खनन माफिया के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले आइएएस अधिकारी डीके रवि की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच अब सीबीआइ करेगी। कर्नाटक कैबिनेट ने यह फैसला लिया है कि इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआइ को सौंपने की सिफारिश की जाएगी। संसद से सड़क तक डीके रवि के मौत के मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने की मांग हो रही थी।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि हम चाहते थे कि इस मामले की जांच पहले सीआइडी कर ले। अगर सीआइडी की जांच रिपोर्ट संतुष्टजनक न हो तब सीबीआइ को जांच सौंपी जाए। हमें अपनी पुलिस, सीआइडी और लोकतंत्र पर विश्वास है। लेकिन अब हम इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआइ को सौंपने के लिए तैयार हो गए हैं। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आइएएस ऑफिसर डीके रवि की पत्नी को पत्र लिखा है। सोनिया ने इस पत्र में विश्वास दिलाया है कि रवि की मौत की जांच निष्पक्ष होगी। खनन माफिया के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले आइएएस अधिकारी डीके रवि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। रवि का परिवार इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग कर रहा है।
कुछ दिनों पहले सोनिया गांधी ने कहा था कि रवि मामले की जांच का जिम्मा सीबीआइ को सौंप दिया जाना चाहिए। इसके बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा था कि वह इस मामले में कुछ नहीं छिपा रहे है और न ही किसी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इधर कर्नाटक हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को डीके रवि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में सीआइडी जांच की अंतरिम रिपोर्ट के खुलासे से रोक दिया है। न्यायमूर्ति अब्दुल नजीर ने रविवार को अपने आवास पर सुधीर रेड्डी की ओर से दायर याचिका पर विशेष सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया। उन्होंने कहा कि याचिका पर अंतिम फैसला होने तक जांच की अंतरिम रिपोर्ट उजागर करने या किसी तरह के सार्वजनिक बयान देने पर रोक रहेगी।
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