बिहार में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी :भाजपा: के हंगामें के कारण आज विधान सभा में प्रश्नकाल नहीं हो सका और सभा की कार्यवाही भोजनावकाश से पूर्व दो बार स्थगित करनी पड़ी. विधानसभा में कार्यवाही शुरु होते ही प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि राज्य में विधिशव्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो गयी है इसलिए इस विषय पर कार्यस्थगन प्रस्ताव को स्वीकार कर सदन में तुरंत चर्चा होनी चाहिए. सभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने जब इसपर ध्यान नहीं दिया और प्रश्नकाल के लिए सदस्य का नाम पुकारा तब भाजपा के सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गये। भाजपा सदस्य कुछ देर तक शोरगुल और नारेबाजी करते रहे जिसके बाद सभाध्यक्ष ने सभा की कार्यवाही 12 बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी. इसके बाद जब दोबारा कार्यवाही शुरु हुयी तब सभाध्यक्ष ने बताया कि भाजपा के अरुण कुमार .अच्युतानंद और उषा विद्यार्थी की ओर से कार्यस्थगन की सूचना दी गयी है जो नियमानुकू ल नहीं होने के कारण अमान्य किया जाता है ।
इसके बाद भाजपा के सदस्य एक बार फिर नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गये। प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि जब राज्य में लोगों की जान ही सुरक्षित नहीं है तब पैसा किस काम का है । राज्य में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही है इसलिए सबसे पहले इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए. शोरगुल और हंगामें के बीच ही सभाध्यक्ष ने किसी तरह शून्यकाल को पूरा कराया 1 इसके बाद जनता दल यूनाइटेड के मंजीत सिंह ने ध्यानार्कषण की सूचना पढ़ी 1 स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह ने इस पर जवाब देने के लिए समय मांग लिया 1 सभाध्यक्ष ने सदस्यों से अपनी सीट पर जाने का आग्रह किया .लेकिन जब वे नहीं माने तब सभा की कार्यवाही भोजनावकाश के लिए स्थगित कर दी. बाद में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने विधान सभा स्थित अपने कक्ष में संवाददाताों से बातचीत में कहा कि समाप्त हो रहा वर्ष 2014 बिहार की बर्बादी का घोषणा पत्र लागू करने वाले साल के रुप में याद किया जायेगा . राज्य में संज्ञेय अपराध. अपहरण .बलात्कार .हत्या और लूट की घटनाएं बढ़ी है । उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार भाजपा का साथ छोड़कर जबसे श्री लालू प्रसाद यादव की गोद में जा बैठे हैं तब से जदयू की सरकार शातिर अपराधियों को संरक्षण देकर सरकार बचाने के बदले राष्ट्रीय जनता दल :राजद: का आभार जता रही है ।
श्री यादव ने कहा कि सरकारी आंकड़े के अनुसार ही वर्ष 2005 में जहां संज्ञेय अपराध एक लाख चार हजार 778 र्दज किये गये थें वह वर्ष 2013 में बढ़कर एक लाख 85 हजार 961 और अगस्त 2014 तक एक लाख 47 हजार 434 हो गये है । उन्होंने कहा कि शेष चार माह में र्दज कराये गये मामलों को जोड़ दिया जाये तो यह संख्या दो लाख से उपर हो जायेगी 1 इसी तरह हत्या और बलात्कार की घटनाों में भी वृद्धि र्दज की गयी है । प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि जबसे श्री जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री बने है तब से अपराध की घटनाएं और तेजी से बढ़ी है । अप्रैल 2014 में जहां संज्ञेय अपराध 13154 र्दज हुये थें वहीं मई में 15645 और जून में 19335 र्दज किये गये। इसी तरह अप्रैल 2014 में हत्या की 281 . मई में 341 और जून में 373 तथा बलात्कार की अप्रैल में 76 .मई में 130 और जून में 115 घटनाएं र्दज हुयी. श्री यादव ने कहा कि अप्रैल 2014 में सड़क लूट की 17 . मई में 24 और जून में 28 घटनाएं प्रतिवेदित हुयी 1 उन्होंने कहा कि जनवरी से अगस्त 2014 के बीच दलितों पर अत्याचार की घटनाएं भी बढ़ी है और इस दौरान 4322 मामले र्दज किये गये। वर्ष 2014 में अनुसूचित जाति शजनजाति उत्पीड़न निरोधक कानून के तहत 361 मामले र्दज हुये हैं जो पिछले नौ वर्ष में र्सवाधिक है । यहीं आंकड़ा वर्ष 2012 में 81 था।
प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि राजद से दोस्ती के कारण राज्य सरकार ने अपराधियों पर लगाम लगाना रोक दिया है ।अब राज्य के लोग महसूस कर रहे हैं कि वे 15 साल पीछे चले गये है । उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में भाजपाशजद यू की सरकार बनने के बाद राज्य में संगठित अपराध बंद हो गया था . लेकिन सीवान की घटना ने यह साबित कर दिया है कि संगठित अपराध फिर से सिर उठा रहा है । श्री यादव ने कहा कि यह भाजपा का आरोप नहीं बल्कि विशेष शाखा की रिपोर्ट है कि सीवान जेल से 23 लोगों की ..हिट लिस्ट..जारी की गयी है । सीवान में राजीव रौशन और श्रीकांत भारतीय की हत्या हुये कई माह गुजर गये है लेकिन अभी तक किसी की गिरफतारी नहीं हुयी है। उन्होंने कहा कि गया में राजद विधायक सुरेन्द्र यादव ने तिलकुट व्यवसायी पर हमला किया और उसके बाद व्यवसायी को गिरफतार कर लिया गया है । इस घटना से व्यवसायियों में दहशत व्याप्त है । प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि वैसे तो मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी काफी मुखर हैं .लेकिन अपने गृह जिला गया की घटना पर मौन साधे हुए है । इसी तरह पालीगंज में कमजोर वर्ग के चार लोगों की हत्या हुयी है और इस मामले में भी अबतक किसी को गिरफतार नहीं किया गया है। इन घटनाों से साबित हो रहा है कि राज्य में अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है । उन्होंने कहा कि इन्ही मुद्दों पर विधानसभा में चर्चा कराने की मांग कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में की गयी थी लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया तब भाजपा के नेताों ने कार्यस्थगन का प्रस्ताव दिया था।

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