दुष्यंत सिंह ने सरकारी जमीन पर लिया 2 करोड़ का मुआवजा: कांग्रेस - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 30 जून 2015

दुष्यंत सिंह ने सरकारी जमीन पर लिया 2 करोड़ का मुआवजा: कांग्रेस

कांग्रेस ने आज अपने इस दावे को सही करार दिया कि धौलपुर महल सरकारी संपत्ति है और आरोप लगाया कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह ने इस महल से लगी सरकारी जमीन के एक हिस्से के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से दो करोड़ रुपये का मुआवजा लेकर धोखाधड़ी की। ललित प्रकरण में राजे के इस्तीफे की मांग को लेकर अभियान चला रही कांग्रेस ने धौलपुर महल तथा उससे लगी जमीन के सरकारी संपत्ति होने का दावा करते हुए इस संबंध में आज भी कुछ दस्तावेज संवाददाता सम्मेलन में जारी किये। पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कल भी इस संबंध में कुछ दस्तावेज जारी किये थे।

रमेश ने आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने कल जयपुर में संवाददाता सम्मेलन में गलत जानकारी दी कि धौलपुर महल सरकारी संपत्ति नहीं है और उसका स्वामित्व दुष्यंत सिंह के पास है। उन्होंने कहा कि महल और उससे जुड़ी जमीन सरकार की ही संपत्ति है। कांग्रेस नेता ने कहा कि दुष्यंत सिंह और उनके पिता हेमंत सिंह के बीच महल के भीतर की सचल संपत्ति तथा विन्टेज कार को लेकर समझौता हुआ था, अचल संपत्ति के बारे में नहीं। उन्होंने इस संबंध में भरतपुर के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश के 2007 के एक निर्णय का उल्लेख किया और उससे संबंधित दस्तावेज भी जारी किया।

रमेश ने यह आरोप दोहराया कि राजे ने आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी के साथ मिलकर सरकारी सम्पत्ति धौलपुर महल पर गैरकानूनी रूप से जबरन कब्जा कर उसे लक्जरी होटल में बदला और अब इन दोनों के स्वामित्व वाली कम्पनी इसे चला रही है। महल को लक्जरी होटल में बदलने के लिए सौ करोड़ रुपये का निवेश किया गया और यह पैसा मॉरीशस से आया। उन्होंने कहा कि दुष्यंत सिंह ने महल से लगी सरकारी जमीन का दो करोड़ रुपये मुआवजा लिया, जो पूरी तरह गैरकानूनी है और बडी धोखाधड़ी है।

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