी को बिना शर्त र्समथन देने की घोषणा कर चुकी है।इस बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने राज्य में धर्मनिरपेक्ष दलों पीडीपी.नेकां और कांग्रेस के महागठबंधन से नयी सरकार बनाये जाने की वकालत की है ।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें