ISRO आज एक साथ 5 ब्रिटिश उपग्रह लॉन्च करेगा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 10 जुलाई 2015

ISRO आज एक साथ 5 ब्रिटिश उपग्रह लॉन्च करेगा


भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) आज श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण स्थल से ब्रिटेन के पांच उपग्रहों को लांच करेगा। सभी उपग्रहों को पीएसएलवी-सी28 के जरिए भेजा जाएगा। इसरो इस बार अब तक का सबसे अधिक भार अंतरिक्ष तक भेज रहा है।


इसरो के अधिकारी ने बताया कि प्रक्षेपण के लिए 62.5 घंटे तक चलने वाली उल्टी गिनती बुधवार सुबह 7:28 पर शुरू हो गई। गिनती सुचारू रूप से जारी है और शुक्रवार रात 9:28 पर उपग्रह लांच होगा। 44.4 मीटर लंबे पीएसएलवी-एक्सएल को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लाया जाएगा और उसे पांच उपग्रहों के बीच रखा जाएगा। पांचों उपग्रहों का कुल वजन करीब 1,440 किलोग्राम है जिससे यह इसरो और उसकी व्यावसायिक शाखा एंट्रिक्स कारपोरेशन का अभी तक का सबसे अधिक भार वाला व्यावसायिक मिशन हो गया है।



अपने 30वें मिशन में पीएसएलवी तीन आइडेंटिकल डीएमसी3 ऑप्टिकल अर्थ ऑब्जर्वेशन सेटेलाइट को अंतरिक्ष में ले जाएगा। इन तीनों उपग्रहों का निर्माण ब्रिटेन की सुरेय सेटेलाइट टेक्नोलॉजी ने किया है जबकि भेजे जाने वाले अन्य दो पूरक उपग्रह हैं। डीएमसी3 उपग्रहों में से एक का भार 447 किलोग्राम है। इससे पहले इसरो ने 5 नवंबर 2013 को मंगल अभियान लांच किया था। 22 अक्टूबर 2008 को चंद्रयान-1 लांच किया था।



कोई टिप्पणी नहीं: