सरकारी क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतों में 49 पैसे और डीजल में 1.21 रुपए प्रति लीटर की कटौती की है। कंपनी ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों को देखते हुए कीमतों में कटौती का फैसला किया है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें अब 60 रुपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 48.50 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। सरकारी तेल कंपनियों ने आज सुबह एटीएफ की भी औसत कीमतें 942.5 रुपए प्रति लीटर घटाई हैं।
सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर उसकी नजर है। आने वाले समय में भी वह वैश्विक बाजार में क्रूड की कीमतों के आधार पर घरेलू बाजार में कीमतों में बदलाव का निर्णय करेगी। पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटने से आम उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। डीजल के दाम घटने का असर मालभाड़े पर दिखाई दे सकता है। ऐसे में महंगाई के मोर्चे पर सरकार को राहत मिल सकती है।
गौरतलब है कि इससे पहले 9 मार्च को पेट्रोल के दाम 3.18 रुपए और डीजल के दाम 3.09 रुपए प्रति लीटर बढ़ाए गए थे। इससे पहले, 16 फरवरी को तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतों में 82 पैसा और डीजल में 61 पैसा प्रति लीटर की वृद्धि की थी। पेट्रोल की कीमतों में यह वृद्धि पिछले नौ कटौतियों के बाद दूसरी बार की गई है, जबकि डीजल की कीमतों में पिछली पांच लगातार कटौतियों के बाद यह दूसरी वृद्धि थी।
वित्त वर्ष 2014-15 में सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर सबसे पहले 12 नवंबर को एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी। इसके बाद सरकार ने 2 दिसंबर, 2 जनवरी और 17 जनवरी को एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई। इससे सरकार को इस साल राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को हासिल करने में भी मदद मिली है। फिलहाल अनब्रांडेड पेट्रोल पर बेसिक एक्साइज ड्यूटी 8.95 रुपए प्रति लीटर और ब्रांडेड पेट्रोल पर बीईडी 10.10 रुपए प्रति लीटर है। इसी प्रकार अनब्रांडेड डीजल पर बेसिक एक्साइज ड्यूटी 7.96 रुपए प्रति लीटर और ब्रांडेड डीजल पर बीईडी 14 फीसदी प्लस 5 रुपए प्रति लीटर या 10.25 रुपए प्रति लीटर, जो कम हो, है। 31 जनवरी 2014 से 31 जनवरी 2015 के दौरान पेट्रोल और डीजल पर सेंट्रल एक्साइज रेवेन्यू (प्रोवीजनल) तकरीबन 58,000 करोड़ रुपए रहा है।
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