पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्वायत्तता को बनाए रखे जाने की वकालत करते हुए आरबीआई और वित्त मंत्रालय के बीच आपसी खींचातानी को अनुचित करार दिया। उनका कहना था कि जिस तरह से आरबीआई और वित्त मंत्रालय आमने सामने आए हैं, यह बेहतर संकेत नहीं है।
आरबीआई की स्वायत्तता को बनाए रखना जरूरी है। मनमोहन सिंह का कहना है कि मैं भी आरबीआई में काम कर चुका हूं, इसलिए मैं इस महान संस्था की अहमियत जानता हूं। उन्होंने यह बात शनिवार को हाल ही में गुजरे जाने माने जर्नलिस्ट व एडिटर विनोद मेहता को दिए गए जीके रेड्डी अवॉर्ड के आयोजन के मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान कही। यह सम्मान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मेहता की पत्नी सुमिता को दिया।
मनमोहन सिंह आरबीआई के गवर्नर रह चुके हैं। इस मौके पर सिंह ने जीएसटी बिल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उसे सिलेक्ट कमिटि में भेजा जाना चाहिए। पूर्व पीएम सिंह का कहना था कि हम जीएसटी का समर्थन करते हैं, लेकिन जिस रूप में एनडीए सरकार इस बिल को लेकर आई है, वह राज्यों के हित में नहीं है। इसलिए इसे सिलेक्ट कमिटि में भेजा जाना चाहिए।
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