मान्यता प्राप्त सांख्यिकी स्वयंसेवकांे का प्रशासनिक दमन जारी, सरकार उदास
- लगभग दो वर्ष से पारिश्रमिक है लम्बित, सांख्यिकी स्वयंसेवक परेशान
नरकटियागंज(पच) सरकार की अव्यवहारिक नीतियों, उदासीनता और प्रशासनिक दमन की मान्यता प्राप्त सांख्यिकी स्वयंसेवकांे ने जमकर आलोचना की है। स्वयंसेवकों ने सरकार की बरगलाने व प्रशासन की फूट डालो काम कराओ नीति की आलोचना करते हुए कहा कि यदि सरकार और प्रशासन द्वारा सभी स्वयंसेवकों से काम नहीं लिया जाएगा और उनका पारिश्रमिक का भुगतान नहीं किया जाएगा, तो सभी स्वयंसेक काम का बहिष्कार करेंगे। सरकार अपनी मंशा स्पष्ट करे कि बिना जाँच व परीक्षा के नियुक्त लोगों को सरकार ने मानदेय देकर सम्मानित किया है जबकि सभी मानदण्डों को पूरा कर योगदान देने व काम करने वालों की पारिश्रमिक रोक कर और नकारा बताकर सरकार क्या दर्शाना चाहती है? स्वयं सेवकों ने बताया कि कई ऐसे कार्य के लिए लोगों की बहाली सरकार ने किया है, जिसके लिए कोई जाँच परीक्षा नहीं हुई उन्हे अच्छे मानदेय प्राप्त हो रहे हैं। बिहार सरकार के अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग ने कार्मिक विभाग के नियमानुसार लिखित जाँच परीक्षा लेकर और उसके बाद प्रमाणपत्रों का सत्यापन कर कला, वाणिज्य और विज्ञान के बेरोजगार युवकों को मान्यता प्राप्त सांख्यिकी स्वयंसेवक नियुक्त किया, वे ठोकर खाने को मजबूर है। सांख्यिकी स्वयंसेवकों की बहाली के बाद प्रशिक्षणोपरान्त आर्थिक गणना और निर्मल भारत अभियान के तहत शौचालय गणना का काम कराया गया। आर्थिक गणना के पर्यवेक्षकों की मजदूरी और निर्मल भारत अभियान के तहत शौचालय गणना की पारिश्रमिक अभी दो वर्ष से बाकी है। उन दोनों में सभी स्वयं सेवकों कोे काम मिला, उसके बाद विभिन्न विद्यालयों में जन्म मृत्यु के निबंधन काम में स्वयंसेवकों में फूट डाल कर अधिकारियों ने काम कराया और मान्यता प्राप्त सांख्यिकी स्वयं सेवक बंधूआ मजदूर बनकर रह गये। पंचायत सचिव व अधिकारी उनके साथ दोहरा मानदण्ड अपनाने लगे, जिससे एएसभी परेशान है। उल्लेखनीय है कि न्यायालय के निर्देश पर विभाग सांख्यिकी कार्यकर्ताओें से काम कराने को बाध्य है। सरकार शिक्षकों से कार्य कराने के लिए बाध्य नहीं है, न्यायालय ने कहा है कि शिक्षक से सिर्फ शिक्षण कार्य में रखे। सारे मानदण्डों को दरकिनार कर सरकार व अधिकारी मान्यता प्राप्त सांख्यिकी स्वयंसेवकों को प्रताडि़त करने में लगे हैं। प्रताड़ना से क्षुब्ध ए एस भी आन्दोलन कई बार आन्दोलन कर चुके हैं, लेकिन उनका आन्दोलन सरकार व प्रशासन ने दबा दिया। विगत दिनो हुई बैठक में नरकटियागंज अनुमण्डल के नरकटियागंज, सिकटा, मैनाटांड, गौनाहा और लौरिया प्रखण्ड के मान्यता प्राप्त सांख्यिकी स्वयंसेवक शामिल हुए। मान्यता प्राप्त सांख्यिकी स्वयं सेवकों को उम्मीद है कि नीतीश कुमार की सरकार उनके दर्द को समझती है। भविष्य में उन्हें किये गये कार्य की मजदूरी दो वर्ष बाद ही सही मिलने की उम्मीद है और सरकार सांख्यिकी सेवको को उचित सम्मान देने का संभवतः मन बना रही है। अन्यथा एक चींटी भी काटती है तो तकलीफ होती है, ऐसी परिस्थिति में सांख्यिकी स्वयं सेवक सरकार का विरोध कर 70000(सत्तर हजार) वोट तो अवश्य कर कर सकते है।
भूमि अधिग्रहण बिल को जनजन तक पहुँचाए कार्यकर्ता: सतीश
- देश के विकास को मोदी बड़े लक्ष्य की ओर अग्रसर
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) भूमि अधिग्रहण बिल विशेषताओ को जनजन तक पहुचाने का काम करे कार्यकर्ता, उपर्युक्त बाते वाल्मीकिनगर के सांसद सतीशचन्द्र दूबे ने भारतीय जनता पार्टी की आर्यसमाज मंदिर रोड में आयोजित एक आम सभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने यह भी कहा कि बिना भूमि का अधिग्रहण किए देश का विकास संभव नहीं। केन्द्र की मोदी सरकार किसानों के विकास और उनकी समस्या के समाधान के लिए गंभीर है। भाजपा के जिलाध्यक्ष ने कहा कि पार्टी पूर्णतःअनुशासित और जनता के प्रति समर्पण का भाव रखती है। पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि विपक्षी पार्टियां मोदी की जनकल्याणकारी योजनाओं के संम्बन्ध में बरगलाने का प्रयास कर रहीं है जिससे सावधान रहने की आवश्यकता है। जिला के महामंत्री अफरोज अख्तर ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के विकास को संकल्पित है, इसके लिए कई ऐसे कदम उठाए जा रहे है जो वास्तव में अच्छे है किन्तु देखने में अच्छे नहंी है। ऐसे में पार्टीजनों का दायित्व बनता है कि पार्टी की नीतियांें व मोदी के विचारों को जनजन तक पहुँचाने में लगे रहे। पार्टी के अन्य लोगों ने जो विचार व्यक्त किया उनसे यह बात स्पष्ट हो गयी कि केन्द्र की सरकार बेरोजगारी, गरीबी और महंगाई के विरूद्ध संघर्ष कर रही है, जिसमें जन सहयोग की आवश्यकता है। आमसभा की अध्यक्षता ग्रामीण मण्डल और संचालन नगर मण्डल अध्यक्ष ने किया। सभा में नगर के विस्थापित सब्जी विक्रेताओं ने सांसद का घेराव किया और अपनी समस्याओं को रखा। सांसद सतीश चन्द्र दूबे ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी समस्या शीघ्र दूर कर दी जाएगी। आमसभा में ग्रामीण व नगर मंण्डल के कार्यकर्ता शामिल हुए।
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