ओडिशा तट के ब्हीलर द्वीप में पांच हजार किलोमीटर से ज्यादा मारक क्षमता वाली स्वदेशी निर्मित अन्तर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्निशपांच का आज तीसरी बार सफल परीक्षण किया गया। यह मिसाइल परमाणु आयुध ले जाने में भी सक्षम है। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) सूत्रों ने बताया कि उसके द्वारा निर्मित तीन चरणों वाली इस मिसाइल का आज सुबह आठ बजकर छह मिनट पर ओडिशा के नजदीक ब्हीलर द्वीप पर सफल परीक्षण किया गया। रक्षा सूत्रों से बताया कि मिसाइल ने सफलता पूर्वक लक्ष्य को भेदा। परीक्षण के दौरान राडारों और इलेक्ट्रो आप्टिकल प्रणाली ने मिसाइल के प्रक्षेपण पथ पर नजर रखी। मिसाइल ने निश्चित पथ का अनुगमन करते हुए लक्ष्य को भेदा।
भारत अग्निशपांच के परीक्षण में कामयाबी हासिल करने के बाद रूस .अमेरिका फ्रांस. और चीन के साथ दुनिया के उन देशों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है जिनके पास एक हजार टन से अधिक परमाणु आयुध ले जाने वाली मिसाइल है। अग्नि श्रंखला की सभी मिसाइले डीआरडी के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गयी है। अग्नि 5 इस श्रंखला की सबसे उन्नत मिसाइल है जो कई नयी तकनीकी से सुसज्जित है। भारत इससे पहले 700 किलोमीटर मारक क्षमता वाली अग्निश।. दो हजार किलोमीटर वाली अग्नि 2 और तीन हजार किलोमीटर वाली अग्नि 3 एवं अग्नि 4 के परीक्षण में कामयाबी हासिल कर चुका है।
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