नई दिल्ली (अशोक कुमार निर्भय) आम आदमी पार्टी के 15 विधायकों ने बिजली की दरों में वृद्धि की मांग से जुड़ी बिजली वितरण कंपनियों की अपील का विरोध करते हुए कहा कि ये कंपनियां दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (डीईआरसी) को गुमराह कर रही हैं। डीईआरसी को लिखे एक पत्र में विधायकों ने नियामक को वे कारण बताएं जिनके आधार पर बिजली वितरण कंपनियों की बिजली की दरों में वृद्धि की मांग से जुड़ी याचिकाओं को नामंजूर किया जाना चाहिए।
आप ने एक बयान में कहा कि उसके विधायकों ने बिजली वितरण कंपनियों के कार्यशील पूंजी पर उंची ब्याज दर मांगने के आधार और साथ ही उनके द्वारा बताई गई बिजली खरीद की कीमतों में विसंगतियों पर सवाल किएबयान के अनुसार, इनमें से हर विधायक ने बिजली वितरण कंपनियों की याचिकाओं पर सार्वजनिक सुनवाई के दौरान व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का एक मौका देने के लिए डीईआरसी को अपने नाम दिए। बिजली वितरण कंपनियां अपने बकाया भुगतानों के लिए विनियमन को कारण बताकर जनता को गुमराह कर रही हैं। बिजली वितरण कंपनियों की अक्षमता का बोझ जनता पर नहीं पड़ने दिया जाएगा।
बयान में कहा गया कि इन विधायकों ने कहा है कि सभी तथ्यों एवं स्थितियों को ध्यान में रखते हुए डीईआरसी को एक निष्पक्ष नियामक के तौर पर अपनी विश्वसनीयता बहाल करने के लिए इन कंपनियों को बिजली की दरें तत्काल कम करने का आदेश देना चाहिए। विधायकों ने उपभोक्ताओं के मीटर की रीडिंग में गलत तरीकों का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया। डीईआरसी को पत्र लिखने वाले विधायकों में आदर्श शास्त्री (द्वारका), अमानतुल्ला खान (ओखला), नरेश शदव (महरौली), रितु राज (किराड़ी) समेत अन्य शामिल हैं।

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