सरकार ने आज तृणमूल कांग्रेस सदस्य कल्याण बनर्जी को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के खिलाफ की गयी अमर्यादित टिप्पणियों के लिए वह माफी मांगें अन्यथा लोकसभा में उनके विरुद्ध निंदा प्रस्ताव लाया जाएगा। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि कल्याण बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री तथा उनके परिजनों के बारे में जो अमर्यादित टिप्पणी की है उसके लिए वह सदन में बिना शर्त माफी मांगें, अन्यथा वह निंदा प्रस्ताव का नोटिस देने के लिए मजबूर होंगे।
नायडू ने कहा कि बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सभाओं में कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जनता नरेंद्र मोदी के मुंह पर तमाचा मारकर उन्हें अहमदाबाद की गलियों में वापस भेज देगी जहां से वह वापस नहीं आ सकेंगे। उन्होंने कहा, यही नहीं, देश में आदर्श प्रधानमंत्री के रूप में पहचाने जाने वाले लाल बहादुर शास्त्री और उनके परिजनों के बारे में अभ्रद टिप्पणी करते हुए तृणमूल सदस्य ने कहा है कि अगर उन्हें (शास्त्री) पता होता कि उनका ऐसा नाती (भाजपा सदस्य और पार्टी के पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह) होगा तो कभी विवाह नहीं करते।
सदन में बनर्जी की उपस्थिति में संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने भी चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘ बनर्जी सदन में माफी मांग लें वरना उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव का नोटिस लाने के लिए हम मजबूर होंगे।’’ उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की एक विवादास्पद टिप्पणी को लेकर पिछले सप्ताह संसद की कार्यवाही ठप रही थी और उनके द्वारा दोनों सदनों में खेद प्रकट किए जाने और बाद में सरकार की ओर से राज्यसभा में एक प्रस्ताव लाए जाने के बाद यह मामला सुलझा था।

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