डिफेंस और ऑयल एक्सप्लोरेशन के क्षेत्र में भारत और वियतनाम के बीच बढ़ती नजदीकी से पड़ोसी मुल्क चीन भड़क गया है। उसने चेतावनी दी है कि भारत दक्षिण चीन सागर में उसकी इजाजत के बिना ऑयल या गैस ब्लॉक्स नहीं तलाश सकता। भारतीय कंपनी ओएनजीसी विदेश लिमिटेड इस क्षेत्र में ऑयल एंड गैस एक्स्प्लोरेशन की दिशा में काम कर रही है।
चीन के विदेश मंत्रालय के एक टॉप के अधिकारी ने कहा कि ऑयल या गैस एक्प्लोरेशन से जुड़ा कोई भी काम शुरू करने से पहले चीन से इजाजत ली जानी चाहिए। अधिकारी के मुताबिक, विवादित क्षेत्र में फाइनल सेटलमेंट होने से पहले चीन यहां ज्वाइंट डेवलपमेंट की नीति को बढ़ावा देगा। सीमा विवाद पर टिप्पणी करते हुए अधिकारी ने कहा कि दोनों देशों को इस बात का क्रेडिट देना चाहिए कि उन्होंने आपसी विवाद का असर रिश्तों पर नहीं पड़ने दिया। बता दें कि चीन दक्षिणी चीन सागर के 80 फीसदी इलाके पर दावा करता रहा है। इस क्षेत्र में भारी मात्रा में प्राकृतिक खनिज पदार्थ मौजूद हैं।
चीन ने इस तरह की चेतावनी ऐसे वक्त में दी है, जब हाल ही में पीएम मोदी दोनों देशों के बीच बेहतर सहयोग का वादा लेकर चीन से वापस लौटे हैं। उधर, चीन और अमेरिका के बीच दक्षिणी चीन सागर को लेकर विवाद गहराते जा रहा है। चीन इस इलाके में न केवल एक कृत्रिम द्वीप बना रहा है, बल्कि कथित तौर पर जंगी हथियार भी तैनात कर रहा है। अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी एश्टन कार्टर ने भी शुक्रवार को चेतावनी दी थी कि साउथ चाइना सी में चीन की गतिविधियों से दोनों देशों के बीच संघर्ष बढ़ने का खतरा पैदा होगा।
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