भारत के 76 फीसदी लोग खुद को धार्मिक मानते हैं: सर्वे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 14 अप्रैल 2015

भारत के 76 फीसदी लोग खुद को धार्मिक मानते हैं: सर्वे

एक नए विश्वव्यापी सर्वेक्षण में कहा गया कि भारतीय स्वभाव से काफी धार्मिक होते हैं. करीब 76 फीसदी भारतीय ने खुद को ‘‘धार्मिक’’ कहा और बहुत कम लोगों ने खुद को नास्तिक कहा. करीब 65 देशों में किए गए विश्लेषण में भारत के जिन लोगों से सर्वेक्षण से जुड़े सवाल किए गए उनमें 76 फीसदी ने खुद को ‘‘धार्मिक’’ कहा जबकि महज 21 फीसदी ने खुद को ‘‘धार्मिक नहीं’’ कहा. महज दो फीसदी लोगों ने खुद को ‘‘पूरी तरह नास्तिक’’ करार दिया.

‘विन..गॉल अप इंटरनेशनल’ की ओर से किए गए इस विश्वव्यापी सर्वेक्षण में थाइलैंड में सबसे ज्यादा 94 फीसदी लोगों ने खुद को धार्मिक बताया जबकि चीन में महज सात फीसदी लोगों ने खुद को धार्मिक करार दिया. पड़ोसी पाकिस्तान में ‘‘धार्मिक लोगों’’ का प्रतिशत जहां 88 दर्ज किया गया, वहीं 10 फीसदी ने खुद को ‘‘धार्मिक नहीं’’ बताया. सिर्फ एक फीसदी लोगों ने खुद को नास्तिक बताया.

‘विन..गॉल अप इंटरनेशनल’ के अध्यक्ष ज्यां-मार्क लेगर ने कहा कि वैश्विक रूप से औसतन दो-तिहाई लोग अब भी खुद को धार्मिक मानते हैं. आर्मेनिया, बांग्लादेश, जॉर्जिया और मोरक्को में 93-93 फीसदी लोगों ने खुद को धार्मिक बताया. जापान में महज 13, स्वीडन में 19 और चेक गणराज्य में 23 फीसदी लोगों ने खुद को धार्मिक माना. ब्रिटेन में महज 30 फीसदी लोगों ने खुद को धार्मिक करार दिया और 53 प्रतिशत ने कहा कि वे धार्मिक नहीं हैं. सर्वेक्षण में करीब 63,898 लोगों से सवाल पूछे गए थे.

कोई टिप्पणी नहीं: