दिल्ली पुलिस सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय स्थिति में हुई मौत के सिलसिले में हत्या का केस दर्ज करने के बाद उनके विसरा नमूनों को ब्रिटेन या अमेरिका की किसी प्रयोगशाला में भेजेगी, जिससे जहर की पहचान की जा सके. वहीं हत्या का मामला दर्ज होने से पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुनंदा के पति शशि थरूर की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. पुलिस उनसे और बाकी गवाहों से फिर से पूछताछ कर सकती हैं. विदेश से जुड़े सुनंदा की मौत के तार!
इसके साथ ही यह पता लगाया जा सकेगा कि क्या यह कोई रेडियोधर्मी तत्व तो नहीं था जिसकी भारतीय प्रयोगशालों में पहचान नहीं हो सकी. दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने मंगलवार को कहा कि एम्स की अंतिम मेडिकल रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत जहर के कारण हुई थी लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि जहर खिलाया गया था या सुई के जरिए दिया गया था.
केरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ने सुनंदा पुष्कर की मेडिकल रिपोर्ट सौंपी है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जब उन्हें डिसचार्ज किया गया था तब उनकी तबीयत बिल्कुल सही थी. लेकिन उनकी कुछ चांज की रिपोर्ट्स का इंतजार था. अब सवाल यह उठता है कि क्या सुनंदा पुष्कर ने दवाइयां ज्यादा ले ली थीं, जिसकी वजह से उनकी मौत हुई, क्योंकि उनको दी गई दवाइयां अधिक मात्रा में लेने से जान भी जा सकती थी. सुनंदा 12 जनवरी 2014 से 14 जनवरी 2014 तक केरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में थीं. रिपोर्ट में बताया गया है कि सुनंदा कई सालों से बीमार थीं. वो Sjogren Syndrome नाम की बीमारी से ग्रसित थीं. सुनंदा की जांच में एंटी न्यूक्लियर एंटीबॉडीज पॉजिटिव पाया गया था जिससे इस बीमारी की पुष्टि होती है. यहां पर अहम बात यह है कि उनके शरीर पर पाए गए चोट के निशान इन दवाइयों की ओवरडोज से भी हो सकता है. डिसचार्ज करते समय उनके पेपर पर लिखा हुआ था कि उनकी तबीयत स्थिर है. हालांकि कुछ जांच की रिपोर्ट आना बाकी था.
दिल्ली पुलिस के सुनंदा की मौत को हत्या बताने के बाद उनके पति और कांग्रेस नेता शशि थरूर बुरी तरह घिरते दिख रहे हैं. पुलिस जहां उनसे पूछताछ की तैयारी कर रही है, वहीं उनका पॉलिटिकल करियर भी मुश्किल में पड़ता दिख रहा है. मंगलवार को हत्या का केस दर्ज होने के ठीक बाद उन्हें लोकसभा से इस्तीफा देने की मांग ने भी जोर पकड़ लिया. वहीं इस मामले में कांग्रेस पर भी प्रेशर बढ़ता दिख रहा है, क्योंकि घटना के वक्त थरूर कांग्रेस नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री थे. हालांकि कांग्रेस ने कहा कि वो थरूर को इस्तीफा देने के लिए फोर्स नहीं करेगी.
सुनंदा के चचेरे भाई अशोक कुमार ने कहा है कि एफआईआर में शशि थरूर का नाम भी होना चाहिए. हम शुरू से कह रहे हैं कि यह हत्या का मामला है. सुनंदा बहुत बहादुर महिला थीं और वो कभी भी आत्महत्या जैसा काम नहीं कर सकती थीं.
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